न ऑक्सीजन मिला, ना ही एंबुलेंस आई…हाथरस घटना को लेकर अखिलेश ने योगी सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, प्रियंका भी बरसीं

लखनऊ। समाजवादी पार्टी और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई सत्संग भगदड़ की घटना के लिए बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया। सपा नेता ने कहा कि यह पहली घटना नहीं है जब लापरवाही देखने को मिली हो। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को पता है कि जब कभी इस तरह के कार्यक्रम होते है, बड़ी संख्या में लोग आते है। सरकार के पास जानकारी थी उसके बावजूद जरूरी इंतजाम नहीं किए गये। लापरवाही की वजह से जो जानें गयी है उसकी जिम्मेदार सरकार है। जानें बच सकती थी लेकिन सरकार एम्बूलेंस और गाडिय़ों की व्यवस्था नहीं कर पायी। जो घायल इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे, उन्हें पर्याप्त इलाज नहीं मिला। न दवाएं मिली न ऑक्सीजन मिली। लोगों को बचाने का कोई इंतजाम नहीं था। इस सबके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार दुनिया में विश्व गुरू बन जाने की बात करती है। बड़े-बड़े दावे करती है कि दुनिया में भारत पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गयी, तीसरी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं लेकिन सच्चाई यह है कि यह सरकार आपात स्थिति में लोगों को ठीक से इलाज नहीं दे सकती। उन्होंने कहा कि लोगों को कोई सुविधा नहीं दे सकती। भाजपा सरकार ने पूरा सिस्टम बर्बाद कर दिया है। यह कैसी अर्थव्यवस्था है जहां न अस्पताल है न दवाई है न इलाज और न ऑक्सीजन है। भाजपा सरकार के सभी दावे झूठे है। इस सरकार में झूठ और लूट के अलावा कुछ नहीं है। भ्रष्टाचार चरम पर है। हर विभाग और हर जगह भ्रष्टाचार है।
उन्होंने कहा कि अगर अनुमति 50 हज़ार लोगों की थी तो प्रशासन क्या सो रहा था? क्यों जाने दिया लोगों को, बैरिकेडिंग कहा थी? रोकने के इंतजाम कहां थे? सरकार की वजह से जाने गई है, सरकार की वजह से ऑक्सीजन नहीं मिला, एंबुलेंस नहीं आई। सपा नेता ने आगे कहा कि यह जो हादसा हुआ है बहुत दर्दनाक है। यह पूरी सरकार, प्रशासन की लापरवाही है, सरकार को जो इंतजाम करना चाहिए था वह नहीं किया। इस लापरवाही की वजह से जो जानें गई हैं उसकी जिम्मेदार सरकार है, बहुत से लोगों की जान बच सकती थी।
वहीं, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि अनुमति से तीन गुना ज्यादा भीड़, मौके पर प्रशासन नहीं, भीड़ मैनेजमेंट का इंतजाम नहीं, भीषण गर्मी से ?बचने का कोई उपाय नहीं, कोई मेडिकल टीम नहीं, घटना के बाद एंबुलेंस नहीं, मदद के लिए फोर्स नहीं, अस्पताल में डॉक्टर और सुविधाएं नहीं… लापरवाहियों की इतनी लंबी लिस्ट लेकिन किसी की कोई जवाबदेही नहीं। हाथरस में जो दुखद घटना घटी, उसका जिम्मेदार कौन है? उन्होंने कहा कि कभी पुल गिरने से, कभी ट्रेन एक्सीडेंट से, कभी भगदड़ से सैकड़ों मौतें होती हैं। लीपापोती करने की बजाए सरकार का दायित्व होता है कि कार्रवाई करे और ऐसे हादसों को रोकने की योजना तैयार करे। मगर जवाबदेही तय होती नहीं है और ऐसे हादसे होते रहते हैं। यह बहुत दुखद स्थिति है।

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