तेजस्वी के आगे फंस गए नीतीश, जल्द चुनाव करवाने पर अड़ गए, फंसा पेंच!
डिश्क्रिप्शन- बिहार में मुफ्त बिजली देने का तेजस्वी यादव का वादा भी वैसा ही है..... जैसा 10 लाख लोगों को नौकरी देने का.... लेकिन ये RJD के मुस्लिम-यादव राजनीति की जड़ें कमजोर होने की तरफ मजबूत इशारा भी है...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में सभी पार्टियां जुट गई है… तेजस्वी यादव पूरी तैयारी में जुटे हुए है… और जनता के बीच पहुंचकर तमाम चुनावी वादे कर रहें हैं…. और नीतीश सरकार की नाकामी को गिना रहें है… वहीं नीतीश के साथ सरकार चलाने के समय में जो काम तेजस्वी यादव ने किया था… उसको जनता के सामने रख रहें हैं… आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने दावा किया था कि मर जाऊंगा लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा… वहीं लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश के दावे फेल हो गए और… नीतीश ने तेजस्वी का साथ छोड़ दिया और बीजेपी के साथ आ गए… लेकिन बिहार का मुख्यमंत्री होने के साथ ही साथ बीजेपी के लिए बैसाखी बने नीतीश राज्य की जनता के लिए कोई काम नहीं कर पाए…. राज्य में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महिलाओं के साध अपराध चरम पर है… लेकिन नीतीश सरकार इन पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है… नीतीश की बात को केंद्र सरकार मान नहीं रही है… नीतीश के सहयोग से मोदी बैसाखी के सहारे प्रधानमंत्री तो बन गए लेकिन प्रधानमंत्री बनते ही अपने सहयोगियों को भूल गए… नीतीश सरकार की आरक्षण वाले नीति को हाईकोर्ट ने निरस्त कर दिया…
आपको बता दें इस बीच तेजस्वी यादव विधानसभा चुनाव दो हजार पच्चीस को लेकर एक्टिव मोड में नजर आ रहें है… और उन्होंने आभार यात्रा शुरू की है…. आभार यात्रा के माध्यम से तेजस्वी बिहार की सभी दो सौ तैंतालीस सीटों पर जाएंगे और जनता का आभार व्यक्त करेंगे… बता दें कि इसी क्रम में तेजस्वी यादव ने जनता से चुनावी वादा करना शुरू कर दिया है… और तेजस्वी ने बिहार की जनता को मुफ्त बिजली देने का वादा किया है… आपको बता दें कि अपनी खोई जमीन को तलाश रहे तेजस्वी सीएम नीतीश पर भी हमला कर रहें है… और बिहार सरकार की जमकर नाकामी गिना रहें हैं…. इस बीच तेजस्वी यादव ने बिहार के लोगों के लिए मुफ्त बिजली देने का बड़ा चुनावी वादा किया है…. ऐसी बातें अरविंद केजरीवाल की स्टाइल वाली राजनीति से निकल कर आई हैं… और बिहार में जन सुराज अभियान चला रहे प्रशांत किशोर को भी कुछ कुछ अरविंद केजरीवाल की पॉलिटिकल लाइन पर ही आगे बढ़ते देखा जा रहा है….
वैसे प्रशांत किशोर खुद को अरविंद केजरीवाल के रास्ते राजनीति में आने की बात से इनकार करते हैं…. पीके के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर का कहना है कि वो अरविंद केजरीवाल की तरह आंदोलन के रास्ते नहीं आ रहे हैं…. बल्कि जन सुराज अभियान लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहा है…. बता दें कि अपनी पार्टी को बुलंदी पर पहुंचाने के लिए रोज जनता से नए-नए वादे किए जा रहें है… बिहार के लोग पहले से ही राजनीतिक रूप से सजग और समझदार माने जाते हैं…. फिर भी प्रशांत किशोर बिहार के नेताओं की राजनीति को लेकर जिस तरह से जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं…. वो थोड़ा अलग है…. जब से वो जन सुराज यात्रा पर निकले हैं….. अक्सर नीतीश कुमार की खामियां गिनाते हैं… और ज्यादातर वक्त यही दोहराते रहते हैं… कि बिहार के लोग किसी ‘नौवीं फेल नेता’ को सत्ता क्यों सौंपना चाहते हैं….
