सनातन धर्म पर टिप्पणी कर बुरे फंसे तमिलनाडु के मंत्री, उदयनिधि के खिलाफ अब मुंबई में एफआईआर दर्ज

नई दिल्ली। सनातन धर्म पर टिप्पणी कर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन बुरे फंस गए हैं। उनके खिलाफ यूपी और बिहार में मामला दर्ज होने के बाद अब मुंबई में भी एएफआई दर्ज की गई है। दरअसल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू मच्छर और मलेरिया से की थी। उसके बाद उनके इस बयान की खूब निंदा हुई और उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश और बिहार में धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला दर्ज किया गया। अब मुंबई में भी उदयनिधि के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। ये एफआईआर मुंबई के मीरा रोड पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। इस एफआईआर में विभिन्न समूहों के बीच नफरत फैलाने के लिए आईपीसी की धारा 153ए और धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए आईपीसी की धारा 295ए के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि इससे पहले पिछले हफ्ते ही तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर में एफआईआर दर्ज हुई थी, इस एफआईआर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे का नाम भी शामिल है। दरअसल, प्रियांक खरगे के खिलाफ ये एफआईआर उदयनिधि के बयान का समर्थन करने के आरोप में दर्ज कराई गई है। इसके अलावा, इसी मामले में बिहार में मुजफ्फरपुर चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट में भी उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
तमिलनाडु के युवा कल्याण एवं खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। साथ ही इसे समाप्त करने की बात कही थी। 2 सितंबर को सनातन उन्मूलन सम्मेलन में उन्होंने कहा, सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर। मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, उन्हें मिटाना है। इसी तरह सनातन को भी मिटाना है।

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