मस्जिद को तोड़ मंदिर बनाना इंसानियत नहीं : बर्क
- राममंदिर उद्घाटन पर सपा नेता ने दी प्रतिक्रिया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर संभल से सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने ऐसा बयान दिया, जिसे लेकर अब विवाद छिड़ गया है. उन्होंने कहा कि जिस दिन राम मंदिर को उद्घाटन होगा उस दिन वो बाबरी मस्जिद के लिए अल्लाह से दुआ करेंगे। सपा सांसद के इस बयान पर अब विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बिना नाम लिया निशाना साधा और हिन्दुओं को लेकर दिए जा रहे बयानों के लिए समाजवादी पार्टी को खूब खरी खोटी सुनाई।
सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि अभी ऐसा काम नहीं हुआ कि इस तरह से मस्जिद को तोड़ कर या ख़त्म करके उसके बाद उसकी जगह मस्जिद ही नहीं रखी जाए बल्कि उस पर मंदिर बना दिया जाए, ये कौन सी इंसानियत है, बल्कि इंसानियत की रवायत के खिलाफ है, ताकत के बल पर हमारी मस्जिद शहीद कर दी गई और अब उस पर मंदिर बनाया जा रहा है, कोर्ट से हमारी उम्मीद के खिलाफ फैसला हुआ, मैं अल्लाह से दुआ करूंगा कि हमारी बाबरी मस्जिद हमें वापस मिल जाए।
स्वामी के बयानों से हिंदुत्व कमजोर नहीं होगा : केशव
लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिए बिना कहा कि उनके सनातन विरोधी बयानों से न तो हिंदू धर्म कमजोर होगा और न ही भव्य राम मंदिर का निर्माण रुकेगा। उन्होंने कहा कि जाको प्रभु दारुण दुख दीना, ताकी मति पहले हर लीना…। उन्होंने कहा कि लगता है कि उनकी बुद्घि का हरण कर लिया गया है। उनको ये समझ में नहीं आ रहा है क्या बोलना चाहिए क्या नहीं। ऐसे बयान देकर कोई सनातन को न कमजोर कर सकता है और न ही मिटा सकता है। न हिंदुत्व को कमजोर कर सकता है और न ही मिटा सकता है और न ही भव्य राम मंदिर के निर्माण को रोक सकता है।
रामद्रोह से बाज आओ : विनोद
वीएचपी नेता विनोद बंसल ने समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि, हिन्दुओं का अपमान करने की वजह से ही सपा का ये हाल हुआ है, उन्होंने कहा कि आज भी कुछ लोगों की मानसिकता ऐसी है जैस वो बाबर की ही संतान हैं, विनोद बंसल ने चेतावनी दी कि वो अपनी हरकतों से बाज आएं। वीएचपी नेता ने कहा, नाम के समाजवादी काम नमाजवादी…हिंदू, हिन्दुत्व व हिंदू मानबिन्दुओं का अपमान करना, लगता है, इन समाज कंटक लोगों के डीएनए का हिस्सा बन चुका है!! बाबर चला गया, बाबरी धूल धूसरित हो चुकी, पार्टी का धरातल रसातल में पहुंच गया किंतु फिर भी मानसिकता वही, जैसे ये बाबर की संताने हों…राम आ रहे हैं, रामद्रोह से बाज आओ और आप भी लौट आओ।