तो क्या तेजस्वी यादव के मुफ्त बिजली के वादे के पीछे प्रशांत किशोर की ही भूमिका है…. या फिर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन को चैलेंज करने का कोई इरादा है…. तेजस्वी यादव आरजेडी शासन को ‘जंगलराज’ के रूप में नीतीश कुमार और बीजेपी के हमलों से लंबे अरसे से परेशान रहे हैं…. वो जंगलराज के लिए कई बार माफी भी मांग चुके हैं…. लेकिन दो हजार बीस के विधानसभा चुनाव में बहुमत के काफी करीब पहुंच कर भी चूक गये…. पिता लालू यादव से मिली विरासत के तहत तेजस्वी यादव मुस्लिम-यादव वोट बैंक की राजनीति करते हैं….. जिसे M-Y फैक्टर के नाम से जाना जाता है….. कुछ दिनों से तेजस्वी यादव की राजनीति में जातीय जनगणना का मुद्दा भी जुड़ गया है….. हालांकि, इसमें नीतीश कुमार की भी बहुत बड़ी भूमिका है…. लेकिन जिस तरीके से तेजस्वी यादव ने आभार यात्रा के दौरान मुफ्त बिजली का वादा किया है…. विपक्षी गठबंधन INDIA गठबंधन के जातिगत जनगणना अभियान की धार कुंद होने के संकेत लगते हैं….
आपको बता दें कि दस सितंबर से शुरू हुई तेजस्वी यादव की आभार यात्रा सत्रह सितंबर तक चलेगी…. यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव अपनी पार्टी आरजेडी के कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं…. और जमीनी स्थिति जानने और समझने की कोशिश कर रहे हैं…. तेजस्वी यादव की ये यात्रा कर्पूरी ठाकुर के इलाके समस्तीपुर से शुरू हुई है… तेजस्वी यादव अपनी यात्रा के दौरान समस्तीपुर के बाद दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर जिलों की चालीस विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे…. वहीं अपनी यात्रा को लेकर तेजस्वी यादव ने सोशल साइट एक्स पर लिखा है…. किसी भी नेक कार्य में निरंतर मार्गदर्शन और शुरुआत से पहले अपने पुरखों का आशीर्वाद अत्यंत आवश्यक होता है…. वहीं तेजस्वी यादव का दावा है कि बिहार में बिजली देशभर में सबसे ज्यादा महंगी है…. कहते हैं, आम लोग बिजली बिल से परेशान हैं… स्मार्ट मीटर को लेकर भी वो बिहार सरकार को खरी खोटी सुनाते हैं…. और कहते हैं कि जब आरजेडी की सरकार आएगी तो ऐसी सारी गड़बड़ियां ठीक कर दी जाएंगी….
वहीं मुफ्त बिजली को लेकर सोशल साइट X पर तेजस्वी यादव ने लिखा है कि डबल इंजन सरकार होने एवं BJP/NDA के दशकों के शासन के बावजूद देश में सबसे महंगी बिजली बिहार में मिलती है… बिहार की जनता महंगे बिजली बिल तथा स्मार्ट मीटर की गड़बड़ियों से त्रस्त है… हमारी सरकार आने पर दो सौ यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी…. आपको बता दें कि प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान में पहले तो निशाने पर अक्सर नीतीश कुमार ही नजर आते थे….. लेकिन धीरे धीरे वो पूरी तरह तेजस्वी यादव पर फोकस होते गये…. भले ही प्रशांत किशोर खुद को अरविंद केजरीवाल से अलग होने का दावा करें…. लेकिन ‘चौथी पास राजा’ वाली स्टाइल में ही वो नौवीं फेल नेता का जिक्र करते आ रहे हैं…. वहीं तेजस्वी यादव के खिलाफ प्रशांत किशोर की सबसे बड़ी चाल मुस्लिम वोट बैंक को लेकर समझ में आई है…. आने वाले बिहार चुनाव में जीत और उसके बाद सरकार बनाने का दावा कर रहे प्रशांत किशोर ने चालीस मुस्लिम नेताओं को अपनी पार्टी का टिकट देने का ऐलान किया है…. प्रशांत किशोर दो अक्टूबर को अपनी राजनीतिक पार्टी की घोषणा करने वाले हैं….
देखा जाये तो तेजस्वी यादव मुस्लिम-यादव वोट बैंक के भरोसे ही राजनीति के मैदान में खड़े हैं… अगर मुस्लिम वोट थोड़ा भी छिटक जाये या चुनावों में पीके की वजह से बंट गया…. तो बहुत बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है… दो हजार बीस के बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने कैबिनेट की पहली मीटिंग में पहली दस्तखत से युवाओं को दस लाख नौकरियां देने का वादा किया था…. और जब नीतीश कुमार के साथ दोबारा डिप्टी सीएम बने तो उनके चुनावी वादे पर कुछ काम भी हुआ…. हालांकि, शिक्षकों को बड़ी संख्या में नौकरी देने का श्रेय नीतीश कुमार ने अपने पास रखा है…. और तेजस्वी यादव उस पर सवाल उठाते रहे हैं…. ये तो साफ है कि कि तेजस्वी यादव का दो सौ यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा, RJD के मुस्लिम-यादव राजनीति की जड़ें कमजोर होने की तरफ एक मजबूत इशारा है….
