‘एक अकेला सब पर भारी’ हुआ कमजोर, राहुल ने मोदी-शाह को रूला दिया!
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से मोदी डरे हुए हैं... सबसे ज्यादा मोदी को अपनी कुर्सी जाने का डर सता रहा है... दो हजार चौदह और दो हजार उन्नीस में मोदी का जनता के बीच में एक अलग क्रेज था...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से मोदी डरे हुए हैं… सबसे ज्यादा मोदी को अपनी कुर्सी जाने का डर सता रहा है… दो हजार चौदह और दो हजार उन्नीस में मोदी का जनता के बीच में एक अलग क्रेज था… जो दो हजार चौबीस के चुनाव में हवा हो गया… जिसको लेकर बीजेपी संगठन में मोदी को प्रधानमंत्री पद से हटाने की बातें होने लगीं… बावजूद इसके मोदी किसी तरह से अपने यहयोगी दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने में कामयाब हो गए… और तीसरी बार प्रधानमंत्री पद पर आसीन हो गए… जिसके बाद भी उनका डर कायम है… प्रधानमंत्री बनने के बाद भी दिल में एक अलग सी हलचल है…. जो अब जनता के सामने आ चुकी है… और वो हलचल, डर का कारण विपक्ष का नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी है… जो भारत जोड़ो यात्रा से लोकर लोकसभा चुनाव प्रचार से सदन तक मोदी को परेशान करके रख दिया है… मोदी राहुल गांधी के भाषण का सामना करने से डरते हैं… और राहुल का सदन में भाषण शुरू होते ही… मोदी सदन छोड़कर भागने को मजबूर हो जाते हैं… क्योंकि मोदी के अंदर सच सुनने की हिम्मत नहीं है… वो हमेशा से झूठ का सहारा लेकर सत्ता में काबिज हुए… और जनता के लिए कुछ भी नहीं किया… जिसका परिणाम जनता ने दो हजार चौबीस के लोकसभा चुनाव में दे दिया…
आपको बता दें कि विपक्ष इस बार मजबूत स्थिति में हैं… पिछले मोदी के दो कार्यकालों के दौरान सदन में विपक्ष की कोई बात नहीं सुनी जाती थी… और सदन में मोदी अपनी मनमानी पूर्वक सभी विधेयक पास कर लेते थे… अपनी तानाशाही दिखाते हुए लोकसभा से सांसदों को सस्पेंड कर दिया जाता था… लेकिन इस बार माहौल दूसरा है… और विपक्ष मोदी सरकार से बार-बार सवाल कर रहा है… और मोदी के द्वारा दिए जा रहें आंकडों का सबूत मांग रहा है… जो मोदी के गले की फांस बनी हुई है… मोदी ने अपने दस सालों के कार्यकाल में जनता के लिए कुछ किया ही नहीं है… तो कैसे डेटा कैसे जारी करें… आपको बता दें कि मोदी के लिए राहुल गांधी सबसे बड़ा खतरा बने हुए है… और मोदी को हमेशा खुली चनौती देते हैं… लेकिन मोदी मों राहुल गांधी का सामना करने का साहस ही नहीं बचा है… वहीं अपनी पुरानी रणनीति को अपनाते हुए मोदी राहुल गांधी से सामना करने के लिए ईडी का सहारा लेने वाले हैं…. जिसका खुलासा राहुल गांधी ने खुद एक्स पर पोस्ट करते हुए किया है…. आपको बता दें कि मोदी जब से सत्ता में आए है… तभी से सरकारी तंत्रों का गल प्रयोग करते चले आएं है… वहीं मोदी जिस पार्टी या व्यक्ति का सामना नहीं कर पाते हैं…. और मोदी को जिस किसी भी व्यक्ति से खुद को खतरा पता चलता है… तो उसके खिलाफ साजिश करने लगते हैं… और सरकारी तंत्रों ईडी, सीबीआई, और आयकर विभाग का सहारा लेते हैं… और फर्जी मामलों में गिरफ्तार करवाकर जेल में भेजने का काम करते हैं… जिससे उनकी कुर्सी बची रहती है…
वहीं मोदी सत्ता में आने से पहले और सत्ता में आने के बाद अपने भाषणों में हमेशा कहते थे कि एक भी भ्रष्टाचारी को बक्शा नहीं जाएगा… लेकिल सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार मोदी काल में ही हुआ है… चाहे वह एयरपोर्ट निर्माण हो, सड़क, हाई-वे, एक्सप्रेस-वे, हो सबमें सबसे अधिक भ्रष्टाचार हुए हैं… वहीं राम के नाम पर राजनीति करने वाले मोदी ने राम मंदिर निर्माण में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार किया है… एक ही बरसात में अयोध्या में हुए