पीएम मोदी का मणिपुर दौरा, मचा सियासी घमासान
विपक्ष ने समय कम होने पर उठाया सवाल, कांग्रेस ने भाजपा पर बोला हमला, बीजेपी ने किया स्वागत, राहुल गांधी ने सही ठहराया पर बोले देर से लिया गया फैसला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
इंफाल। आखिर तीन साल बाद विपक्ष व मणिपुर केआमजन के भारी के दबाव के बीच देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य के दौरे पर पहुंच गये। उनके दौरे पर सियासी घमासान भी मच गया है।
जहां बीजेपी ने इसका स्वागत किया है वहीं विपक्ष ने इसे मात्र औपचारिकता बताया है। उधर कांग्रेस नेता व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पीएम के दौरे को सही ठहराया है। साथ ही दौरे क ो देर लिया फैसला करार दिया है। उधर कांग्रेस ने यात्रा का समय मात्र चार घ्ंाटे रखने पर भी सवाल उठाय है। इस पीएम ने अपनी यात्रा की बात साझा की है।

मणिपुर के समावेशी और सर्वांगीण विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हूं: प्रधानमंत्री
अपनी यात्रा से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर के समावेशी और सर्वांगीण विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। एक्स पोस्ट में लिखा कि सडक़ परियोजनाओं, राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं, महिला छात्रावासों आदि की आधारशिला रखी जाएगी। जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है उनमें मंत्रिपुखरी में नागरिक सचिवालय, आईटी एसईजेड भवन और मंत्रिपुखरी में नया पुलिस मुख्यालय शामिल है, जो विभिन्न जिलों में महिलाओं के लिए एक अनूठा बाज़ार है।
मणिपुर में विस्थापितों से मिले पीएम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मणिपुर के चूड़ाचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने मणिपुर जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए लोगों से चूड़ाचांदपुर में बातचीत की। मोदी ने चुराचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में 3,600 करोड़ रुपये से अधिक की मणिपुर शहरी सडक़ें, जल निकासी और परिसंपत्ति प्रबंधन सुधार परियोजना; 2,500 करोड़ रुपये से अधिक की 5 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएँ, मणिपुर इन्फोटेक विकास परियोजना, 9 स्थानों पर कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास आदि शामिल हैं।
मणिपुर को शांति-प्रगति की राह पर ले जाएगा पीएम का दौरा : बीरेन सिंह
मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्य यात्रा का स्वागत किया और इसे शांति और स्थायी प्रगति की ओर ले जाने वाला क्षण बताया। एक पोस्ट साझा करते हुए, बीरेन सिंह ने लिखा कि मणिपुर अदर्निया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का हार्दिक स्वागत है। मणिपुर के लोगों को पूरी उम्मीद है कि यह क्षण हमें शांति और स्थायी प्रगति की ओर ले जाएगा। हम सब मिलकर इस विश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं कि आने वाला कल अधिक सुरक्षित, मजबूत और समृद्ध होगा।
मोदी का मणिपुर दौरा सिर्फऔपचारिकता : गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित मणिपुर दौरे को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे केवल औपचारिकता करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को बहुत पहले मणिपुर जाकर लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश करनी चाहिए थी। मीडिया से बातचीत में गहलोत ने कहा, प्रधानमंत्री सिर्फ चार घंटे के लिए जा रहे हैं, यह बहुत पहले होना चाहिए था। जब प्रधानमंत्री किसी हिंसाग्रस्त क्षेत्र में जाते हैं तो लोगों को लगता है कि उनकी समस्याएं सीधे केंद्र तक पहुंच रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम के दौरे में हुई देरी ने शांति स्थापित करने का कीमती समय नष्ट कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने ये बातें जवाहर बाल मंच द्वारा आयोजित छात्र कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद कही। उन्होंने कहा कि बच्चों में नेतृत्व, त्याग और सेवा की भावना विकसित होनी चाहिए, ताकि वे आजादी के संघर्ष और देश के इतिहास को जान सकें। गहलोत ने कहा कि उन्होंने दो महीने पहले केंद्रीय गृह मंत्री से भी आग्रह किया था कि वे प्रधानमंत्री को मणिपुर जाने के लिए प्रेरित करें, क्योंकि पीएम के दौरे का अपना महत्व होता है।
संसद भंग करने पर बढ़ी नाराजगी
नेपाल के वकीलों ने राष्ट्रपति के फैसले को बताया असंवैधानिक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
काठमांडू। नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने शुक्रवार को औपचारिक रूप से संसद भंग कर दी और सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया। हालांकि राष्ट्रपति के इस फैसले का विरोध भी शुरू हो गया है। नेपाल के प्रमुख राजनीतिक दलों और अधिवक्ताओं के शीर्ष संगठन ने राष्ट्रपति के संसद भंग करने के फैसले की कड़ी आलोचना की है और इस कदम को असंवैधानिक, मनमाना और लोकतंत्र के लिए एक गंभीर झटका बताया है।
शुक्रवार को अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की की अध्यक्षता में हुई पहली कैबिनेट बैठक में प्रतिनिधि सभा को भंग करने की सिफारिश की गई, जिसे राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने मंजूरी दे दी। राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक नोटिस के अनुसार, प्रतिनिधि सभा 12 सितंबर, 2025 की रात 11 बजे से भंग हो गई है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति ने नए संसदीय चुनाव कराने की तारीख 21 मार्च, 2026 तय की है। सभी राजनीतिक दलों ने संसद भंग करने के इस कदम की निंदा की है।
