भारतीय सेना के पराक्रम के आगे पाकिस्तान पस्त

पाकिस्तानी ड्रोन हमले को किया नाकाम, पाकिस्तान के तीन एयरबेस तबाह

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। पाकिस्तान लगातार भारत पर ड्रोन और मिसाइल से हमले की कोशिश कर रहा है जिसे भारतीय सेना लगातार विफल बना रही है। पाकिस्तान ने शुक्रवार देर रात और शनिवार सुबह भी अपने ड्रोन से भारत के कई इलाकों पर हमले की कोशिश की लेकिन भारतीय सेना ने इन तमाम ड्रोन को मार गिराया है।
भारत ने अपनी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के तीन एयरबेस को तबाह कर दिया है। जिन एयरबेस को भारत ने निशाना बनाया है उनमें नूर खान ,शोरकोट और मुरीद के एयरबेस शामिल हैं। भारतीय सेना ने ये साफ कर दिया है कि वह पाकिस्तान को उसकी भाषा में ही जवाब देगा। भारत ने अपने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई मिसाइल को मार गिराया है।

गोलाबारी में एक भारतीय अधिकारी की मौत

पाकिस्तान की गोलाबारी में जिस अधिकारी की मौत हुई है उनकी पहचान राज कुमार थप्पा के रूप में की गई है। थप्पा अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त के पद पर थे। पाकिस्तान के इस कायराना हमले की जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि राज कुमार थापा ने इस हमले से कुछ घंटे पहले ही उनसे एक ऑनलाइन बैठक में बात की थी।

एलओसी से सटे इलाकों पर लगातार फायरिंग कर रहा पाक

पाकिस्तान एलओसी से सटे इलाकों पर लगातार फायरिंग कर रहा है। पाकिस्तान की फायरिंग में जम्मू-कश्मीर प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी की मौत हो गई है। पाकिस्तान ने उनके घर पर मोर्टार दागा था। साथ ही गोलीबारी भी की गई थी।

शहबाज शरीफ ने नेशनल कमांड अथाॉरिटी की बैठक बुलाई

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नैशनल कमांड अथाॉरिटी की बैठक बुला ली है। यह पाकिस्तानी सेना और सरकार की वह टॉप कमिटी है, जो बड़े फैसले लेती है। परमाणु बमों के इस्तेमाल पर भी यह कमिटी निर्णय लेती है। नैशनल कमांड अथाॉरिटी में पाकिस्तान सरकार के टॉप लोग शामिल होते हैं।

ऑपरेश सिंदूर में मारे गए आतंकियों की आ गई सूची

जैश-ए-मोहम्मद से संबद्ध एक और आतंकी हाफज़ि़ मुहम्मद जमील इसमें मारा गा। वह मौलाना मसूद अज़हर का सबसे बड़ा साला है। इसके अलावा इसी से संबद्ध मोहम्मद यूसुफ़ अज़हर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी साहब। वह मौलाना मसूद अज़हर का साला है। 7 मई को पाकिस्तान में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमलों में मारे गए आतंकवादियों का विवरण सूत्रों के हवाले से सामने आ गया है। लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध मुदस्सर खादियन खास उर्फ मुदस्सर उर्फ अबू जुंदाल। उसकी जनाजे की नमाज़ एक सरकारी स्कूल में हुई, जिसका नेतृत्व जमात-उद-दावा (एक नामित वैश्विक आतंकवादी) के हाफज़ि़ अब्दुल रऊफ़ ने किया। नमाज़ समारोह में पाक सेना के एक सेवारत लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी शामिल हुए। जैश-ए-मोहम्मद से संबद्ध एक और आतंकी हाफज़ि़ मुहम्मद जमील इसमें मारा गा। वह मौलाना मसूद अज़हर का सबसे बड़ा साला है। इसके अलावा इसी से संबद्ध मोहम्मद यूसुफ़ अज़हर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी साहब। वह मौलाना मसूद अज़हर का साला है। वह ढ्ढष्ट-814 अपहरण मामले में वांछित था। इसके अलावा खालिद उर्फ ??अबू अकाशा। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ। वह जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था और अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी में शामिल था। उसका अंतिम संस्कार फैसलाबाद में हुआ और इसमें पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर शामिल हुए।