सभी भ्रष्टाचार उजागर हो गए… वहीं देश की आन-बान और शान के लिए जाना जाने वाला संसद भवन में सबसे अधिक भ्रष्टाचार उजागर हुआ है… और दिल्ली में हुई तेज बारिश नें मोदी के नए संसद भवन में हुए घोटाले की पोल खोलकर रख दी है… और संसद की छत से पानी चूने लगा… और संसद भवन परिसर में पानी भर गया… और पूरा संसद भवन तालाब में तब्दील हो गई… जिसके बाद से सरकार की जमकर फजीहत शुरू हो गई… और मोदी काल में हुए सभी भ्रष्टाचार उजागर हो गए… और विपक्ष ने मोदी सरकार के विकास को लेकर जमकर निशाना साधा… जिससे मोदी बहुत डरे हुए है… क्योंकि मोदी की एक के बाद एक पोल खुल रही है…. और मोदी के पास सफाई देने के लिए कुछ बचा भी नहीं है… जिससे मोदी बहुत परेशान नजर आ रहें हैं….
आपको बता दें कि मोदी को सबसे अधिक मिर्ची राहुल गांधी के द्वारा उनतीस डुलाई को सदन में दिए गए बयान से लगा है… जिसको लेकर मोदी अब राहुल गांधी के खिलाफ साजिश रचने की तैयारी कर रहे है… बता दें कि मोदी के साजिश का शिकार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, महाराष्ट्र के शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत कई बड़े नेता हो चुके है… वहीं राहुल गांधी के बयान से डरे मोदी अब उनके खिलाफ भी बड़ी साजिश रच रहें है… बता दें कि मोदी में राहुल का सामना करने की हिम्मत नहीं है… जिसके चलते अब मोदी अपने पुराने हठकंडे अपनाने जा रहे हैं… बता दें कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को बड़ा दावा करते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय संसद में उनके ‘चक्रव्यूह’ भाषण के बाद उन पर छापेमारी करने की योजना बना रहा है…. कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि ईडी के ‘अंदरूनी लोगों’ ने इस बारे में जानकारी दी है…. वहीं एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा कि जाहिर है, 2 इन 1 को मेरा चक्रव्यूह भाषण पसंद नहीं आया…. ईडी के ‘अंदरूनी लोगों’ ने मुझे बताया कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है…. बांह फैलाकर ईडी का इंतजार कर रहा हूं…. चाय और बिस्कुट मेरी तरफ से…..
दरअसल उनतीस जुलाई को लोकसभा में केंद्रीय बजट दो हजार चौबीस पर बोलते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया था…. और उन्होंने कहा कि देश के किसान, मजदूर और युवा डरे हुए हैं…. और उन्होंने कमल के प्रतीक को प्रमुखता से प्रदर्शित करने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की… और दावा किया कि इक्कीसवीं सदी में एक नया ‘चक्रव्यूह’ बनाया गया है…. राहुल गांधी ने कहा कि जो ‘चक्रव्यूह’ बनाया है…. इससे करोड़ों लोगों को नुकसान हुआ है….. हम इस चक्रव्यूह को तोड़ेंगे…. इसे तोड़ने का सबसे बड़ा तरीका जाति जनगणना है…. जिससे आप सब डरते हैं…. इंडिया इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी पारित करेगा….. इसी सदन में जाति जनगणना हम पास करके आपको दिखाएंगे…. आपको बता दें कि राहुल गांधी ने महाभारत युद्ध की चक्रव्यूह संरचना का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें डर, हिंसा होती है…. और अभिमन्यु को फंसाकर छह लोगों ने मारा…. और उन्होंने चक्रव्यूह को पद्मव्यूह बताते हुए कहा कि ये एक उल्टे कमल की तरह होता है…. राहुल ने कहा कि एक नया चक्रव्यूह तैयार हुआ है…. वो भी लोटस की शेप में है…. जिसको आजकल पीएम मोदी छाती पर लगाकर घूमते हैं…. अभिमन्यु को छः लोगों ने मारा था… जिनके नाम द्रोण, कर्ण, कृपाचार्य, कृतवर्मा, अश्वस्थामा और शकुनी थे….. आज भी चक्रव्यूह के बीच में छः लोग हैं…. चक्रव्यूह के बिल्कुल सेंटर में छः लोग कंट्रोल करते हैं…. जैसे उस टाइम छः लोग कंट्रोल करते थे…. वैसे आज भी छः लोग कंट्रोल कर रहे हैं….
