बलिया में जनआक्रोश, युवती की हत्या से भडक़े लोग

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे, हत्या को आत्महत्या बता रही है बलिया पुलिस!

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया में युवती की मौत से लोगों में आक्रोश है। आज कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पीडि़त परिजन से मिलने उनके गांव पहुंचे। उन्होंने घरवालों से बात करके घटना की जानकारी ली। परिजनों बेटी की हत्या होने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है।
अजय राय ने कहा कि सरकार के दबाव में पुलिस विभिन्न स्थानों पर हुई हत्याओं को आत्महत्या करार दे रही है। कई मामलों में पकडक़र थाने ले जाए गए लोगों को पीट कर मार दिया जा रहा है। ऐसा जघन्य अपराध किसी भी सरकार के कार्यकाल में नहीं हुआ। बलिया और बस्ती प्रकरण की हाईकोर्ट के जज से जांच कराई जाए। कांग्रेस इन परिवारों को न्याय मिलने तक संघर्ष करेगी।

जब हाथ बंधे थे तो आत्महत्या कैसे हो सकती है?

प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के मुताबिक सुबह जब वह सराय गुलाब राय गांव पहुंचे तो वहां सन्नाटा पसरा था। जिस युवती की हत्या कर शव घर के सामने पेड़ पर लटका दिया गया था, उस परिवार से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। परिजनों ने बताया कि युवती के हाथ पीछे बंधे थे। पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। लेकिन, जब हाथ बंधे थे तो आत्महत्या कैसे हो सकती है? भाजपा सरकार में पुलिस निरंकुश हो गई है। इस परिवार को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस संघर्ष करेगी।

हाईकोर्ट के जज से जांच कराई जाए जांच

अजय राय ने कहा कि हमारी मांग है कि पूरे मामले में हाईकोर्ट के जज से जांच कराई जाए। गांव के चौकीदार के घर यह घटना हुई है। जो व्यक्ति करीब 14 साल से पुलिस के साथ काम कर रहा है, उसे ही उसके ही थाने की पुलिस न्याय नहीं दिला रही है। यह पूरे प्रदेश के चौकीदारों का अपमान है। ऐसी ही एक घटना बस्ती में हुई है। वहां पुलिस ने एक युवक को घर से उठाया। इसके बाद पीट कर हत्या कर दी। उस परिवार को भी न्याय दिलाया जाएगा। इसके लिए चाहे जो भी करना पड़े।

म्यांमार-थाइलैंड में भूकंप में मरने वालों का आंकड़ा 1000 के पार, 2,376 घायल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। म्यांमार में आए एक भूकंप में कम से कम 1,002 लोग मारे गए, 2,376 लोग घायल हुए और 30 लोग अब भी लापता हैं। यह जानकारी म्यांमार के राज्य प्रशासन परिषद की सूचना टीम ने दी है। म्यांमार में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके बाद परिवहन और संचार नेटवर्क में भारी दिक्कतें आईं, फिर भी बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। सागाइंग के पास आए इस भूकंप के बाद 2.8 से 7.5 तीव्रता के 12 झटके महसूस किए गए, जिससे प्रभावित इलाकों में हालात और खराब हो गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, तबाही बहुत बड़ी है और मांडले, बागो, मैगवे, उत्तर-पूर्वी शान राज्य, सागाइंग और ने-पी-ताव सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके हैं। म्यांमार सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है, क्योंकि आपातकालीन प्रतिक्रिया दल जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।
यांगून-मांडले राजमार्ग, जो नेपीता और मांडले के पास स्थित है, गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे राहत कार्य में मुश्किलें आ रही हैं। भूकंप से प्रभावित इलाकों में पहुंचने और बचाव कार्य में मदद के लिए लोगों ने पुराने यांगून-मांडले मार्ग का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा, मांडले एयरपोर्ट और राजमार्ग के कुछ हिस्सों में इमारतें गिर जाने के कारण यांगून और मांडले के बीच यात्रा और भी मुश्किल हो गई है।

