ओडिशा रेल हादसा: अब शवों पर होने लगी दावेदारी, सरकार कराएगी डीएनए टेस्ट

नई दिल्ली। ओडिशा सरकार ने बालासोर ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले कुछ यात्रियों के शवों का डीएनए टेस्ट कराने का फैसला किया है। सरकार की ओर से यह कदम शवों की पहचान करने और फर्जी दावेदारों से बचने के लिए उठाया गया है। सोमवार से ही कुछ संदिग्ध शवों को वास्तविक रिश्तेदारों को देने से पहले डीएनए सैंपल लिया गया। शुक्रवार को ट्रेन हादसे में कुल 278 यात्रियों की मौत हुई है।
दरअसल, सोमवार को उस समय असमंजस की स्थिति पैदा हो गई जब बिहार के भागलपुर के दो अलग-अलग परिवारों ने एक ही शव पर अपना दावा ठोक दिया। दोनों परिवार एक ही शव को अपना बताते रहे। शव क्षत-विक्षत स्थिति में था इसलिए अधिकारियों को उसकी पहचान करने में भी दिक्कत होने लगी। इसके बाद राज्य सरकार ने इस तरह के संदिग्ध शवों को उनके परिजनों को सौंपे जाने से पहले डीएनए टेस्ट कराने का फैसला किया।
दो अलग-अलग परिवारों की ओर से एक ही शव पर दावे किए जाने को लेकर अधिकारी ने कहा कि अब संदिग्ध शवों को तब तक नहीं सौंपा जाएगा जब तक उनका डीएनए टेस्ट नहीं किया जाता है। संदेह है कि घटना को लेकर रेलवे और संबंधित राज्य सरकारों से मिलने वाले मुआवजे के कारण कुछ लोग शवों पर अपना झूठा दावा भी ठोक सकते हैं।
दरअसल, ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार की ओर से मुआवजे का ऐलान किया गया है। रेलवे की ओर से घटना में जान गंवाने वाले यात्रियों के पीडि़त परिवारों को 10-10 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया गया है।
दूसरी ओर से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से पीडि़त परिवार को 2-2 लाख रुपए और पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार की ओर से अपने राज्य के मृत यात्रियों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए के मुआवजे की बात कही गई है। इस तरह से देखे तो अगर हादसे में ओडिशा के यात्री की मौत हुई है तो उसके परिवार को कुल 17 लाख रुपए मिलेंगे। पश्चिम बंगाल के साथ भी ऐसा ही है।
हालांकि, बिहार सरकार की ओर से अभी तक किसी भी तरह के मुआवजे का ऐलान नहीं किया गया है। ऐसे में बिहार के पीडि़त परिवारों को 12 लाख रुपए मिलेंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हादसे में बिहार के करीब 25 यात्रियों की जान गई है जबकि कई घायल बताए जा रहे हैं। बिहार के कई परिवार अपने लोगों की तलाश के लिए भुवनेश्वर और बालासोर के अस्पताल भी पहुंचे हुए हैं।

 

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