अब दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी होगी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग
Now BBC documentary will be screened in Delhi University
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। इन दिनों बीबीसी की विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ को लेकर विवाद तूल पकड़ने लगा है। बता दें बीबीसी की इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पहले हैदराबाद यूनिवर्सिटी में हुई थी। फिर जेएनयू और जामिया में स्क्रीनिंग को लेकर बवाल हुआ और अब दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री दिखाए जाने का एलान किया गया है। वहीँ अब इस डॉक्यूमेंट्री को दिल्ली विश्व विधालय में इसको दिखाया जायेगा। बता दें इस डॉक्यूमेंट्री में गुजरात दंगो को दिखाया गया है। जिसके चलते इस डॉक्यूमेंट्री को भारत सरकार की तरफ से न देखने की हिदायत की गयी है। जिसके चलते ये डॉक्यूमेंट्री को बैन कर दिया गया। लेकिन फिर भी इसको यूट्यूब पर दिखाया गया है। लेकिन बाद में वहां से भी इस डॉक्यूमेंट्री को हटा दिया गया है। पूरे भारत में बैन होने के बाद भी इस डॉक्यूमेंट्री को हैदराबाद यूनिवर्सिटी में दिखाया गया था। उसके बाद इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीइंग JNU में भी हुई। और अब इसकी स्क्रीनिंग दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी होनी है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी प्रशासन के आधिकारिक बयान के मुताबिक, डॉक्यूमेंट्री को केंद्र सरकार की तरफ से बैन किया गया है. प्रशासन ने कहा, “डॉक्यूमेंट्री के लिए इजाजत नहीं ली गई है. कैंपस में इसकी इजाजत नहीं होगी. प्रशासन की तरफ से सारी तैयारियां कर ली गई हैं, ताकि उपद्रव ना हो. बाकी कैंपस के बाहर अगर डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग होती है तो वो पुलिस की जिम्मेदारी है। बता दें कि केंद्र सरकार ने पहले ही बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के लिंक को इंटरनेट पर ब्लॉक करने का निर्देश दे दिया है। विदेश मंत्रालय ने डॉक्यूमेंट्री को लेकर कहा कि इसमें निष्पक्षता का अभाव है और एक औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाता है। हालांकि, विपक्षी दलों ने सेंसरशिप के रूप में डॉक्यूमेंट्री तक पहुंच को बलॉक करने के सरकार के कदम की आलोचना की है।दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और जामिया में भी विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री को लेकर बवाल हो चुका है। जेएनयू में जब छात्र संघ स्क्रीनिंग करने जा रहे थे तब प्रशासन ने बिजली और इंटरनेट ही काट दिया. इसके बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने कहा कि उनपर एबीवीपी ने पथराव भी किया SFI ने जामिया में भी स्क्रीनिंग का एलान किया. जिसके बाद उनके चार कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया. उसके बाद छात्र संगठन ने विरोध प्रदर्शन किया. वहीं अब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शुक्रवार को क्लास नहीं लगाने का नोटिस जारी किया. हालांकि, प्रशासन ने कहा कि इसका विरोध प्रदर्शन से कोई लेना देना नहीं है।