SIR मुद्दे पर संसद से सड़क तक विपक्ष का हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही स्थगित

इंडिया ब्लॉक का कहना है कि SIR के जरिए जनगणना प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण बनाया जा रहा है और इससे बहुजनों, गरीबों और वंचित वर्गों को नुकसान होगा।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: देशभर में विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। विपक्ष, खासकर इंडिया ब्लॉक, इस अभ्यास को लेकर लगातार सरकार पर हमलावर है।

शुक्रवार को संसद और बिहार दोनों जगह इसका जोरदार विरोध देखने को मिला। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्षी सांसदों ने SIR के फॉर्म फाड़कर उन्हें कूड़ेदान में फेंक दिया। इसके बाद सदन के अंदर भी जोरदार हंगामा हुआ, जिससे कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी वाड्रा और अन्य इंडिया ब्लॉक नेताओं ने संसद परिसर में प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया।सभी सांसदों ने मिलकर SIR फॉर्म फाड़े और विरोध स्वरूप उन्हें कूड़ेदान में डाल दिया। इस दौरान
“SIR वापस लो” और “संविधान बचाओ” जैसे नारे लगाए गए।

बिहार में भी विरोध तेज:

बिहार में SIR के तहत चल रहे विशेष पुनरीक्षण अभ्यास का इंडिया ब्लॉक दलों द्वारा जोरदार विरोध किया जा रहा है। विपक्ष का आरोप है कि यह कवायद जातिगत आंकड़ों को नजरअंदाज करने और सामाजिक न्याय को कमजोर करने की साजिश है। इंडिया ब्लॉक का कहना है कि SIR के जरिए जनगणना प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण बनाया जा रहा है और इससे बहुजनों, गरीबों और वंचित वर्गों को नुकसान होगा। विपक्ष इस पूरी प्रक्रिया को रद्द करने की मांग कर रहा है।

केंद्र संविधान का पालन नहीं कर रही- खरगे
राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद परिसर में इंडिया ब्लॉक के विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रतीकात्मक रूप से SIR को फाड़कर कूड़ेदान में फेंक दिया. इस दौरान इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की.

बिहार SIR के खिलाफ इंडिया ब्लॉक के विरोध पर, राज्यसभा के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “वे गरीबों को उनके मताधिकार से वंचित करना चाहते हैं और केवल कुलीन वर्ग को ही वोट देने देना चाहते हैं. वे (केंद्र सरकार) संविधान का पालन नहीं कर रहे हैं.”

उन्हें जवाब देना चाहिए – प्रियंका गांधी
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा SIR के मामले पर सरकार पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, “सरकार को आरोपों का जवाब देना चाहिए. उन्हें हमें मतदाता सूची उपलब्ध करानी चाहिए, जिसकी हम मांग कर रहे हैं. इसमें पारदर्शिता होनी चाहिए. यह लोकतंत्र है. सभी राजनीतिक दलों को उस जानकारी तक पहुंच होनी चाहिए. यह जानकारी क्यों नहीं दी जा रही है?”

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि “बीजेपी चाहेगी कि हम बिहार चुनाव का बहिष्कार करें क्योंकि उन्हें पता है कि अगर राजद और कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे, तो भाजपा का सफाया हो जाएगा. हम संघर्ष करेंगे और मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम हटाने के खिलाफ आवाज उठाएंगे. हम बिहार में दो-तिहाई बहुमत से सरकार बनाएंगे.”

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