‘बंटोगे तो कटोगे’ पर बंट गया NDA, महाराष्ट्र से यूपी-बिहार तक रार
4PM न्यूज़ नेटवर्क: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बंटोगे तो कटोगे नारे को लेकर अन्य पार्टी के नेता तंज कसते हुए नजर आ रहें हैं। सीएम योगी के इस बयान पर जमकर राजनीति हो रही है। वहीं इस नारे का NDA के साथी दल ही विरोध करने लगे हैं। भाजपा के बंटेंगे तो कटेंगे नारे को लेकर NDA में ही फूट नजर आ रही है। इसके सहयोगी दल इसका विरोध कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इस तरह के नारे की कोई जरूरत नहीं है। महाराष्ट्र में अजित पवार वाली NCP ने सबसे पहले विरोध किया और इसके बाद JDU और जयंत चौधरी की पार्टी भी कतार में है।
भाजपा के बंटेंगे तो कटेंगे नारे को लेकर NDA में फूट
आपको बता दें कि बंटेंगे तो कटेंगे पर अजित पवार ने 7 नवंबर को मुंबई में कहा कि “ये छत्रपति शिवाजी, राजर्षी शाहू महाराज और महात्मा फूले का महाराष्ट्र है। यहां के लोग इस तरह की टिप्पणी पसंद नहीं करते। यहां के लोगों ने हमेशा सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने का प्रयास किया है। आप महाराष्ट्र की तुलना अन्य राज्यों से नहीं कर सकते।
वहीं इसे लेकर JDU के एमएलसी गुलाम गौस ने 8 नवंबर को पटना में कहा कि “बंटेंगे तो कटेंगे जैसे नारे की देश को कोई जरूरत नहीं है। इस नारे की जरूरत उन लोगों को है जिन्हें सांप्रदाय के नाम पर वोट चाहिए। जब देश की राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री हिंदू हैं तो देश में हिंदू कैसे असुरक्षित हो गए। वहीं चिराग पासवान ने इस मामले पर बीजेपी का साथ दिया है उनकी पार्टी ने कहा कि ये नारा ठीक है।
इसके अलावा यूपी उपचुनाव का प्रचार करते हुए जयंत चौधरी ने सीएम योगी बंटोगे तो कटोगे बयान पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि “ये उनकी बात है” इतना कहकर वो चले गए इससे पता चलता है कि RLD भी इस नारे के साथ नहीं है! आपको बता दें कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए गहमागहमी तेज हो गई है।