जम्मू-कश्मीर में फंसे यात्री, 58 ट्रेनें रद्द,24 हजार तक पहुंचा हवाई किराया

भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जम्मू-कश्मीर जाने और आने वाली 58 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इससे हजारों यात्री जम्मू और कटरा में फंस गए हैं। कई ट्रेनें रास्ते में ही रोक दी गईं, जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। इस बीच, ट्रेनों के रद्द होने से हवाई टिकटों का किराया भी काफी बढ़ गया है।
जम्मू संभाग में हो रही भारी बारिश और भूस्खलन के कारण रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उत्तर प्रदेश से जम्मू-कश्मीर जाने और आने वाली कुल 58 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इनमें से कई ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही अंबाला, जालंधर, लुधियाना और सहारनपुर में रोक दिया गया है।
रद्द और आंशिक रूप से रद्द की गई ट्रेनें:
पूरी तरह रद्द: जम्मूतवी-कोलकाता एक्सप्रेस, लखनऊ-जम्मूतवी बेगमपुरा एक्सप्रेस, अमरनाथ एक्सप्रेस, जम्मूतवी-भागलपुर एक्सप्रेस, और शहीद कैप्टन तुषार महाजन स्पेशल।
आंशिक रूप से रद्द: सियालदह एक्सप्रेस, राजगीर-उधमपुर एक्सप्रेस, वाराणसी-जम्मूतवी एक्सप्रेस, गुवाहाटी-जम्मूतवी एक्सप्रेस, और कामाख्या-जम्मूतवी एक्सप्रेस। ये ट्रेनें अंबाला, जालंधर या सहारनपुर में ही अपनी यात्रा समाप्त कर रही हैं।
रेलवे के अनुसार, यह फैसला यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए जम्मू से दिल्ली तक विशेष ट्रेनें चलाने की तैयारी की जा रही है। दिल्ली से इन यात्रियों को दूसरी ट्रेनों के जरिए लखनऊ लाया जाएगा।
हवाई किराए में भारी उछाल
ट्रेनें रद्द होने के बाद हवाई यात्रा की मांग अचानक बढ़ गई है, जिसका सीधा असर किराए पर पड़ा है। आमतौर पर जम्मू से लखनऊ का किराया लगभग 5,000 रुपये होता था, जो अब बढ़कर 24,000 रुपये तक पहुंच गया है।
स्पाइसजेट का किराया 13,400 रुपये तक हो गया है।
इंडिगो की दो स्टॉपेज वाली फ्लाइट का किराया 24,000 रुपये तक पहुंच गया है।
एअर इंडिया और इंडिगो की अन्य कनेक्टिंग फ्लाइट्स का किराया भी 9,000 रुपये से 10,000 रुपये के बीच है।
कई सीधी उड़ानें भी उपलब्ध नहीं हैं, जिससे यात्रियों को कनेक्टिंग फ्लाइट्स पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
यात्रियों की मदद के लिए हेल्पलाइन
रेलवे ने फंसे हुए यात्रियों की मदद के लिए जम्मू, कटरा, पठानकोट और दिल्ली स्टेशनों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं।
जम्मू स्टेशन: 7888839111
दिल्ली स्टेशन: 9717638775
यात्री अधिक जानकारी के लिए रेलवे की एनटीईएस साइट (NTES Site) भी देख सकते हैं।

Related Articles

Back to top button