निचले इलाकों में ज्यादा दिक्कत

निचले म्यांमार से अग्निशमन सेवा कर्मियों समेत बचाव दल पी ताव और मांडले जैसे गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच गए हैं। हालांकि, क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, बिजली की कटौती और फोन-इंटरनेट सेवाओं में परेशानी के कारण राहत कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं।अंतर्राष्ट्रीय सहायता आनी शुरू हो गई है। म्यांमार की आपातकालीन प्रतिक्रिया में मदद करने और प्रभावित लोगों को सहायता देने के लिए शनिवार सुबह एक चीनी बचाव दल यांगून पहुंचा। अधिकारी और बचाव दल दिन-रात प्रभावित लोगों की मदद में जुटे हुए हैं। लेकिन, म्यांमार को हाल के समय में आए सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक से उबरने में बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

जिंदगी कैसे शुरू होगी दोबारा

महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के खराब होने और जरूरी सेवाओं के बंद होने के कारण, बचे हुए लोगों को अपनी जिंदगी फिर से शुरू करने में मदद देने के लिए जल्दी राहत प्रयासों की जरूरत है। म्यांमार के नेता वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय समुदायों से मानवीय सहायता की अपील की है। मिन आंग ह्लाइंग मांडले में बचाव कार्य में मदद करने के लिए पहुंचे।

देखते ही देखते जमींदोज हुईं इमारतें

थाईलैंड और म्यांमार में बड़े पैमाने पर आये से बैंकॉक में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है। यहां एक बहुमंजिला इमारत देखते ही देखते जमींदोज हो गई है। भूकंप का केंद्र म्यांमार में जमीन के 10 किलोमीटर नीचे थे। भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में बेहद ही शक्तिशाली भूकंप से धरती कांप उठी। इसका असर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी देखने को मिला है। अधिकारियों ने बताया कि बैंकॉक में एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत भूकंप के झटकों से भरभराकर ढह गई। सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में एक बहुमंजिला इमारत धूल के गुबार के बीच ढहती नजर आ रही है और वहां मौजूद लोग चीखते-चिल्लाते हुए भाग रहे हैं। इमारत के मलबे में 40 से अधिक मजदूरों के फंसे होने की आशंका है।

नगर निगम ने मानी गलती, नहीं सील होगा मीर अनीस का मकबरा

निगम ने हाउस टैक्स वसूली का चस्पा किया था नोटिस
सीनियर एडवोकेट मोहम्मद हैदर की अपील पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह की पहल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। 28 मार्च 2025 को मकबरा मीर अनीस पर नगर निगम लखनऊ के द्वारा हाउस टैक्स के वसूली के लिए वारंट /कुर्की का आदेश लगाए जाने से व्यथित होकर सीनियर एडवोकेट मौहम्मद हैदर ने नगर आयुक्त को एक प्रत्यावेदन प्रेषित किया। इस प्रत्यावेदन में एडवोकेट हैदर ने उक्त रकम को स्वंय और अन्य स्रोतों से इक्टठा कर जमा करने की बात कही गयी थी। यही नहीं तत्पश्चात इस कार्यवाही की पोषणीयता पर भी जवाब देने की बात कही थी।
प्रत्योवदन को संज्ञान में लेते हुए नगर आयुक्त लखनऊ, इंद्रजीत सिंह जो कि बेहद ईमानदार अधिकारी हैं, के निर्देशों पर ये जानकारी प्राप्त हुई है कि उक्त नोटिस पर मकबरा मीर अनीस त्रुटिवश लिख गया है, जबकि वो नोटिस मकबरे का नहीं , बल्कि मकबरे के समीप एक मकान से सम्बंधित है जिसका अध्यासी वर्षों से नगर निगम का गृहकर नहीं दे रहा है।

नहीं सील होगा मकबरा

बहरहाल, नगर निगम के अधिकारियों, मुख्य रूप से कर जोनल अधिकारी जोन 6, नगर निगम, लखनऊ मनोज यादव के द्वारा उदारता का परिचय देते हुए उस नोटिस से जो भी ब्याज और दंडात्मक ब्याज की राशि थी को समाप्त कर मात्र गृहकर की राशि उल्लिखित कर बिल संशोधित कर दिया है जो रू 24140/- ही है, जो सम्बंधित अध्यासी के द्वारा जमा कर अपनी देयता का निस्तारण कराया जा सकता है। खुशी की बात यह है कि मकबरा मीर अनीस न तो उक्त नोटिस से सील होगा और न ही मकबरा मकबरा मीर अनीस पर किसी तरह की कोई अन्य कार्यवाही प्रस्तावित है।

