नीतीश कुमार ने NDA को दिया बड़ा झटका, इस राज्य में सरकार से वापस लिया समर्थन, चर्चाएं तेज
4PM न्यूज़ नेटवर्क: बिहार में इस साल 2025 के अंत तक विधानसभा चुनाव होंगे, लेकिन इससे पहले ही बिहार की राजनीति में सियासी घमासान मचा हुआ है। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने NDA को बड़ा झटका दिया है। जेडीयू ने मणिपुर में एम बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। इस मामले में JDU के प्रदेश अध्यक्ष के.एस.बीरेन ने मणिपुर के राज्यपाल एल गणेशन को एक आधिकारिक पत्र सौंप दिया है। अब मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड का एक मात्र विधायक विपक्ष की बेंच पर बैठेगा।
आपको बता दें कि साल 2022 में नीतीश कुमार की पार्टी के पाला बदलने वाले पांच विधायक केएच जॉयकिशन, एन सनाटे, मोहम्मद अछबुद्दीन, पूर्व पुलिस महानिदेशक एएम खौटे और थंगजाम अरुण कुमार थे, पांचों विधायकों ने बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली मणिपुर की बीजेपी सरकार को समर्थन दिया था।
जानकारी के अनुसार बिहार में सत्ताधारी JDU की मणिपुर इकाई ने अपने पत्र में कहा कि “जनता दल (यूनाइटेड), मणिपुर इकाई मणिपुर में BJP के नेतृत्व वाली राज्य सरकार का समर्थन नहीं करती है। हमारे एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर को सदन में विपक्षी विधायक माना जाएगा। जेडीयू ने कहा है कि राज्य में उसके एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर अब विपक्ष में बैठेंगे, जो पार्टी के रुख में बदलाव का प्रतीक है।
बताया जा रहा है कि जेडीयू का समर्थन वापसी मणिपुर की राजनीति में बदलाव का संकेत है। हालांकि, भाजपा सरकार के कार्यों और निर्णयों पर इसका प्रभाव तात्कालिक रूप से दिखाई नहीं देगा। हालांकि JDU के समर्थन वापस लेने से सरकार की स्थिरता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। आपको बता दें कि केंद्र और बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, NDA का सहयोगी दल है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- यह फैसला, मणिपुर में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार की स्थिरता को प्रभावित नहीं करते हुए, राजनीतिक महत्व रखता है, क्योंकि JDU केंद्र और बिहार में भाजपा की प्रमुख सहयोगी है।
- JDU का 2022 से बीजेपी के साथ गठबंधन था, लेकिन अब उसने सत्तारूढ़ सरकार से दूरी बना ली है।