स्वतंत्रता दिवस पर कांग्रेस ने फहराया तिरंगा, खड़गे बोले- स्वतंत्रता संग्राम की कहानी, कांग्रेस की कहानी है

खड़गे ने इस मौके पर इतिहास को याद करते हुए कहा, स्वतंत्रता संग्राम की कहानी हमारी पार्टी की कहानी है. साथ ही उन्होंने बिहार के वोटर लिस्ट रीविजन (SIR) और वोटचोरी को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: कांग्रेस के पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पार्टी के मुख्यालय में तिरंगा फहराया. खड़गे ने इस मौके पर इतिहास को याद करते हुए कहा, स्वतंत्रता संग्राम की कहानी हमारी पार्टी की कहानी है. साथ ही उन्होंने बिहार के वोटर लिस्ट रीविजन (SIR) और वोटचोरी को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कांग्रेस ने पार्टी मुख्यालय में तिरंगा फहराया. इस मौके पर पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, अजय माकन समेत कई नेता मौजूद रहे. मल्लिकार्जुन खड़गे ने तिरंगा फहराया. आजादी के उत्सव के अवसर पर खड़गे ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं और बधाई दी. उन्होंने इस अवसर पर कहा, कांग्रेस पार्टी के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है, क्योंकि हम अपने नए स्थायी मुख्यालय में स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं.

खड़गे ने कहा, 15 अगस्त 1947 को जो स्वतंत्रता हमने हासिल की, उसमें हमारी पार्टी की भूमिका को सारा विश्व जानता है. स्वतंत्रता संग्राम की कहानी हमारी पार्टी की कहानी है. इस अवसर पर मैं स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान और बलिदान देने वाले सभी महान हस्तियों को नमन करते हुए, उन्हें श्रद्धांजली अर्पित करता हूं.

पार्टी अध्यक्ष ने इतिहास को याद करते हुए कहा, आजादी के बाद, हमने ढाई साल के अथक परिश्रम के बाद भारत को अपना संविधान दिया, जिसकी तुलना शायद विश्व के और किसी संवैधानिक दस्तावेज से नहीं की जा सकती. आजादी के बाद की 8 दशकों की लंबी यात्रा में कांग्रेस पार्टी की सरकारों और हमारे दूरदर्शी नेताओं ने एक मजबूत भारत की नींव रखी. उन्होंने आगे कहा, संविधान को सर्वोच्च रख कर, जनता को लोकतंत्र के निर्माण में बराबरी का हिस्सा दिया. अमीर – गरीब, राजा – प्रजा, महिला – पुरुष सभी को बराबर अधिकार दिया – वन पर्सन- वन वोट- वन वेल्यू

खड़गे ने आत्मनिर्भर भारत का जिक्र करते हुए कहा, सैकड़ों वर्षों से गुलामी की जंजीरों में जकड़े भारत को वास्तविक रूप से आजाद बना कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़े- बड़े स्टील के कारखाने लगे. बड़े बड़े बांध बनाए गए- नहरों के जाल बिछाए गए. इं world class इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज बनाए गए. स्पेस टेक्नोलॉजी स्थापित की गई. हमने तेजी से तरक्की की देखते ही देखते हमारा नाम दुनिया की बड़ी शक्तियों में शुमार होने लगा. 2004 के बाद हम इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी में वर्ल्ड लीडर बनकर सामने आए.

पूर्व पीएम नेहरू का किया जिक्र
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर खड़गे ने देश के पूर्व पीएम पंडित नेहरू को याद किया. उन्होंने कहा, मैं हमारे पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के शब्दों को याद दिलाना चाहता हूं, उन्होंने कहा था कि भारत एक महान और प्राचीन सभ्यता है. हमारे पास गर्व करने के लिए समृद्ध विरासत है. लेकिन हमें भविष्य की ओर भी देखना होगा और एक नए भारत का निर्माण करना होगा, जो सभी के लिए मजबूत, समृद्ध और न्यायपूर्ण हो.

खड़गे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, साथियों, लेकिन पिछला दशक देखें तो हमारे सामने कई बड़ी चुनौतियों उभर कर आई है. बेरोजगारी ने भयंकर रूप धारण कर लिया है. सरकारी नीतियां नौकरी बनाने के बजाय नौकरियां खत्म कर रही हैं.Infrastructure development के नाम पर जो निर्माण हो रहा है वो substandard और बेकार क्वालिटी का है. संवैधानिक संस्थानो को सत्ताधारी दल ने योग्यता के बजाय अपनी विचारधारा के लोगों से भर दिया है. जब चाहा जिसे नियुक्त कर दिया, मन किया तो इस्तीफा ले लिया.

बीजेपी पर साधा निशाना
खड़गे ने आगे कहा, ईडी, इंकम टैक्स, सीबीआई जैसे संस्थानों का विरोधियों के खिलाफ इतना खुला राजनीतिक इस्तेमाल हुआ है कि देश के सर्वोच्च न्यायालय को उन्हें आइना दिखाना पड़ रहा है. भारत की जिस गुटनिरपेक्ष नीति ने वर्षों से हमें दुनिया में सम्मान दिलाया, आज हमने उस विशिष्ट स्थान को खो दिया है. जहां एक समय हम सभी विकासशील देशों की आवाज थे, आज हमारा कोई अपना नहीं, ना पड़ोस में – ना दूर दराज में.

बिहार के SIR को लेकर क्या कहा?
खड़ने ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, साथियों, आजादी के नायकों ने इस देश के लिए जो सपना देखा था वो सपना आज हमसे दूर होता जा रहा हैं. खड़गे ने बिहार के SIR और वोटचोरी के दावों का भी जिक्र करते हुए कहा, भारतीय लोकतंत्र का आधार निष्पक्ष चुनाव है. डॉ अंबेडकर ने 15 जून 1949 (उनचास) को संविधान सभा में कहा था कि मताधिकार लोकतंत्र की सबसे बुनियादी चीजों में से एक है. जिस व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में शामिल होने का हकदार हैं उसे केवल पूर्वाग्रह के कारण बाहर नहीं किया जाना चाहिए. लेकिन, अब सत्ताधारी दल कुर्सी पर बने रहने के लिए अनैतिकता की हद तक जाने को तैयार है. बड़े पैमाने पर चुनाव में गड़बड़ियां सामने आ रही हैं.

उन्होंने आगे कहा, Special Intensive Revision (SIR) के नाम पर खुले आम विरोधी पक्ष के वोटों को काटा जा रहा है. जो जीवित हैं उन्हें मृत बना दिया गया. केंद्रीय चुनाव आयोग की निष्पक्षता इस बात से समझी जा सकती है कि वो यह बताने को तैयार नहीं थे कि किन लोगों के और किस आधार पर वोट काटे जा रहे हैं. हम सुप्रीम कोर्ट के आभारी है, जो उन्होंने लोगों की आवाज सुनी और चुनाव आयोग को वोटर लिस्ट सार्वजनिक करने को कहा. उन्होंने बिहार वोटर लिस्ट रीविजन को लेकर कहा, सबसे आश्चर्यजनक बात ये है कि सत्ताधारी दल को 65 लाख लोगों के वोट कटने पर कोई आपत्ति नहीं है. इस बात से साफ जाहिर है कि इस प्रक्रिया का फायदा किसे पहुंचाने की कोशिश थी.

Related Articles

Back to top button