सरकार में संवेदना नाम की चीज नहीं: तारिक अनवर

कांग्रेस सांसद ने कहा- केंद्र सरकार जिद्दी है, जो ठान लेती है उसे किसी भी तरह से करवाती है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। वक्फ संशोधन बिल को लेकर कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा है कि केंद्र सरकार जिद्दी है, जो ठान लेती है बस उसे किसी भी कीमत में उसे पूरा करना होता है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि सरकार में संवेदना नाम की चीज नहीं है।
खासतौर पर जब मुसलमानों का मामला आता है, तो यह सरकार पूरी ताकत लगा देती है। सरकार कह रही है कि वह वक्फ संशोधन बिल मुसलमानों के हित में ला रही है, लेकिन मुसलमानों को विश्वास में लिए बिना कैसे इस बिल को पास किया जा सकता है? यह सरकार बहुत जिद्दी है। एक बार जो ठान लेती है, उसे बस पूरा करती है।
इफ्तार पार्टी के जवाब में दिल्ली सरकार ने नवरात्र में फलाहार पार्टी आयोजित करने का फैसला किया है। इस पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि सभी की अपनी-अपनी सोच होती है। लेकिन, किसी पर इसे थोपना नहीं चाहिए। हर व्यक्ति को अधिकार है कि वह अपने हिसाब से त्योहार मनाए। लेकिन, दूसरे धर्म के लोगों पर इसे नहीं थोपना चाहिए और यही हमारे देश की परंपरा और संस्कार है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा आरएसएस पर दिए बयान पर कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा कि यह इतिहास के पन्नों में शामिल है। जिसने भी इतिहास पढ़ा है, वह जानते हैं कि देश की आजादी में आरएसएस का क्या रोल था।

बिहार हाईस्कूल के रिजल्ट घोषित, तीन टॉपर

टॉप टेन में 123 परीक्षार्थियों के नाम, जिनमें 60 छात्राएं और 63 छात्र शामिल

सबसे कम दिनों के अंदर मैट्रिक परीक्षा का परिणाम किया घोषित

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 10वीं क्लास के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिये हैं। परीक्षा में 82 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल घोषित किए गए हैं। इस साल तीन परीक्षार्थी संयुक्त रूप से प्रदेश टॉपर रहे। बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने परीक्षा परिणाम जारी किये।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ और बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर भी उपस्थित रहे। इस वर्ष 82.11 प्रतिशत यानी 12.79 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी सफल हुए हैं। इस साल टॉपर में तीन परीक्षार्थियों ने अपनी जगह बनाई है।
उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थियों में करीब 4,70,845 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी से पास हुए, जबकि 4,84,012 परीक्षार्थी द्वितीय और 3,07,792 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण घोषित किए गए। बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस साल पूरे राज्य में टॉप टेन में 123 परीक्षार्थियों के नाम हैं, जिनमें 60 छात्राएं और 63 छात्र शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस साल प्रदेश में तीन परीक्षार्थी संयुक्त रूप से प्रदेश टॉपर रहे। इनमें समस्तीपुर हाई स्कूल की साक्षी कुमारी, भारतीय इंटर कॉलेज, गहिरी की अंशु कुमारी और हाई स्कूल अगियांव, भोजपुर के रंजन कुमार ने संयुक्त रूप से 489 यानी 97.8 प्रतिशत अंक लाकर संयुक्त रूप से प्रदेश टॉपर बने।

सबसे कम समय में जारी किये परिणाम

परीक्षा परिणाम जारी करते हुए आनंद किशोर ने कहा कि देश में बिहार पहला राज्य है, जो इस इंटरमीडिएट (12वीं) और 10वीं का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। उन्होंने विभाग और बीएसईबी के अधिकारियों, शिक्षकों की तारीफ करते हुए कहा कि इस साल पिछले वर्षों की तुलना में भी सबसे कम दिनों के अंदर मैट्रिक परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया। राज्य में मैट्रिक की परीक्षा 17 से 25 फरवरी के बीच आयोजित की गई थी। यह परीक्षा दो शिफ्टों में संपन्न हुई थी। परीक्षा की शुरुआत भाषा से हुई थी, जिसके बाद अन्य विषयों की परीक्षाएं आयोजित की गईं। उल्लेखनीय है कि कई सालों का क्रम जारी रखते हुए बीएसईबी ने सबसे पहले 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणामों की घोषणा की है। पिछले साल 2024 में भी मार्च महीने के अंदर ही 10वीं और 12वीं के परिणाम घोषित कर दिए गए थे।

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