अब बीजेपी व मोदी का पूरा हिसाब लेगी जनता

  • भाजपा के कारनामों के खिलाफ विपक्ष खोलेगा पोल
  • मोदी सरकार के दस साल की नाकामी को मुद््दा बनाएगी कांग्रेस
  • 2024 लोस चुनाव की घोषणा होते ही तैयारी में जुटेंगे सियासी दल
  • लगभग 97 करोड़ वोटर करेंगे मतदान, 12 लाख से अधिक मतदान केंद्र

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। चुनाव आयोग आज दोपहर तीन बजे 2024 के लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर देगा। मतदान सात चरण में होने का अनुमान है। लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी एलान हो सकता है। घोषणा से पहले सभी सियासी दलों की धड़कने बढ़ गई हैं। सबसे ज्यादा धुकधुकी बीजेपी की बढ़ी हुई है क्योंकि वह सत्ता में है। उसे अब जनता के बीच हिसाब देना है साथ ही उसके काम से लोग संतुष्टï है या असंतुष्टï ये चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा।
उधर विपक्ष ने पूरी तरह से कमर कस लिया है वह इसबार चुनावों में राजग को सत्ता से बेदखल करने को पूरी कोशिश में लगा है। बीजेपी की ओर से मोदी, योगी, शाह जैसे नेता प्रचार के लिए उतरेंगे जो इंडिया गठबंधन की ओर से राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी, ममता, अखिलेश जैसे दिग्गज चुनावी प्रचार की कमान संभालेंगे। वहीं 2019 के मुकबाले मतदाताओं की संख्या में छह फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है। 2019 के लोकसभा चुनाव में 89.6 करोड़ मतदाता थे। पांच साल में मतदाताओं की संख्या में 7.28 करोड़ का इजाफा हुआ है। पुरुष मतदाता 46.5 करोड़ से बढ़कर 49.72 हो गए हैं। यानी पुरुष मतदाताओं की संख्या में 3.22 करोड़ का इजाफा हुआ है।

भाजपा के मुद्दे पर हावी होंगे विपक्ष के दावे

इसबार चुनाव में कई जहां बीजेपी राम मंदिर, विकास,परिवारवाद, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों से विपक्ष को पूरे चुनाव के दौरान घेरती नजर आएगी। चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं के घरों पर छापे में मिली नोटो की गड्डियों का जिक्र खुद प्रधानमंत्री मोदी अपने भाषणों में करते रहे हैं। वहीं, विपक्ष लगातार आरोप लगाता रहा है कि छापे सिर्फ विपक्ष के नेताओं पर पड़ते हैं। जो भ्रष्टाचारी भाजपा में शामिल हो जाता है उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। चुनाव के दौरान इस तरह के नेताओं के नाम विपक्ष की ओर से भी लगातार लिए जाएंगे। वहीं विपक्ष बेरोजगारी का मुद्दा इस दौरान जमकर उठा सकता है। भर्ती परीक्षाओं में होने वाले पेपर लीक का मुद्दा भी चुनाव के दौरान विपक्ष द्वारा उठाया जाएगा। वहीं राहुल गांधी से लेकर तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव तक विपक्ष के ज्यादातर नेता जातिगत जनगणना के मुद्दे को उठाते रहे हैं। चुनाव के दौरान भी विपक्ष इस मुद्दे पर सत्ताधारी भाजपा को घेरने की कोशिश करेगा। वहीं, भाजपा इस मुद्दे पर लगातार कहती रही है कि देश में केवल चार जातियां होती हैं। ये जातियां गरीब, किसान, महिला और युवा हैं। चुनाव के दौरान भी कुछ इसी तरह के दावे प्रतिदावे किए जाएंगे।

पांच साल में बढ़े सात करोड़ से ज्यादा मतदाता

8 फरवरी को जारी मतदाता सूची के मुताबिक इस चुनाव में 96.88 करोड़ मतदाता हिस्सेदारी करेंगे। इनमें 49.72 करोड़ पुरुष, 47.15 करोड़ महिला और 48 हजार से ज्यादा अन्य मतदाता हैं। मतदाताओं का लिंगानुपात 948 है, यानीहजार पुरुष मतदाताओं पर 948 महिला मतदाता हैं। कुल आबादी में मतदाताओं का प्रतिशत 66.76 प्रतिशत है।

