महाराष्ट्र में सियासी भूचाल विपक्ष बोला, भाजपा की चाल
- दिल्ली तक उठा-पटक जारी, विपक्षी नेताओं की घटनाक्रम पर नजर
- राउत बोले- अभी औैर होगा खेला
- अजित, भुजबल और फडणवीस विस अध्यक्ष से मिले
- सीएम एकनाथ ने बुलाई शाम को बैठक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में उतार-चढ़ाव जारी है। रविवार को अजित पवार ने एनसीपी से बगावत करके एकनाथ शिंदे सरकार को समर्थन देकर डिप्टी सीएम की कुर्सी पर कब्जा कर लिया। उनके साथ आठ अन्य विधायक भी साथ गए। बड़े चेहरों में छगन भुजबल का नाम भी है। इस घटनाक्रम के बाद वहां की राजनीति में भूचाल आ गया है। वरिष्ठï नेता शरद पवार ने बीजेपी को जमकर घेरेते हुए चेतावनी दी है कि उनको इस करनी का दंड मिलेगा। वहीं बीजेपी अपनी अगली रणनीति बनाने में लग गई है। बैठकों का दौैर जारी है। पहले दोनों डिप्टी सीएम ने मुलाकात की अब राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे एक्शन मोड में आ गए हैं। सीएम ने शाम चार बजे पार्टी सांसदों और विधायकों को बुलाया है। माना जा रहा है कि बैठक में आगे की योजना तैयार होगी। उधर महाराष्ट्र विस अध्यक्ष राहुल नार्वेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस के आवास पहुंचे जहां डिप्टी सीएम अजीत पवार और अन्य एनसीपी नेता मौजूद हैं।
बीजेपी को उसकी सही जगह दिखाकर रहेंगे : पवार
एनसीपी प्रमुख शरद पवार बिना नाम लिए भाजपा और शिवसेना पर निशाना साधा। कहा कि कुछ लोग देश में जाति और धर्म के नाम पर समाज के बीच दरार पैदा कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र की सेवा कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों ने हमारी सरकार गिरा दी। देश के कुछ अन्य हिस्सों में भी ऐसा ही हुआ है। शरद पवार ने सतारा में समर्थकों को संबोधित किया। इस दौरान एनसीपी नेता ने कहा, आज हम सभी को एकजुट रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र को जाति और धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है। धार्मिक विवाद भडक़ाया जा रहा है। हम महाराष्ट्र को मजबूत किए बिना नहीं रुकेंग। भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए एनसीपी प्रमुख ने कहा, बीजेपी हमेशा इस तरह का खेल करती रही है। बीजेपी को उसकी सही जगह दिखाकर रहेंगे। पवार ने कहा, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में हम महाराष्ट्र की सेवा कर रहे थे, लेकिन इसे कुछ लोगों ने गिरा दिया. न केवल महाराष्ट्र में, बल्कि देश में- दिल्ली, पंजाब, बंगाल, जहां भी सरकार लोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है, उस पर हमले हो रहे हैं।
अजित समेत आठ अन्य विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष एक याचिका दायर कर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार और मंत्री पद की शपथ लेने वाले पार्टी के अन्य विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है। सूत्रों के अनुसार, जितेंद्र आव्हाड ने नार्वेकर के आवास पर याचिका भेजी। अजित पवार के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने के बाद राकांपा ने आव्हाड को महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया है। नार्वेकर के कार्यालय से संपर्क करने पर उसने याचिका मिलने की पुष्टि की। राकांपा की अनुशासनात्मक समिति ने भी नौ विधायकों को अयोग्य घोषित करने के संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया है। समिति के प्रमुख जयप्रकाश दांडेगावकर ने प्रस्ताव पारित होने के बाद रविवार देर शाम राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को एक रिपोर्ट सौंपी।
ममता, सोनिया और नीतीश ने पवार से की बात
लोकसभा चुनाव से पहले इतने बड़े राजनीतिक घटनाक्रम ने विपक्षी दलों के नेताओं को भी झटका दिया है। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और स्टालिन ने शरद पवार से बात की है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि, सीपीपी चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने शरद पवार से फोन पर बात की है और स्थिति पर चर्चा की है और उन्हें समर्थन दिया है, इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े और राहुल गांधी ने शरद पवार से बात की थी। वहीं, फेरबदल के कुछ घंटों बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, यह गुगली नहीं है, यह डकैती है और वह पार्टी छोडऩे वालों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
शरद पवार ने खुद बिछाई है बिसात : एआईएमआईएम
महाराष्ट्र में अजित पवार के शिंदे सरकार में शामिल होने के पीछे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता ने शरद पवार का हाथ बताया है। एआईएमआईएम प्रवक्ता सैयद आसिम वकार ने कहा, अजित पवार खुद नहीं गए हैं,शरद पवार ने खुद जाल बिछाया है। एआईएमआईएम प्रवक्ता ने ट्वीट कर लिखा, मेरा अपना आंकलन है कि अजित पवार खुद नहीं गए हैं, इसमें शरद पवार जी की मर्जी शामिल है। इससे पहले भी यही हुआ था। ये पूरी बिसात शरद पवार जी ने खुद बिछाई है, इसमें वज़ीर वही चाल चलेगा, जिससे बादशाह और उसका किला सुरक्षित रहे। ये राजनीति है बाबू इसमें होता कुछ है, दिखता कुछ है।
विपक्षी दलों की बेंगलुरु में 17-18 जुलाई को होगी बैठक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर एकजुट हुए विपक्षी दलों की दूसरी महाबैठक की तारीख हर दिन बढ़ती जा रही है। अब विपक्षी दलों की ये बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में होगी।
पटना में आयोजित बैठक में मौजूद सभी राजनीतिक दलों को कांग्रेस की ओर से आमंत्रित किया गया है। गौरतलब हो कि पहले ये बैठक 13 व 14 जुलाई को होनी थी।
केसी वेणुगोपाल ने किया ट्वीट
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर बैठक की नई तारीख की जानकारी दी। वेणुगोपाल ने इसी के साथ भाजपा पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर देश में नफरत फैलाने वालों को हटाने का काम करेंगे।
मणिपुर पर सुप्रीम कोर्ट ने कें द्र से मांगी स्टेटस रि पोर्ट
- सरकार ने दिया जवाब हालात में धीरे-धीरे हो रहा सुधार
- अगली सुनवाई 10 जुलाई को
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
इंफाल। मणिपुर हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर जनहित याचिका का केंद्र और मणिपुर सरकार ने जवाब दिया है। सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्य में स्थिति में धीरे-धीरे सुधर रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस बीच सरकार से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है और अगली सुनवाई 10 जुलाई को रखी है। इस बीच कुकी समुदाय की ओर से आर्मी प्रोटेक्शन की मांग को लेकर भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। सुप्रीम कोर्ट ने 20 जून को मणिपुर ट्राइबल फोरम की ओर से दाखिल याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया था।
हिंसा अब भी जारी
इंफाल से लगभग 70 किमी दक्षिण-पूर्व में रात भर चली गोलीबारी में कम से कम पांच अन्य घायल हो गए। इससे पहले रविवार सुबह बिष्णुपुर-चुराचांदपुर सीमा पर फिर से दोनों समुदायों के लोग भिड़ गए। इस हिंसा में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई और चौथे का सिर काट दिया गया। सीएम एन बीरेन सिंह ने कुंबी विधानसभा सीट के अंतर्गत घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय लोगों को पूरी सुरक्षा देने का वादा किया। मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है। हिंसा में अब तक 130 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 419 लोग घायल हुए हैं।