 

योगी सरकार की नाक कटाई, महाकुंभ की खरीद में पकड़ा गया घपला

परिवहन निगम में खेल आरएम मनोज कुमार हटाए गए, विभाग ने शुरू की जांच
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। जिस कुंभ की तारीफ में भाजपा की योगी सरकार ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी उसी कुंभ के समाप्त होने के लगभग दो महीने बाद उसमें एक घोटाला पकड़ा गया है। दरअसल मेला को लेकर खरीद में घपला का मामला सामने आया है। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में परिवहन निगम के प्रभारी क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) मनोज कुमार त्रिवेदी पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगा है।
आरोप के बाद आरएम को पद से हटाकर परिवहन निगम मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है। वित्त विभाग ने अनियमितता की जांच शुरू कर दी है। आरएम पर कंप्यूटर, एसी, सीसीटीवी समेत कई सामानों की खरीद में गड़बड़ी करने का आरोप है। परिवहन निगम की कमिटी ने अपनी जांच में वित्तीय अनियमितताओं की पुष्टि की है।

जेम पोर्टल के बजाय सीधे कोटेशंस के आधार पर खरीदी थीं बसें

परिवहन निगम ने प्रयागराज के प्रभारी क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार त्रिवेदी को जरूरत के सामान को खरीदने की छूट दी थी। आरोप है उन्होंने जेम पोर्टल के बजाय सीधे कोटेशंस के आधार पर खरीद की। प्री ऑडिट और निगम प्रशासन की जांच में अनियमितताओं की पुष्टि हुई। कंप्यूटर, एसी और सीसीटीवी कैमरे बिना टेक्निकल स्पेसिफिकेशन और कॉन्फिग्रेशन की जानकारी के खरीद लिए गए। यूपी सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है।

एसएम को बना दिया क्रय समिति का अध्यक्ष

आरोप यह भी है कि मनोज ने क्रय समिति के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने अपने स्तर से सेवा प्रबंधक (एसएम) को क्रय समिति का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। यह भी नियमों के पूरी तरह खिलाफ था, क्योंकि क्रय समिति का अध्यक्ष पदेन क्षेत्रीय प्रबंधक ही होता है। यही नहीं सिविल वर्क में भी पीडब्ल्यूडी के शेड्यूल ऑफ रेट्स के स्थान पर कई अन्य मद में एस्टीमेट तैयार कर काम करवा लिया गया।

अटैचमेंट के खिलाफ कोर्ट गए आरएम

परिवहन निगम की जांच समिति की रिपोर्ट के बाद 17 अप्रैल को मनोज कुमार त्रिवेदी को मुख्यालय से अटैच करने का आदेश हुआ। यहां पर उन्हें प्रबंधक (संचालन) बनाया गया, लेकिन वह आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट चले गए। एक मई को कोर्ट ने परिवहन निगम प्रशासन को यह विकल्प दिया कि एमडी विधि संगत रूप से कोई समुचित आदेश पारित कर सकते हैं।

प्रबंध निदेशक के आदेश पर हुई कार्रवाई

8 मई को परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने आदेश जारी किया गया कि मनोज तत्काल मुख्यालय पर प्रबंधक संचालन के रूप में जॉइन करें। इस मामले में परिवहन निगम के अपर प्रबंध निदेशक राम सिंह वर्मा ने कहा कि वित्तीय नियमितता के आरोप लगे हैं। इसकी जांच वित्त विभाग करेगा। आरोप पुष्ट हुए तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अगर पड़ोसी पाकिस्तान जैसा है तो उसे दंडित करना हमारा कर्तव्य: चड्ढा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के बीत आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह सच है कि हम दोस्त तो चुन सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं, अगर पड़ोसी पाकिस्तान जैसा हो तो उसे सजा देना हमारा कर्तव्य है।
आज भारत, पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि आतंकवादी मानसिकता से भी लड़ रहा है। वहीं, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि भारत ने जो सर्जिकल स्ट्राइक की है, वह यूएन चार्टर के अनुच्छेद 51 के अनुसार कानूनी कार्रवाई थी। पाकिस्तान जो कर रहा है, वह स्थिति को बहुत संवेदनशील बना रहा है। पाकिस्तान को जवाब मिल रहा है। अगर पाकिस्तान इसे बढ़ाता है, तो उसे जवाब मिलेगा। पाकिस्तान के हित में है कि वह तनाव कम करे।

