संसद सत्र के एजेंडे में कुछ भी नहीं: जयराम रमेश

कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा, 18 सितंबर से शुरू होगा संसद का सत्र

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सरकार ने हाल ही में संसद के विशेष सत्र का एजेंडा जारी किया। इस पर कांग्रेस ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो एजेंडा जारी किया है, उसमें कुछ भी नहीं है। हालांकि, कांग्रेस ने आशंका जताई कि सरकार आखिरी समय में छोड़े जाने के लिए अपने विधायी हथगोलों को छिपा रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि आखिरकार सोनिया गांधी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र के दबाव के बाद सरकार ने पांच दिवसीय विशेष सत्र के एजेंडे की घोषणा कर दी है।
फिलहाल जो एजेंडा सामने आया है, उसमें कुछ भी नहीं है। इन सबके लिए नवंबर में शीतकालीन सत्र तक इंतजार किया जा सकता था। जयराम रमेश ने कहा कि मुझे यकीन है कि सरकार हमेशा की तरह विधायी हथगोले आखिरी क्षण में छोडऩे के लिए तैयार है। परदे के पीछे कुछ और है! इसके बावजूद इंडिया गठबंधन की पार्टियां घातक सीईसी विधेयक का डटकर विरोध करेंगी।

सार्वजनिक मुद्दों पर ध्यान नहीं

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सत्र के अब तक घोषित एजेंडे में सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में उठाए गए सार्वजनिक मुद्दों पर बात नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अहम मुद्दों की बजाय सिर्फ हेडलाइन प्रबंधन को चुना गया है। इस एजेंडे को देखकर 140 करोड़ भारतीय बेहद निराश हैं। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने भी एजेंडे को लेकर सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा भारत के सामने सबसे गंभीर मुद्दों को उजागर करने के बावजूद सरकार चुप रहना चाहती है। उन्होंने कहा कि मणिपुर कहां है? बेरोजगारी? हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा? महाराष्टï्र में सूखा? मुद्रास्फीति? आदि मुद्दों पर बात होनी चाहिए। टीएमसी प्रवक्ता डेरेक ओब्रायन ने कहा कि सरकार ने संसद विशेष सत्र के लिए एक एजेंडा पेश किया है। हालांकि, एजेंडे में एक चेतावनी है इसे संपूर्ण नहीं माना जाना चाहिए। उन्होंने पूछा कि क्या यह गंदी चालें नहीं हैं? ओब्रायन ने कहा कि विशेष संसद सत्र शुरू होने में दो कार्य दिवस शेष हैं और अभी भी एजेंडे पर एक शब्द भी नहीं है।

भाजपा ने सांसदों को जारी किया व्हिप

नई दिल्ली। भाजपा ने सभी लोकसभा सदस्यों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है और उनसे 18 सितंबर से शुरू होने वाले विशेष संसद सत्र के सभी पांच दिनों में संसद में उपस्थित रहने को कहा है। व्हिप ने कहा गया है कि कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यों को चर्चा और पारित करने के लिए लिया जाएगा। लोकसभा में सभी भाजपा सदस्यों को सूचित किया जाता है कि सोमवार, 18 सितंबर से शुक्रवार, 22 सितंबर 2023 तक लोकसभा में कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण विधायी व्यवसाय चर्चा और पारित करने के लिए उठाए जाएंगे। लोकसभा में भाजपा के सभी सदस्य से इसलिए अनुरोध है कि सभी पांच दिनों यानी सोमवार, 18 सितंबर से शुक्रवार, 22 सितंबर 2023 तक सदन में सकारात्मक रूप से उपस्थित रहें और सरकार के रुख का समर्थन करें।

चार विधेयक रखे जाएंगे

विशेष संसद सत्र की अटकलों के बीच, जिसके एजेंडे को गुप्त रखा गया था, व्हिप सरकार द्वारा संसद की 75 वर्षों की यात्रा पर एक विशेष चर्चा सूचीबद्ध करने के एक दिन बाद आया है। सरकार ने मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर विधेयक को भी विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया है। यह बिल पिछले मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में पेश किया गया था। लोकसभा के लिए अन्य सूचीबद्ध कार्यों में द एडवोकेट्स (संशोधन) बिल, 2023 और द प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियोडिकल्स बिल, 2023 शामिल हैं, जो पहले ही 3 अगस्त 2023 को राज्यसभा द्वारा पारित किए जा चुके हैं। द पोस्ट ऑफिस बिल, 2023 को भी लोकसभा की कार्यवाही में सूचीबद्ध किया गया है।

 

मॉक ड्रिल: विधान भवन की छत पर हेलीकॉप्टर से उतरे कमांडो

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी पुलिस और एनएसजी के जवानों ने दिखाया कि वो किसी भी आतंकी हमले को बेअसर करने और आतंकियों को धूल चटाने के लिए तैयार हैं। बृहस्पतिवार को लखनऊ के विधानभवन में की गई मॉक ड्रिल में आतंकी हमले की सूचना पर पल भर में ही कमांडो पहुंचे और विधान भवन के ऊपर हेलीकॉप्टर से उतरे।
उन्होंने कुछ ही मिनट में अपनी पोजिशन लेते हुए हालात को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया। इस दौरान हेलीकॉप्टर से उतरते जवानों को देखकर लोग रुक गए और वीडियो बनाने लगे। इसके पहले बुधवार को भी लखनऊ में ऑपरेशन फाइव के तहत शहर के प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर मॉक ड्रिल की गई थी। अचानक से शुरू हुई मॉक ड्रिल से लोग थोड़ा घबरा गए। हालांकि, कमिश्नरेट पुलिस ने बाकायदा एक अपील जारी कर ड्रिल के बारे में सभी को जानकारी दी थी जिससे कि दहशत की स्थिति न बने।