इस कदम का विरोध करते हुए, देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी, नेपाली कांग्रेस (एनसी) ने चेतावनी दी कि संविधान का उल्लंघन करने वाली कोई भी कार्रवाई अस्वीकार्य होगी। नेपाली मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को नेपाली कांग्रेस की केंद्रीय कार्यकारी समिति की बैठक हुई। जिसमें निष्कर्ष निकाला गया कि संसद के भंग करके देश की लोकतांत्रिक उपलब्धियों को खतरे में डाल दिया गया है। नेपाली कांग्रेस ने कहा, संसद को भंग करने का यह कदम हमारे संविधान की भावना और सर्वोच्च न्यायालय की व्याख्या के खिलाफ है। यह पूरी तरह से असंवैधानिक है।
केरल केसभी दागी सौदों में माक्र्सवादी पार्टी के नेताओं की संलिप्तता: कांग्रेस
केरल की राजनीति में गहराया ऑडियो क्लिप विवाद
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
तिरुवनंतपुरम। केरल की राजनीति में ऑडियो क्लिप विवाद गहराता जा रहा है। कांग्रेस ने शनिवार को डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के दो नेताओं के बीच कथित टेलीफोन बातचीत को लेकर सत्ताधारी सीपीआईएम पर हमला तेज कर दिया।
कांग्रेस ने कहा कि इस बातचीत से साफ है कि सभी दागी सौदों में मार्क्सवादी पार्टी के नेताओं की संलिप्तता है। विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कोच्चि में मीडिया से बात करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी चोरों का गिरोह बन गई है और यह खुलासा पिनाराई विजयन सरकार के पतन की शुरुआत होगी। दरअसल दोनों नेताओं की कथित बातचीत का ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद राजनीतिक विवाद हो गया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि त्रिशूर में एमके कन्नन और विधायक एसी मोइदीन सहित वरिष्ठ माकपा नेताओं ने संपत्ति अर्जित की है।
सतीशन ने कहा कि वामपंथी नेताओं के खिलाफ खुलासे विपक्ष ने नहीं, बल्कि माकपा की युवा शाखा, डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के जिला सचिव ने किए हैं। विपक्ष के नेता ने कहा कि डीवाईएफआई के जिला सचिव के अनुसार, त्रिशूर में माकपा के जिला नेता चोरों का गिरोह हैं। माकपा नेताओं पर त्रिशूर में पुलिस में तैनाती सहित विभिन्न नियुक्तियों के लिए कमीशन लेने के आरोप हैं। इसके चलते कई जिला स्तर के नेता करोड़पति बन गए हैं। सतीशन ने करुवन्नूर सहकारी बैंक घोटाले का भी जिक्र किया, जिसमें माकपा के जिला नेताओं पर आरोप लगे थे कि उन्होंने 400 करोड़ रुपये से अधिक की लूट की।
राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन विभिन्न मामलों का निस्तारण
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। देशभर की तरह राजधानी लखनऊ में भी शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत में सुबह से ही लोगों की भीड़ उमड़ी और बड़ी संख्या में मामलों का निस्तारण किया गया। जनपद लखनऊ की लोक अदालत में अपर जिला जज मीनाक्षी सोनकर, नोडल अधिकारी व विशेष न्यायाधीश सीबीआई सेंट्रल रविन्द्र कुमार द्विवेदी तथा जनपद न्यायाधीश बबीता रानी ने मामलों की सुनवाई की।
लोक अदालत में बैंकों के काउंटर भी लगाए गए, जहां ऋ ण से संबंधित विवादों और ब्याज छूट जैसे मामलों का समाधान हुआ। इसके साथ ही परिवारिक विवाद, 138 एनआईए क्ट (चेक बाउंस), यातायात चालान और राजस्व विवाद जैसे मामलों का भी निस्तारण किया गया। अधिकारियों के अनुसार, यदि दोनों पक्षों की रजामंदी बन जाती है, तो उसी समय समझौते के आधार पर मामला निपटा दिया जाता है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य एक बेंच, एक समाधान की तर्ज पर आम जनता को त्वरित न्याय उपलब्ध कराना रहा।
हिमाचल के बिलासपुर में फिर बादल फटा
मंडी में लैंडस्लाइड, कई गाडिय़ां मलबे में दबी, 15 सितंबर से मानसून की वापसी संभव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के नम्होल में शुक्रवार देर रात बादल फटा। इससे 10 से ज्यादा गाडिय़ां मलबे में दब गईं। सडक़ें भी बह गई, कई घरों को भी नुकसान पहुंचा। वहीं, मंडी जिले के धर्मपुरमें सपड़ी रोह गांव में शनिवार सुबह 4 बजे लैंडस्लाइड हुई। कई घर मलबे से घिर गए हैं। 8 घर खाली कराए गए हैं।
राज्य में बारिश-बाढ़ से मरने वालों का आंकड़ा 386 पहुंच गय है। राज्य में इस सीजन में सामान्य से 43त्न ज्यादा बारिश हो चुकी है। एक जून से 12 सितंबर के बीच 678.4द्वद्व बारिश होती है, इस बार 967.2द्वद्व बारिश हो चुकी है।
यूपी केकई गांव बाढ़ की चपेट में
यूपी के उन्नाव में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 23सेमी ऊपर है। यहां 80 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। 100 से ज्यादा परिवार बेघर हैं। फर्रुखाबाद में गंगा के किनारों का कटान तेज हो गया है। ग्रामीण अपने मकानों को खुद तोड़ रहे हैं। ईंट-सरिया निकालकर साथ ले जा रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी 15 सितंबर के आसपास पश्चिमी राजस्थान से शुरू हो सकती है। आमतौर पर मानसून 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से लौटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह लौट जाता है।