मुख्यमंत्री स्टालिन सशस्त्र बलों के समर्थन में निकालेंगे रैली

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन शनिवार को चेन्नई में सशस्त्र बलों के समर्थन में निकाली एक रैली का नेतृत्व करेंगे।
यह रैली हाल ही में पाकिस्तान की ओर से बढ़ते आतंकी हमलों और सीमा उल्लंघनों के बीच देश की सुरक्षा में जुटे जवानों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए आयोजित की जा रही है। इससे पहले मुख्यमंत्री स्टालिन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी कि यह रैली शाम पांच बजेपुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय से शुरू होकर आइलैंड ग्राउंड्स के पास स्थित वॉर मेमोरियल तक जाएगी। स्टालिन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान ने न केवल अपने लिए संकट खड़ा किया है, बल्कि भारत के खिलाफ लगातार उल्लंघन कर रहा है।
ऐसे समय में भारतीय सेना बहादुरी से हमारी रक्षा कर रही है। अब समय है कि हम अपनी सेना के साथ खड़े हों और उनका समर्थन करें। मुख्यमंत्री ने कहा, कल शाम पांच बजे मेरे नेतृत्व में पूर्व सैनिकों, मंत्रियों, आम लोगों और छात्रों की भागीदारी के साथ डीजीपी कार्यालय से आइलैंड ग्राउंड के पास वॉर मेमोरियल तक एक रैली निकाली जाएगी। सभी लोग इसमें भाग लें और अपनी एकता और दृढ़ संकल्प दिखाएं।

संभल हिंसा में कथित रूप से संलिप्त तीन युवकों को जमानत मिली

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। न्यायमूर्ति डॉक्टर गौतम चौधरी ने संभल हिंसा में कथित संलिप्त युवकों की जमानत मंजूर कर दी है। याचिकाकर्ताओं के वकील ने दलील दी कि संभल घटना के संबंध में 700-800 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी जिसमें आरोप लगाया गया है कि जब वे पथराव कर रहे थे, अचानक एक व्यक्ति ने गोली चला दी जिससे एक पुलिसकर्मी के पैर में गोली लगी।
उन्होंने यह दलील भी दी कि याचिकाकर्ता पूरी तरह से निर्दोष हैं और मौजूदा मामले में इन्हें झूठा फंसाया गया है। घटना में इनकी कोई विशेष भूमिका नहीं है। साथ ही गोली व्यक्ति के पैर में लगी जिससे उसकी जान को खतरा नहीं हुआ। अदालत को इस बात के लिए भी आश्वस्त किया गया कि याचिकाकर्ता कानूनी प्रक्रिया में हर तरह का सहयोग करने को तैयार हैं और जब भी जरूरत पड़ेगी, अदालत के समक्ष हाजिर होंगे। साथ ही वे सभी तरह की शर्तें स्वीकार करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में आरोपी 28 नवंबर, 2024 से जेल में निरुद्ध हैं और उनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। अदालत ने कहा, सभी तथ्यों और परिस्थितियों, आरोपों की प्रकृति और अपराध की गंभीरता पर विचार करते हुए यह जमानत का मामला बनता है। इसलिए जमानत मंजूर की जाती है। उल्लेखनीय है कि एक स्थानीय अदालत के आदेश पर एक अधिवक्ता आयुक्त की अगुवाई में 24 नवंबर को मुगलकालीन जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान संभल में हिंसा भडक़ गई थी जिसमें चार व्यक्तियों की मृत्यु हो गई थी और कई घायल हो गए थे।

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