बिहार की बागमती में नाव डूबी, 10 लापता

30 स्कूली बच्चे थे सवार, स्थानीय लोगों ने 20 को बचाया

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर में गुरुवार को बागमती नदी में बड़ा हादसा हो गया है। स्कूली बच्चों से भरी एक नाव नदी में डूब गई। हादसा सुबह साढ़े 9 बजे गायघाट थाना क्षेत्र के बेनीबाद में हुआ है। नाव में 30 से ज्यादा बच्चे सवार थे। अब तक 20 बच्चों को बाहर निकाल लिया गया। 10 बच्चे अब भी गायब हैं।
स्कूल नदी के उस पार है। बच्चे रोज की तरह नाव से स्कूल जा रहे थे। तभी नदी का बहाव तेज होने के चलते नाव पलट गई। गायघाट और बेनीबाद पुलिस के साथ एनडीआाएफ व एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा है। उधर, मुजफ्फरपुर में ही एसकेएमसीएच में नवनिर्मित पीकू वार्ड का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि डीएम और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। जो भी हताहत होगा सरकार उसके परिवार की मदद करेगी। एसडीओ पूर्वी अमित कुमार ने बताया कि हमारा मेन फोकस बच्चों को सुरक्षित निकालने पर है। कितने लोग डूबे हैं उसका अभी कोई क्लियर आंकड़ा नहीं है।

कई सालों से हो रही थी पुल की मांग

बताया जा रहा है कि जिस जगह ये हादसा हुआ है वहां के लोग कई सालों से पुल की मांग कर रहे हैं। शॉर्टकट के चक्कर में लोग नाव का इस्तेमाल करते हैं। बच्चे भी शॉर्टकट के चक्कर में ही नाव से ही स्कूल आना-जाना करते हैं।

अस्पताल के बाहर फटा ऑक्सीजन सिलेंडर कर्मचारियों के उड़े चिथड़े

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ । लखनऊ में बालागंज चौराहे के पास एक अस्पताल के बाहर ऑक्सीजन सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया। सिलेंडर सप्लाई करने वाले दो कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए। उनके हाथ पैर के चिथड़े उड़ गए। एक के सिर का हिस्सा भी उड़ गया।
पुलिस ने राहगीरों की मदद से दोनों को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। हालत बेहद नाजुक है। हादसा देख आसपास इलाके में दहशत फैल गई। फरीदीपुर निवासी संजय का ऑक्सीजन प्लांट है। उनके मुताबिक जेपीएस अस्पताल में सिलेंडर की सप्लाई करने के लिए उनके कर्मचारी शोभित और आरिफ डाला लेकर गए थे। अस्पताल के बाहर डाला खड़ा करने के बाद जैसे ही दोनों ने पीछे जाकर सिलेंडर उठाने का प्रयास किया वैसे ही एक सिलेंडर में धमाका हो गया। आरिफ और शोभित उछल कर दूर जा गिरे। हाथ पैर और शरीर के कई हिस्सों के चिथड़े हो गए।

मप्र में कई परियोजनाओं का पीएम मोदी ने किया शिलान्यास, बोले-

विपक्ष भारत की संस्कृति पर हमला कर रहा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बीना। पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर भारत की संस्कृति पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी नीति है भारतीयों की आस्था पर हमला करो। ये घमंडिया गढबंधन की नीयत है कि भारत को जिन विचारों, संस्कारों, परंपराओं ने हजारों सालों से जोड़ा है, उसे तबाह कर दो.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, जिस सनातन से प्रेरित होकर देवी अहिल्या बाई होलकर ने देश के कोने कोने में सामाजिक कार्य किए, नारी उत्थान के कार्य किए, ये घमंडिया गठबंधन उस सनातन को, संस्कारों को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं. ये सनातन की ताकत थी कि झांसी की रानी अंग्रेजों को यह कहकर ललकार पाई कि मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (14 सितंबर) को मध्य प्रदेश के बीना में 50,700 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं के रिमोट का बटन दबाकर शिलान्यास किया. इस दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने सनातन धर्म विवाद को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया सनातन धर्म को खंड-खंड करना चाहता है, पीएम मोदी ने भ्रष्ट्राचार पर लगाम लगाने और देश के विकास समेत भारत में सफल जी20 सम्मेलन का भी जिक्र किया। जी20 के सफल आयोजन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से पूछा कि इस पर उन्हें हुआ या नहीं और नारे भी लगवाए, उन्होंने लोगों से पूछा,जी20 की सफलता का श्रेय किसको जाता है? ये किसने कर दिखाया?

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