शत प्रतिशत वीवीपीएटी की गिनती हो: खरगे

बेंगलुरु। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मांग की कि मतों की गिनती के दौरान सभी वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) की गिनती की जानी चाहिए।वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयान के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि लोग मांग कर रहे हैं कि आगामी चुनाव ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की जगह मतपत्रों का उपयोग करके कराया जाए। हम शुरू से यह मांग कर रहे हैं… आप शत प्रतिशत वीवीपीएटी की गिनती करें, यही हमारी मांग है। आप सिर्फ कुछ वीवीपीएटी की गिनती कर रहे हैं। हम मांग कर रहे हैं कि सभी वीवीपीएटी की गिनती की जानी चाहिए। यह जानना बहुत आसान होगा।

के. कविता राउज रेवेन्यू कोर्ट में पेश

  • बहन कविता की गिरफ्तारी पर ईडी अफसरों से भिड़े भाई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में बीआरएस की नेता के. कविता को हैदराबाद में उनके परिसरों पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया है। आज उन्हें राउज रेवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। बीआरएस नेता ने कहा किया उनकी गिरफ्तारी अवैध है, उन्होंने कहा कि वह अदालत में इसके खिलाफ लड़ेंगी और उन्हे पूरी उम्मीद है कि एक दिन सत्य जीतेगा। वहीं ईडी ने दावा किया है कि के कविता उस साउथ ग्रुप का हिस्सा हैं, जिसने अब खत्म हो चुकी शराब उत्पाद शुल्क नीति के तहत शराब लाइसेंस के लिए दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को रिश्वत दी थी।
ग्रुप पर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत देने का आरोप है। ईडी का दावा है कि इस पैसे का इस्तेमाल आप ने चुनाव अभियानों के लिए किया था। उनसे पहले समीर,सरथ, बिनॉय व अन्य पकड़े गए हैं।

केटी रामा राव और ईडी अधिकारियों के बीच बहस

केटी रामा राव और ईडी अधिकारियों के बीच इस दौरान जमकर बहस हुई, इस केटी रामा राव ने इस पूरी प्रक्रिया को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन बताया और चेतावनी देते हुए कहा कि आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जिस पर एजेंसी के अधिकारी जवाब देते हैं, आपके पास कानूनी उपाय हैं। वीडियो के.कविता के हैदराबाद स्थित घर के अंदर का है। रामा राव वीडियो में दावा करते हुए नजर आ रहे हैं कि एजेंसी के अधिकारियों के पास कविता को दिल्ली ले जाने के लिए आवश्यक ट्रांजिट वारंट नहीं था। केटीआर ने ईडी के अधिकारियों से पूछा कि मैडम भानु प्रिया मीना कहती हैं कि तलाशी पूरी हो गई है (और) गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है।

केजरीवाल को कोर्ट से राहत, मिली जमानत

  • 15 हजार के मुचलके पर छूटे, गिरफ्तारी की तलवार हटी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रॉउज एवेन्यू कोर्ट ने बड़ी राहत दे दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर लटक रही गिरफ्तारी की तलवार अब हट गई है क्योंकि राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें राहत देती है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के कोर्ट में पेश हुए थे जहां मात्र 15 हजार रुपये के मुचलके पर उन्हें जमानत दे दी गई है। इसके साथ ही राउज एवेन्यू कोर्ट ने दोनों पक्षों को संबंधित दस्तावेज पेश करने के लिए कहा है। दरअसल राउज एवेन्यू कोर्ट में अरविंद केजरीवाल की ये पेशी शराब नीति में कथित घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही ईडी की शिकायत पर की गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आबकारी नीति मामले में ईडी के समन पर पेश न होने को लेकर उनके खिलाफ दर्ज जांच एजेंसी के दो मामलों के संबंध में अदालत के समक्ष पेश हुए। अदालत ने ईडी के समन पर पेश न होने को लेकर जांच एजेंसी द्वारा दर्ज दो मामलों में केजरीवाल को जमानत दी। अदालत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अदालत कक्ष से जाने की अनुमति दी, ईडी द्वारा दर्ज दो मुकदमों में सुनवाई जारी रहेगी।

ईडी के समन कानून के अनुसार नहीं : वकील

अरविंद केजरीवाल की पेशी के बाद आप पार्टी के कानूनी प्रमुख संजीव नासियार ने कहा कि ईडी के समन के संबंध में हमारा रुख स्पष्ट है कि वे कानून के अनुसार नहीं हैं और अवैध हैं। अदालत अब इसका फैसला करेगी। हमें अदालत पर पूरा भरोसा है। अदालत जो भी फैसला करेगी हमारा निर्णय उसी के अनुसार होगा। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने सीएम (अरविंद केजरीवाल) को समन किया था। पिछली बार वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसमें शामिल हुए थे जब उन्हें दोबारा निर्देश दिया गया तो उन्होंने कहा कि वह सशरीर उपस्थित होंगे। वह आज पेश हुए और जमानत बांड जमा किया। जमानत मंजूर हो गई।

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