पीएम की रैली में कोई अपनी मर्जी से नहीं गया: उमर अब्दुल्ला

कहा- सरकारी कर्मियों पर डाला गया दबाव

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। पीएम के दौरे को लेकर पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने तंज कसा है। सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अब्दुल्ला ने लिखा कि रैली में कोई भी अपनी मर्जी से नहीं आएगा। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि गोदी मीडिया और एजेंसियां श्रीनगर में पीएम मोदी को सुनने के लिए इक_ा हुई ऐतिहासिक भीड़ के बारे में बात कर रही होंगी।
तानाशाही जम्मू-कश्मीर सरकार ने प्रधानमंत्री को भीड़ देने के लिए हर संभव कोशिश की है क्योंकि भाजपा प्रशासन के बिना जम्मू-कश्मीर में कुछ भी संभाल नहीं सकती है। कर्मचारियों, पुरुषों और महिलाओं दोनों, जिनकी उम्र हजारों के आसपास है, को आयोजन स्थल तक जाने के लिए सुबह 4:30 से 5:30 बजे के बीच ठंडे तापमान में इक_ा होने के लिए कहा जा रहा है। यह भागीदारी वैकल्पिक नहीं, अनिवार्य है। जो कर्मचारी उपस्थित नहीं होंगे उन्हें उनके विभाग प्रमुखों द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई की धमकी दी गई है। डीपीएस आदि जैसे निजी स्कूलों ने इन सभी कर्मचारियों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने के लिए अपनी बसों की कमान संभाली है। अब्दुल्ला ने कहा कि मेरे पास विभाग के विवरण, पते और मोबाइल नंबर और परिवहन विवरण के साथ हजारों की सूची है। मैंने 140 पृष्ठों में से एक पृष्ठ का एक भाग संपादित कर दिया है।

प्रधानमंत्री के भाषण में कुछ भी नया नहीं था : उमर

प्रधानमंत्री की रैली को लेकर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनके पीएम के भाषण में कुछ भी नया नहीं था। उन्होंने ऐसा कुछ भी उल्लेेख नहीं किया जो लोग सुनना चाहते थे। हालांकि प्रधानमंत्री खुद चुनाव की घोषणा नहीं कर सकते, लेकिन पीएम मोदी को कम से कम सुप्रीम कोर्ट की 31 सितंबर की समय सीमा से पहले विधानसभा चुनाव कराने के बारे में कहना चाहिए था।

परिवारवाद वाले नारों के पक्ष में नहीं

बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के पीएम मोदी पर परिवारवाद वाले तंज पर उमर ने कहा कि वह ऐसे व्यक्तिगत नारों के पक्ष में नहीं हैं। इनसे किसी तरह का लाभ नहीं मिलता। उमर अब्दुल्ला कहते हैं, मैं कभी भी ऐसे नारों के पक्ष में नहीं रहा हूं और हमें उनसे कभी कोई फायदा नहीं हुआ है। जब भी हम ऐसे नारे लगाते हैं, तो इससे हमें नुकसान होता है। मतदाता इन सब से प्रभावित नहीं होते हैं, वे जानना चाहते हैं कि वर्तमान में उनके सामने जो समस्याएं हैं उनका समाधान कैसे होगा…हम वास्तव में ऐसे बयान देकर सेल्फ-गोल करते हैं या गोलकीपर को हटाते हैं और पीएम मोदी को गोल करने की अनुमति देते हैं।

पीडीपी के बजाय कांग्रेस के लिए छोड़ सकते हैं सीट

नेशनल कॉन्फ्रेंंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने लोकसभा चुनाव के लिए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ सीट साझेदारी के लिए गठबंधन करने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वह पीडीपी के साथ सीट बंटवारे के लिए समझौता नहीं करेंगे। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर उन्हें पहले यह कहा गया होता कि उन्हें नेकां को पीडीपी के साथ साझेदारी करनी पड़ेगी तो उनकी पार्टी इंडिया गठबंधन में शामिल ही नहीं होती। उमर ने कहा कि अगर राहुल गांधी और सोनिया गांधी कहते हैं कि कांग्रेस के लिए छोड़ दें तो वह पीडीपी के बजाय कांग्रेस को सीट देना पसंद करेंगे उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस नंबर दो पर है, जबकि पीडीपी तीसरे नंबर पर है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में भाजपा को सत्ता में लाने और लोगों के जनादेश को धोखा देने के बाद पीडीपी के पास कोई विश्वसनीयता नहीं बची है। उमर अब्दुल्ला ने फिर कहा कि कश्मीर घाटी में सभी तीन लोकसभा सीटों पर नेकां स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी और अपने बल जीत दर्ज करेगी।

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