उमेश पाल हत्याकांड में आया नया मोड़, एक करोड़ नहीं देने पर किया मर्डर!
प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में एक करोड़ की रंगदारी मांगने की बात सामने आई है। आरोप है कि पिछले दिनों एक जमीन पर कब्जे के दौरान माफिया डॉन अतीक अहमद के गुर्गों ने उमेश पाल से एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी। लेकिन उमेश पाल ने रंगदारी देने से इंकार करने के साथ ही केस दर्ज करा दिया। इससे नाराज अतीक अहमद ने उमेश पाल की मौत की कहानी लिख दी थी। पुलिस ने मामले की जांच में नए तथ्यों को शामिल कर लिया है।
प्रयागराज पुलिस के मुताबिक उमेश पाल की धूमनगंज में करोड़ों की प्रापर्टी है। माफिया अतीक अहमद के इशारे पर उसके गुर्गों ने इस प्रापर्टी को कब्जा ली थी। वहीं विरोध करने पर एक करोड़ की रंगदारी मांग ली। कहा कि या तो रंगदारी दो या फिर इस प्रापर्टी को भूल जाओ। लेकिन उस समय उमेश पाल ने रंगदारी देने से साफ मना कर दिया। बल्कि स्नढ्ढक्र भी दर्ज करा दी। बताया जा रहा है कि उमेश पाल का यह जवाब लेकर अतीक के गुर्गे साबरमती जेल पहुंचे। जहां अतीक ने उमेश पाल को उड़ा देने का फरमान सुना दिया।
जानकारी के मुताबिक उमेश पाल की मौत की कहानी पीपल गांव स्थित उसकी पुश्तैनी जमीन पर करीब एक साल पहले लिखी गई थी। दरअसल उमेश पाल को सूचना मिली थी कि अतीक के गुर्गे उसकी जमीन कब्जा रहे हैं। इस सूचना पर वह मौके पर पहुंचा तो देखा कि खालिद जफर, मोहम्मद मुस्लिम, अबूसाद, दिलीप कुशवाहा आदि उसकी जमीन पर बाउंड्रीवॉल बनवा रहे हैं। बताया जा रहा है कि उस समय खालिद जफर ने उमेश पाल को धमकाया था और अतीक की ओर से रंगदारी की मांग की थी।
उमेश पाल ने रंगदारी देने से इंकार किया तो दो गुर्गे अतीक से मिलने के लिए साबरमती जेल गए थे। जहां इस माफिया को उमेश पाल की हिमाकत की जानकारी दी। बताया जा रहा है कि उमेश पाल का जवाब सुनते ही अतीक अहमद आग बबूला हो गया था। उसने तुरंत उसे उड़ा देने के निर्देश दिए। साथ ही उसने एक झटके में वारदात की पूरी स्क्रिप्ट लिखकर दे दी। उसी स्क्रिप्ट के मुताबिक इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है।