एनडीए बनाम यूपीए होगा लोक सभा चुनाव!
4पीएम की परिचर्चा में उठे कई सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। 2024 के चुनावी अखाड़े में सीटों का गुणा-भाग तुरुप का पत्ता साबित हो सकता है क्योंकि अब लड़ाई की दिशा मोदी बनाम अन्य नहीं बल्कि यूपीए बनाम एनडीए होने जा रही है। ऐसे में सवाल उठता हैं कि एनडीए बनाम यूपीए कौन कितना भारी रहेगा 2024 में? इस मुद्ïदे पर वरिष्ठï पत्रकार अशोक वानखेड़े, राजेश बादल, दिनेश के वोहरा और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने एक लंबी परिचर्चा की।
दिनेश के वोहरा ने कहा कि लोकतंत्र ने लोगों को राजा बनाया तो वहीं लोकतंत्र ने लोगों को रंक बनाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी और उनको अपनी हैसियत समय-समय पर बताई है। अभी 24 दूर है। राजनीति में सात दिन भी लंबा पीरियड होता है। भाजपा की बात करें तो वह ऐसा कोई मुद्ïदा ले आती है कि सारे मुद्ïदे बौने हो जाते हैं। भाजपा की फैक्टी में मुद्ïदे खोजे जाते है, नहीं मिलते तो पैदा किए जाते हैं। बीजेपी यही करती है, जिसका लोगों के पास जवाब नहीं होता।
राजेश बादल ने बनारस पर एक शेर अर्ज करते हुए बताया कि किस तरह जनता आजिज आ चुकी है। बीजेपी को इस बात का हुनर हासिल है जब उसकी झोली खाली हो, कोई मुद्ïदा न हो, उपलब्धियां न हो, जिसमें ढाई साल तो कोरोना के निकल गए तो वो दस वर्षों का कार्यकाल आठ वर्षों में समेट सकते हैं। वो टीशर्ट का भी मुद्ïदा बना सकते हैं। जनता का ध्यान नहीं, बस सत्ता हासिल करना ही मकसद है। जनता पार्टी जब टूटी तो लगा नहीं, ये कैसे हो गया। जब लोग तय कर लेंगे कि हमें ये नहीं चाहिए तो सब बदल जाता है।
अशोक वानखेड़े ने कहा कि ब्रांड मोदी आज भी है। इंदिरा भी होती थी कभी। उन्होंने इमरजेंसी लगा दी कि मैं ही सब कुछ हूं। तो वहीं हाल वर्तमान में है। देश इमरजेंसी की ओर जा रहा है। हालात भी वैसे ही है। घोषित आपातकाल लागू है। आप कुछ बोलोगे तो कार्रवाई होगी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा रास नहीं आ रही बीजेपी को। आज संचार के माध्यम है पहले कभी नहीं थे। आज इसका फायदा बीजेपी उठा रही है। हर जगह उधार का सिंदूर है। सत्ता तोड़कर आते हो तो ये आपका सक्सेज नहीं।