नवजोत सिंह सिद्धू की एक और झप्पी से कांग्रेस में ही छिड़ा सियासी बवाल

चंडीगढ़। पंजाब के जालंधर में 2 दिन पहले विपक्षी पार्टियों की ऑल पार्टी मीटिंग के दौरान पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के द्वारा अपने धुर विरोधी अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को गले लगाने को लेकर कांग्रेस में ही भारी विवाद छिड़ गया है। लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने ट्वीट करके नवजोत सिंह सिद्धू को याद दिलाया है कि 6 साल पहले राजनीतिक मंचों से आप इसी बिक्रम सिंह मजीठिया को नशे का सौदागर कहते थे और अब उसके साथ ही गले मिल रहे हैं।
रवनीत सिंह बिट्टू ने एक और ट्वीट करके कहा है कि जब दो राजनेता जनता के सामने डिलीवर करने से विफल हो जाते हैं तो वो इस तरह का डर्टी गेम दिखाते हैं। दरअसल, 2 दिन पहले पंजाब के जालंधर में अजीत अखबार के एडिटर को करप्शन के मामले में पंजाब विजिलेंस द्वारा सम्मन किए जाने के खिलाफ अजीत अखबार के दफ्तर में तमाम विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के नेता वहां बुलाई गई ऑल पार्टी मीटिंग में शामिल हुए थे और पंजाब सरकार और विजिलेंस के इस्तेमाल को लेकर जमकर भड़ास निकाली थी।
इसी दौरान जब नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया का आमना-सामना हुआ तो सिद्धू ने मजीठिया को मंच पर बुलाकर ना सिर्फ गले लगाया बल्कि कई तरह के डायलॉग भी बोले और कहा कि राजनीति में इतनी गुंजाइश तो होनी चाहिए कि जब आपका विपक्षी आपके सामने आए तो आप उससे हाथ मिला सको, उसे गले लगा सको। अब इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस के अंदर ही विवाद छिड़ गया है और रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू के ऐसा करने से कांग्रेस के कार्यकर्ता हताश हुए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया पुराने सियासी विरोधी रहे हैं और 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान अमृतसर ईस्ट विधानसभा सीट से दोनों ने ही एक दूसरे के सामने चुनाव भी लड़ा था लेकिन इस चुनाव में दोनों की हार हुई थी और आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वहां जीत गई थी।

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