डायबिटीज में सिर्फ 10 मिनट ये योग करने से मिलेगी राहत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो धीरे-धीरे शरीर को भीतर से कमजोर कर देती है। यह समस्या तब होती है जब शरीर में इंसुलिन का उत्पादन या उपयोग सही तरीके से नहीं होता। हालांकि यह जीवनभर चलने वाली बीमारी है, लेकिन सही जीवनशैली, आहार और नियमित योगाभ्यास से इसे नियंत्रण में रखा जा सकता है। योग न सिर्फ मानसिक शांति देता है बल्कि शरीर के मेटाबॉलिज्म, हार्मोन संतुलन और ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करता है। नियमित सुबह कुछ योग करने से शुगर का स्तर काबू में रहता है। बिना दवा या इंसुलिन डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार योग कर सकते हैं। अधिकतम और जल्द लाभ पाने के लिए योग के साथ संतुलित आहार और पर्याप्त नींद भी जरूरी है।

धनुरासन

इस योगासन में शरीर धनुष की तरह दिखाई देता है। यह आंतरिक अंगों पर सकारात्मक दबाव डालता है और पैंक्रियाज को टोन करता है। रोज 15 से 20 सेकंड धनुरासन के दो सेट का अभ्यास पर्याप्त है। धनुरासन में पीछे की ओर झुकाव (डीप बैकबेंड) शामिल होता है, इससे पैंक्रियाज और आसपास के अंगों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से समय के साथ पैंक्रियाज के कार्य और इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। धनुरासन का नियमित अभ्यास डायबिटीज वाले लोगों में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है।

वज्रासन

खाना खाने के बाद वज्रासन का अभ्यास सबसे ज्यादा फायदेमंद है। यह आसन पाचन को सुधारता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसे दिन में दो बार 5-10 मिनट तक किया जा सकता है।

अर्ध मत्स्येन्द्रासन

अर्ध मत्स्येन्द्रासन आसन पैंक्रियास को सक्रिय करता है और इंसुलिन के स्राव को संतुलित करता है। अर्ध मत्स्येन्द्रासन का अभ्यास लिवर और किडनी की कार्यक्षमता भी बढ़ाता है। इसे सुबह खाली पेट करना सबसे अच्छा होता है। इस वक्त करने से सबसे ज्यादा लाभ होता है।

कपालभाति प्राणायाम

कपालभाति प्राणायाम शक्तिशाली श्वास तकनीक है जो ब्लड शुगर लेवल को जल्दी नियंत्रित करती है। इसका अभ्यास पेट की चर्बी कम करने में मददगार है, साथ ही इसके अभ्यास से टाइप-2 डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है। कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास प्रतिदिन पांच से 10 मिनट रोजाना करें। इसका अभ्यास करने के लिए रीढ़ की हड्डी को सीधा करके आराम से बैठ जाएं। अपने हाथों को घुटनों पर रखें और हथेलियां आसमान की ओर खुली रहें। अब गहरी सांस अंदर लें। जैसे ही आप सांस छोड़ते हैं, अपनी नाभि को वापस रीढ़ की ओर खींचें। पेट की मांसपेशियों के संकुचन को महसूस करने के लिए आप अपना दाहिना हाथ पेट पर रख सकते हैं। एक चक्र पूरा करने के लिए ऐसी 20 सांसें लें। एक चक्र के बाद, अपनी आंखें बंद करके आराम करें और अपने शरीर में संवेदनाओं का निरीक्षण करें।

मंडूकासन

मंडूकासन का अभ्यास डायबिटीज के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि यह पैंक्रियाज को उत्तेजित करता है। इससे इंसुलिन का प्राकृतिक उत्पादन बेहतर होता है। दिन में दो बार मंडूकासन का अभ्यास करने से डायबिटीज के मरीजों मेंकाफी फर्क दिखता है।

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