भाजपा विरोधी मोर्चा तैयार कर पाएगा विपक्ष!
4पीएम की परिचर्चा में प्रबुद्घजनों ने किया मंथन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। देशभर में भाजपा 2019 की तरह मजबूत नहीं दिख रही। आर्थिक हालात, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्ïदे ने लोगों का गुस्सा बढ़ा रखा है पर मोदी का मुकाबला कौन करेगा कांग्रेस या विपक्ष? भाजपा विरोधी मोर्चा तैयार करने में क्या विपक्ष कामयाब होगा? इस मुद्ïदे पर वरिष्ठï पत्रकार एनके सिंह, राकेश पाठक, राजेश बादल, विनोद अग्निहोत्री और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने एक लंबी परिचर्चा की।
राकेश पाठक ने कहा असफलता को सफलता बताना, महंगाई को अच्छा बताना जब ये सब काम मीडिया करने लगे तो कुछ कहने की बजाय सरकार का जनसंपर्क विभाग कहना ज्यादा बेहतर होगा। भारत के नीति आयोग के आंकलन के आधार पर देखे तो दक्षिण के तेलंगाना के आगे केरल और तमिलनाडु है। विकास के जितने भी पैमाने होते हैं, उसमें तेलंगाना लगातार तरक्की कर रहा है। ऐसे विकास के भी मॉडल हंै उनसे अन्य राज्यों को सीखना चाहिए।
राजेश बादल ने कहा कि अभी हाल में मुख्य न्यायाधीश ने मीडिया को लेकर त्वरित टिप्पणी की, इस पर मीडिया को खुद में झांकने की जरूरत है। मोदी का मुकाबला कौन करेगा। कांग्रेस के बिना कोई प्रतिपक्ष हो नहीं सकता। अगर साढ़े 12 करोड़ वोट कांग्रेस के पास हैं तो भाजपा के लिए चुनौती है। क्षेत्रीय दलों की अपनी अलग भूमिका हैं, वे भी अपनी भूमिका निभाएंगे। एनके सिंह ने कहा कि आंकड़े हम दस गुना दे सकते हैं कि मोदी सरकार फेलियोर है। मोदी का गर्वेनेंस मॉडल टिपिकल है, जिसमें फसाद होगा, बाहरी जो आउटर होगा, वह डेमोक्रेसी का होगा। विनोद अग्निहोत्री ने कहा कई ऐसे लोग हैं, जो जमीनी ताकत से नेता बने। वाममोर्चे की जो आज दुर्दशा है, वो पहले नहीं थी। पहले के नेताओं ने अहंकार को किनारे रखा। सब साथ चलते थे। आज स्थिति दूसरी है, कांग्रेस ही अपनी साख से जूझ रही है जबकि हर मुद्ïदे पर राहुल गांधी ने मोर्चा भी खोला, तब भी भाजपा जीत रही है। भरोसा मोदी पर है।