वहीं ये भी तेजस्वी यादव की राजनीतिक का ही असर है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी किसी भी मौके पर जातीय जनगणना के मुद्दे का जिक्र करना नहीं भूलते…. और तेजस्वी यादव ने भी आरक्षण पर राहुल गांधी के बयान का स्वागत करते हुए बचाव भी किया है…. लेकिन अब ये सब शायद नाकाफी लगने लगा है…. यादव समाज का नेता होने और मुस्लिम वोट की बदौलत तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता तो बन जाते हैं….. लेकिन सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत से पीछे रह जाते हैं…. हो सकता है तेजस्वी यादव के सलाहकारों को लगा हो कि नीतीश कुमार का सुशासन आरजेडी नेता पर भारी पड़ जाता हो…. और एक बड़ी वजह ये भी लगती है कि दस लाख नौकरी के बाद तेजस्वी यादव दो सौ यूनिट मुफ्त बिजली देने का भी वादा कर रहे हैं…. फिर डबल इंजन की सरकार चला रहे नीतीश कुमार के लिए भी मुफ्त बिजली का वादा एक नया चैलेंज ही है… भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसी चीजों को रेवड़ी बांटना कहते रहे हों…. मोदी विपक्षी पार्टियों को जनता के लिए अपनी सरकार में दिए जाने वाली सहूलियत को रेवड़ी कहते हैं,…. लेकिन खुद रेवड़ी के सहारे ही सरकार चला रहें है… और जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहें है… वहां पर पहुंचकर उनके नेता जनता को वहीं रेवड़ी देने का वादा कर रहें है…
आपको बता दें कि तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार को सभी मुद्दों पर लगातार घेर रहें है… इसी कड़ी में प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गए हैं….. एक ओर वे मतदाताओं को लुभाने के लिए घोषणाएं करने में जुटे हैं… तो दूसरी ओर प्रदेश की विधि-व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरने का मौका भी नहीं छोड़ रहे…. बता दें कि नेता विरोधी दल ने अपराध को घटनाओं को लेकर फिर सरकार को घेरा…. तेजस्वी ने कहा कि प्रदेश में बेलगाम अपराध…. और ध्वस्त विधि-व्यवस्था को कारण रोज सैकड़ों लोगों की सत्ता प्रायोजित पूर्व नियोजित हत्याएं हो रही हैं…. और उन्होंने कहा कि किसी पुलिस अधिकारी पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई एवं तबादला करने करने की बजाय अपराध वाले क्षेत्र, जिलों में उन्हें लंबी अवधि तक पोस्टिंग दी जा रही है…. यह तब तक रहेगी… जब तक पोस्टिंग के वक्त निवेश की गई राशि पर लाभांश न मिल जाए…. तेजस्वी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुषुप्त अवस्था में हैं…. उनकी पुलिस अपराध रोकथाम नहीं बल्कि शराबबंदी के नाम पर धन शोधन में व्यस्त है…
बता दें कि उन्होंने हत्याओं का एक आंकड़ा भी पोस्ट में डालकर कहा कि हत्याओं की ये घटनाएं केवल पटना शहर के पुलिस के आंकड़े हैं…. लेकिन सच्चाई इससे भी कई गुणा भयावह है…. वहीं आंकड़ों के माध्यम से तेजस्वी ने बताया कि पिछले छह महीने के दौरान पटना में कुल एक सौ पचहत्तर हत्याएं हुईं हैं…. वहीं एक सौ आछ लूट, तेइस डकैती, चार सौ नवासी घर में चोरी… और दो हजार नौ सौ छत्तीस गाड़ी चोरी के मामले हुए हैं…. बता दें कि अगले साल बिहार में विधानसभा चुनाव है….. इसको लेकर, तेजस्वी ने कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम शुरू किया है…. इसके तहत, वह हर जिले में जाकर अपने कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं… और उनको जनता के बीच जाकर उनकी बेसिक परेशानियों को जानने का प्रयास कर रहें है… यात्रा के माध्यम से तेजस्वी जनता की मूलभूत समस्याओं को जानकर उसके अनुरूप अपना चुनावी खाका तैयार करने की कोशिश में जुटे हैं… जिसके विधानसभा चुनाव पार्टी का घोषणा पत्र तैयार करने में मदद मिलेगी… और पार्टी राज्य में बेहतर प्रदर्शन करेगी…