अब महंगाई को लेकर वरुण गांधी ने अपनी सरकार को घेरा, बोले, रोटी, कपड़ा और मकान के बाद इलाज भी हुआ महंगा
केंद्र की मोदी सरकार से पूछा, कब मिलेगी आम आदमी को राहत
- नए जीएसटी रेट का दिया हवाला, केंद्र सरकार को आत्ममंथन करने की दी सलाह
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। अब बढ़ती महंगाई को लेकर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने अपनी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान के बाद अब अस्पताल में इलाज कराना भी महंगा हो गया है। आखिर महंगाई के बोझ तले दबे आम आदमी को कब राहत मिलेगी? यही नहीं भाजपा सांसद ने केंद्र सरकार को आत्ममंथन करने की सलाह भी दी है।
भाजपा सांसद वरुण गांधी विभिन्न मुद्दों को लेकर लगातार अपनी सरकार पर हमलावर रहे हैं। इस बार उन्होंने महंगाई को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 800 आवश्यक एवं आम उपयोग वाली दवाइयों के दामों में वृद्धि के बाद अब अस्पतालों में इलाज भी महंगा हुआ। उन्होंने लिखा, रोटी महंगी, कपड़ा महंगा, मकान महंगा और अब इलाज महंगा हुआ। स्वास्थ्य और शिक्षा तो बुनियादी आवश्यकता है। महंगाई के बोझ तले दबे आम आदमी को राहत कब मिलेगी? आत्ममंथन की जरूरत है! गौरतलब है कि वरुण गांधी ने 18 जुलाई से लागू हो रहे नए जीएसटी रेट की खबर का हवाला दिया है, जिसमें कहा गया कि 18 जुलाई के बाद जिन चीजों पर महंगाई की तगड़ी मार पडऩे वाली है उनमें पैकेट बंद और लेबल लगा गेहूं का आटा, दुग्ध उत्पाद शामिल हैं। इनके अलावा अलग अलग तरह के पापड़, मूढ़ी या मुरमुरे भी महंगे हो जाएंगे। अस्पतालों में प्राइवेट बेड पर भी जीएसटी लगेगा। वहीं एक दिन पहले रोजगार को लेकर उन्होंने ट्विट किया था कि स्थायी नौकरियों के स्थान पर अस्थायी नौकरियों का चलन, आर्थिक मोर्चे पर हमारी नाकामी की दास्तां है।
रिक्त पदों के
आंकड़े पेश कर पूछा था कहां गया बजट
मई में वरुण गांधी ने बेरोजगारी और खाली पड़े पदों को लेकर सरकार को घेरा था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि जब बेरोजगारी तीन दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है। तब ये आंकड़े चौंकाने वाले हैं। जहां भर्तियां न होने पर करोड़ों युवा हताश व निराश हैं। वहीं सरकारी आंकड़ों की ही माने तो देश में 60 लाख स्वीकृत पद खाली हैं। वरुण ने कहा कि कहां गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था। ये जानना हर नौजवान का हक है। ट्वीट में वरुण ने इसके साथ ही एक सूची को ट्वीट किया था जिसमें बताया गया था कि किस विभाग में कितने रिक्त पद हैं।
अग्निपथ योजना का भी किया था विरोध
ये पहला मौका नहीं है जब उन्होंने भाजपा सरकार को घेरा है। इससे पहले भी वे कई बार नरेंद्र मोदी सरकार हम हमलावर रहे हैं। सांसद वरुण गांधी घटते रोजगार, निजीकरण, संविदा कर्मियों की व्यथा, शिक्षामित्रों की बदहाली जैसे मुद्दे ट्विटर के माध्यम से लगातार उठाते हुए सरकार की नीतियों को कठघरे में खड़ा करते रहे हैं। पिछले दिनों सरकार की ओर से घोषित अग्निपथ योजना को लेकर सांसद ने कई ट्वीट किए। इनमें उन युवाओं का दर्द बयां किया, जो वर्षों से सेना में पूर्णकालिक भर्ती के लिए तैयारियों में पसीना बहाते रहे।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक : शामिल होने हैदराबाद पहुंचे योगी, तय हो सकता है यूपी भाजपा अध्यक्ष का नाम
- पास होंगे कई राजनीतिक प्रस्ताव कल संबोधित करेंगे पीएम मोदी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में आज से शुरू हो रही भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंच चुके हैं। इस बैठक में उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का नाम भी तय हो सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद पहुंचे। वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के साथ ही भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह पहले से ही हैदराबाद में हैं। इस बैठक को विजय संकल्प सभा नाम दिया गया है, जिसको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को संबोधित करेंगे। इस बैठक में उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का नाम भी तय हो सकता है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा कार्यकारिणी के अन्य सदस्य भी शामिल होंगे। सूत्रों के अुनसार होने वाले लोक सभा चुनाव के लिए भाजपा दक्षिण भारत के मिशन पर फोकस कर रही है।
राहुल का मोदी पर बड़ा हमला, मनरेगा को नहीं समझ पाए प्रधानमंत्री
- यूपीए सरकार की इस योजना ने कोरोना काल में भारत को बचाया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वायनाड। केरल यात्रा के दूसरे दिन आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में मनरेगा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मनरेगा योजना की गहराई को समझ नहीं पाए।
राहुल गांधी ने कहा कि यूपीए की सरकार ने मनरेगा को संकल्पित, विकसित और लागू किया था। जब इसका पहली बार उल्लेख किया गया था तब काफी प्रतिरोध का सामना करना पड़ा था। नौकरशाहों, व्यवसायियों ने कहा था कि यह पैसे की बर्बादी है। मनरेगा को लेकर राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि जब मैंने लोक सभा में प्रधानमंत्री को मनरेगा के खिलाफ बोलते सुना तो चौंक गया था। उन्होंने इसे यूपीए की विफलताओं का जीवंत स्मारक बताया था। उन्होंने इसे राजकोष पर एक बोझ बताया था। इससे मुझे एहसास हुआ कि प्रधानमंत्री वास्तव में मनरेगा की गहराई को नहीं समझ पाए हैं। राहुल ने कहा कि मैं कोरोना काल के दौरान देख रहा था जब हजारों की संख्या में लोग बेरोजग़ार हुए वहीं मनरेगा ने लोगों को बचाया था। पीएम ने उस समय मनरेगा पर कोई सवाल नहीं उठाया क्योंकि यह स्पष्ट हुआ कि जिसे उन्होंने यूपीए की विफलताओं का जीवंत स्मारक बताया था उसी ने भारत को कोविड के समय बचाया।