नीतीश कुमार ने साधा भाजपा पर निशाना, पांच साल हुई जांच में क्या हुआ?

पटना। जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में लालू प्रसाद यादव के परिवार पर सीबीआई और ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बयान दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जांच में जिनको बुलाया जा रहा है, वो जवाब दे ही रहे हैं। अब हम लोग जब साथ आए हैं तो दोबारा जांच होने लगी। 2017 में भी जांच क्या हुआ, क्या निकला? पांच साल बाद भी जांच हो रही है। वहीं गठबंधन के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि कोई बदलाव नहीं होगा। कोई भी व्यक्ति 100 प्रतिशत सही नहीं हो सकता है।
बता दें, बीते शुक्रवार को जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में ईडी ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित घर पर छापेमारी की थी। यही नहीं उनकी तीन बहनों चंदा यादव, हेमा यादव और रागिनी यादव के घर पर भी छापेमारी हुई थी। वहीं आज तेजस्वी यादव को सीबीआई ने समन भेजकर पेश होने के लिए कहा है। इससे पहले भी बीते महीने चार फरवरी को तेजस्वी को तलब किया गया था।
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि तेजस्वी यादव को पहले चार मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह सीबीआई के समक्ष पेश नहीं हुए थे, जिसके बाद आज के लिए उनको एक नई डेट दी गई। अधिकारियों ने बताया कि तेजस्वी यादव को आज पूछताछ के लिए पेश होने को कहा गया है।
बता दें, सीबीआई ने हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से दिल्ली और पटना में पूछताछ की थी। यह मामला रेलवे में कथित तौर पर नौकरी पाने के लिए लालू प्रसाद यादव के परिवार को तोहफे में जमीन देने या जमीन बेचने से संबंधित है। यह मामला उस वक्त का है, जब आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे।

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