वहीं राहुल गांधी के इस बयान पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला उन्हें टोकते हुए याद दिलाते हैं….. कि जो शख्स इस सदन का सदस्य नहीं है…. उसका नाम न लिया जाए…. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर वो चाहते हैं कि…. वो अजित डोभाल का नाम न लें तो वो नहीं लेंगे…. बता दें कि राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश की जनता को मोदी सरकार ने चक्रव्यूह में फंसा दिया है…. इसमें किसान और युवा सबसे ज्यादा पीड़ित हैं…. और उन्होंने कहा कि अन्नदाता, जिनको आप इस चक्रव्यूह से निकलने नहीं देते हो…. और उन्हें आपने कुछ नहीं दिया…. उन्होंने एक चीज मांगी थी… एमएसपी…. आपने उनको बॉर्डर पर बंद कर दिया…. आजतक रोड बंद है…. कोई उनसे बात करने को तैयार नहीं…. वो यहां मुझसे मिलने आए तो आप उनको अंदर नहीं आने दे रहे…. आपको बता दें कि राहुल गांधी के दावे को संजय राउत ने सही ठहराते हुए कहा है कि लोकतंत्र को बचाने के लिए सरकार के खिलाफ जो कोई भी आवाज़ उठा रहा है…. उसके खिलाफ एक साजिश रची जा रही है…. राउत ने कहा कि यह साजिश भारत में नहीं बल्कि विदेशी धरती पर रची जा रही है…. संजय राउत ने विपक्षी नेताओं पर हमले की आशंका जताते हुए कहा है कि…. बीते करीब एक महीने से जिस तरीके से हम लोगों ने राहुल गांधी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की धज्जियां उड़ाई हैं…. उससे मोदी सरकार की नींद उड़ गई है…. राउत ने कहा कि ये सरकार एक बार फिर गैर कानूनी तरीके से केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं के खिलाफ कर सकती है….
वहीं कांग्रेस नेता उदित राज ने भी राहुल गांधी के दावे का समर्थन किया है…. और उदित राज ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों में ईडी ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी से लंबी पूछताछ की है….. राहुल गांधी लगातार जनता के मुद्दों को उठा रहे हैं… और ये सरकार असल मुद्दे उठाने वाले को सजा देती है…. लिहाजा राहुल गांधी सही कह रहे हैं…. उदित राज ने कहा कि ईडी की रडार पर सिर्फ विपक्षी नेता हैं…. जबकि पच्चीस में से तेइस बीजेपी नेताओं के खिलाफ ईडी ने जांच बंद कर दी है…. वहीं इसपर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी की प्रतिक्रिया भी आई है…. प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि उन्हें यह जानकारी मिल रही है कि ईडी अधिकारी उनके आवास पर छापेमारी कर सकते हैं…. जिसको लेकर शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने आगे कहा कि जब सरकार डर जाती है तो वह ईडी और सीबीआई को आगे कर देती है…. हम लगातार इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि यह सरकार ईडी, सीबीआई और आयकर के माध्यम से कैसे अपना एजेंडा चलाती है…. इसी तरह से महुआ मोइत्रा, संजय राउत, संजय सिंह और अरविंद केजरीवाल के साथ किया है…. ये चुनिंदा कार्रवाई दिखाती है कि इन एजेंसियों ने सरकार के सामने कैसे घुटने टेक दिए हैं…..