पीएम की झूठ बोलने की आदत अब सरकार में भी फैली: जयराम
- वायु प्रदूषण और मौतों के बीच संबंध के आंकड़े नहीं होना सरकार का स्तब्ध करने वाला जवाब : कांग्रेस
- लैंसेट पत्रिका में जारी हुए थे आंकड़े
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद में एनडीए सरकार द्वारा वायु प्रदूषण से संबंधित आंकड़ा न होने की बात कहने पर कांग्रेस ने जमकर हमला बोला है। कांग्रेस ने राज्यसभा में सरकार के इस दावे को ‘चौंकाने वाला झूठ’ करार दिया कि देश में ऐसा कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है जो यह साबित कर सके कि मृत्यु या बीमारी का सीधा संबंध वायु प्रदूषण से है।
पूर्व पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सरकार की नीतिगत अराजकता और अप्रभावी राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम इन हजारों मौतों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। रमेश ने तंज कसते हुए कहा कि स्वयंभू अवतारी प्रधानमंत्री की झूठ बोलने की आदत उनकी सरकार में भी फैल गई है। दरअसल, विपक्षी दल स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल द्वारा राज्यसभा में पूछे गए सवाल पर दिए गए जवाब को लेकर प्रतिक्रिया दे रहा था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा कि आज राज्यसभा में केंद्रीय राज्य मंत्री ने वायु प्रदूषण के सार्वजनिक स्वास्थ्य पर प्रभाव के बारे में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए दावा किया कि ‘देश में केवल वायु प्रदूषण के कारण मृत्यु/बीमारी के बीच सीधा संबंध स्थापित करने के लिए कोई निर्णायक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। यह एक चौंकाने वाला झूठ है। इसी महीने की शुरुआत में प्रतिष्ठित लैंसेट पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन से जानकारी मिली है कि भारत में होने वाली सभी मौतों में से 7.2 प्रतिशत वायु प्रदूषण के कारण होती हैं। केवल 10 शहरों में हर साल लगभग 34,000 मौतें होती हैं।
ईपीएफओ के आंकड़े खोल रहे बेरोजगारी की पोल : कमलनाथ
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ईपीएफओ के जारी आंकड़े को लेकर मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। ईपीएफओ की तरफ से हाल ही में जारी वर्ष 2023-24 के आंकड़े के अनुसार देशभर में सात लाख और मध्य प्रदेश में 29 हजार नौकरियों में कमी आई है। पूर्व सीएम ने कहा यह स्थिति चिंताजनक है। प्रदेश में पहले ही बेरोजगारों की बड़ी संख्या है, जो कभी पटवारी भर्ती, नर्सिंग, व्यापमं और आरक्षक भर्ती घोटालों से परेशान है। पूर्व सीएम ने आंकड़ों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह न तो सार्वजनिक क्षेत्र में और न ही निजी क्षेत्र में नौकरियों की सृजन के लिए प्रभावी कदम उठा रही है। कमलनाथ ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार की नीति में पारदर्शिता का अभाव है और वह केवल इवेंटबाजी और कपोलकल्पित वादों में व्यस्त है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि प्रदेश का युवा इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगा। वहीं, कमलनाथ ने दावा किया कि वह हर कदम पर युवाओं के साथ खड़े रहेगें और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए संघर्ष करेंगे।