बस अब जाने वाली है भाजपा सरकार: अखिलेश
- बोले- हैकिंग मैसेज की जांच होनी चाहिए
- जासूसी की कोशिश कर रही सरकार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार उनके फोन की भी टैपिंग कराने की कोशिश कर रही है। संबंधित कंपनी ने संदेश भेजकर उन्हें सतर्क भी किया है। अखिलेश ने कहा कि इस मामले में वह कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराएंगे, लेकिन इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। साथ ही कहा कि पूर्व की एक सरकार (कांग्रेस) ने नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के फोन टैप कराए थे। वह सरकार भी चली गई और यह सरकार भी चली जाएगी। प्रदेश सपा मुख्यालय पर एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने इस तरह से फोन सर्विलांस पर लगाना लोकतंत्र को खत्म करने जैसा है। वह उनकी जासूसी करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं करेंगे।
लेकिन, यह आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी अब विपक्षियों के फोन की जासूसी करवा रहे हैं। विपक्ष की बात सुनने से ज्यादा अच्छा तो यह है कि सत्ताधारी जनता की आवाज सुन लें। उन्हें सुधार का मौका मिल जाए और फिर महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, ध्वस्त कानून व स्वास्थ्य व्यवस्था, महिला अपराध, युवाओं के रोष, गरीबों, दलितों, वंचितों, किसानों, मजदूरों के शोषण, जतीय जनगणना व सामाजिक न्याय जैसे ज्वलंत मुद्दों पर कुछ सकारात्मक काम हो सके। अखिलेश ने कहा कि जासूसी कराने वालों के अपने दल वाले इससे ज्यादा डरे हैं। बेहतर होता कि सत्ताधारी काम करें, कान न लगाएं। उन्होंने मीडिया से कहा कि हमारी तैयारी से भाजपा के लोग घबराए हुए हैं। ये भाजपा के वही लोग हैं, जो लोगों को मिलने से पहले उन्हें साबुन से नहलाते हैं। इस देश ने वो समय भी देखा है, अगर किसी ने छू लिया तो नहा करके आते थे। छुआ हुआ खाना नहीं खाते थे। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी के नोटिस पर अखिलेश ने कहा कि भाजपा हार देख घबरा गई है। देश के 100 करोड़ से ज्यादा लोग भाजपा के खिलाफ हैं। कितनों को नोटिस देगी। उन्होंने कहा कि सरकारें गलत फैसले भी लेती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कैबिनेट पॉलिसी को लेकर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि चुनाव में सोशल मीडिया एजेंसियों और एआई का एक सीमा से ज्यादा उपयोग ठीक नहीं है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स के जरिये कहा कि कानपुर में एक टेक्सटाइल व्यवसायी के पुत्र के अपहरण व हत्या के मामले अपराध को समुदाय विशेष से जोडक़र फिरौती की मांग करना और ऐसा करके पुलिस का ध्यान भटकाने की साजिश बेहद गंभीर मामला है।
नेताजी का सैफई में बनेगा भव्य स्मारक, 22 को होगा शिलान्यास
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव (नेताजी) का सैफई में 8.3 एकड़ जमीन में भव्य स्मारक बनेगा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बताया कि 22 नवंबर को नेताजी के जन्मदिन के अवसर पर स्मारक का शिलान्यास किया जाएगा। यह स्मारक जहां नेताजी के समाधिस्थल से जुड़ा होगा, वहीं उनके जीवन की सभी महत्वपूर्ण घटनाओं को भी वहां उकेरा जाएगा। प्रदेश सपा मुख्यालय पर अखिलेश यादव की मौजूदगी में पूर्व सांसद व कवि उदय प्रताप सिंह ने स्मारक के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि स्मारक में 4.5 एकड़ जमीन पर एक भव्य पार्क और जन सुविधाएं होंगी। लोककला की अद्भुत झलक मिलेगी, क्योंकि नेताजी लोकजन से जुड़े जीवन को ही जीते थे। इसमें गलियारे होंगे और वास्तुकला में जमीन से जुड़े होने का मुख्य आकर्षण होगा। स्मारक के चारों तरफ एक लंबी दीर्घा का प्रबंध किया गया है, जिससे समाधि स्थल तक पहुंचा जा सकता है। प्रवेश द्वार से समाधि तक पहुंचने के लिए दृश्यावलियों की श्रृंखला, चौक और प्रांगण होंगे। दोनों तरफ रमणीक खंभे होंगे। इस स्थल पर लोकंत्रत की समझ व आवश्यकता और गांधी की अहिंसा के विचार भी उकेरे जाएंगे। स्तंभों में सम्राट अशोक के युग की लुंबनी, मेरठ और इलाहाबाद की कला प्रतिबिंबित होगी। उदय प्रताप सिंह ने कहा कि यह स्मारक समाजवादियों के लिए गौरव की वही अनुभूति प्रदान करेगा, जो अमेरिका के लोगों को लिंकन और जेफरसन के स्मारकों से प्राप्त होती है। अखिलेश यादव ने कहा कि हम सब लोगों की मिलकर कोशिश यही होगी कि बहुत जल्दी नेताजी का स्मारक बन करके तैयार हो जाए। ये स्मारक सैफई में इसलिए बना रहे हैं, क्योंकि नेताजी का सपना सैफई था। प्रयास रहेगा कि वर्ष 2027 से पहले इसका निर्माण पूरा हो जाए।