चुनाव आयोग को लेकर कोर्ट से सड़क तक चढ़ा सियासी पारा

  • चुनाव आयुक्त गोयल के इस्तीफे पर उठ रहे सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। चुनाव आयुक्त गोयल के इस्तीफे के बाद से सियासी परा चढ़ गया है। पूरे विपक्ष ने इस मामले को लेकर मोदी व बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोल दिया है। आप, सपा, कांग्रेस ने कहा है सरकार कोई हेराफेरी करना चाहती है तभी इस तरह के घटना क्रम हो रहे हैं। उधर कें द्र ने 15 मार्च तक नए चुनाव आयुक्त की तैयारी शुरू कर दी इस बाबत एक याचिका सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर पहुंच गयी है।
हालांकि बीजेपी ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है चुनाव आयोग स्वतंत्र है चुनाव कराने को। अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद 3 सदस्यीय चुनाव पैनल में केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ही बचे हैं। चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे 65 वर्ष की आयु पूरी करने पर 14 फरवरी को सेवानिवृत्त हो गए थे।

सरकार को नियुक्ति के अधिकार के खिलाफ याचिका दाखिल

मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। कोर्ट में अर्जी दाखिल करके सरकार को नए अधिनियम के अनुसार मुख्य चुनाव आयुक्त और ईसी को नियुक्त करने से सरकार को रोकने की मांग की गई है। साथ ही याचिका में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के फैसले के अनुसार चुनाव आयोग के सदस्य की नियुक्ति के निर्देश देने की भी मांग की गई है। मध्य प्रदेश की कांग्रेस नेता जया ठाकुर इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची हैं।चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद मामला गहराया है। मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर केंद्र के नए कानून को चुनौती का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।

राजनीति या आयोग के कामकाज  पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं : आजाद

जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के पद से इस्तीफा देने के प्रकरण पर कहा, यह पहली बार नहीं है कि भारत में किसी अधिकारी ने इस्तीफा दिया है, लेकिन निर्वाचन आयोग के लिए यह नया हो सकता है। कई वरिष्ठ अधिकारियों ने राजनीति में शामिल होने के लिए अपने पदों से इस्तीफा दिया है।

जबसे भाजपा सत्ता में आई संविधानिक संस्थाएं दबाव में : अखिलेश

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव आयुक्त के इस्तीफे पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिरकार सांविधानिक संस्थाओं पर चुनाव से पहले किसका दबाव है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि चुनाव आयोग से किसी अधिकारी का जाना पहली बार नहीं हुआ है। भाजपा की सरकार में ऐसा कई बार हुआ है।

गोयल ने क्यों दिया इस्तीफा बताए सरकार : आतिशी

आप नेता आतिशी ने कहा कि उनको भाजपा ने नियुक्त किया था और उनकी नियुक्ति का बचाव करने के लिए केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट गई थी। अब लोकसभा चुनाव से ठीक पहले त्यागपत्र की क्या वजह है? पूरे देश का एक ही सवाल है कि केंद्र सरकार ने चुनावों में ऐसी क्या हेराफेरी करने को कह दिया, जिसे उनका अपना व्यक्ति भी न कर सका और त्यागपत्र देना ज्यादा बेहतर समझा। पार्टी मुख्यालय में आतिशी ने सवाल किया कि जिस तरह अनिल मसीह से चंडीगढ़ मेयर चुनावों में चोरी करवाने की कोशिश की गई, क्या अरुण गोयल को भी ऐसा ही कुछ करने के लिए कहा जा रहा था? उनके त्यागपत्र के बारे में भाजपा पूरे देश को बताए, क्योंकि अरुण गोयल का कार्यकाल 2027 तक था। अरुण गोयल को वीआएस लेने के 24 घंटे के अंदर चुनाव आयुक्त बनाया गया था।

पीएम ने सशक्त नारी-विकसित भारत कार्यक्रम में दीदियों को सौंपे ड्रोन

  • महिलाओं की सभी जरूरतों का ख्याल रखा : मोदी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली में आयोजित सशक्त नारी-विकसित भारत कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1000 दीदीयों को ड्रोन सौंपा। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, यह कार्यक्रम भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में आयोजित किया गया है। इसमें देशभर के 11 अलग-अलग स्थानों से नमो ड्रोन दीदियां शामिल हुई हैं। पीएम मोदी ने कहा, आज का ये कार्यक्रम महिलासशक्तीकरण के लिहाज से बहुत ऐतिहासिक है। आज मुझे नमो ड्रोन दीदी अभियान के तहत 1 हजार आधुनिक ड्रोन महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को सौंपने का अवसर मिला है।
मैंने ये फैसला लिया कि हमें अब 3 करोड़ लखपति दीदी के आंकड़े को पार करना है। इसी उद्देश्य से आज 10 हजार करोड़ रुपये की राशि भी इन दीदियों के खाते में ट्रांसफर की गई है। पीएम मोदी ने कहा, कोई भी देश हो, कोई भी समाज हो, वो नारीशक्ति की गरिमा बढ़ाते हुए, उनके लिए नए अवसर बनाते हुए ही आगे बढ़ सकता है, लेकिन दुर्भाग्य से देश में पहले जो सरकारें रही, उनके लिए आप सभी महिलाओं का जीवन, आपकी मुश्किलें कभी प्राथमिकता नहीं रही और आपको आपके नसीब पर छोड़ दिया गया था।

हम लोग महिला सशक्तिकरण की बात हीं नहीं करते हैं, करके भी दिखाते : तेजस्वी

  • एमएलसी चुनाव में उतारीं तीन महिलाएं

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन के पांच उम्मीदवारों ने एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है, जिसमें से तीन महिलाएं हैं। हम लोग महिला सशक्तिकरण की बात हीं नहीं करते हैं, करके भी दिखाते हैं, महागठबंधन के एमएलसी सदन में बिहार की आवाज को बुलंद करेंगे। जनता के हित के मुद्दों को उठाएंगे। बिहार के विकास के लिए काम करेंगे।
बीजेपी सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने कहा है की पार्टी अगर दो तिहाई सीटों के साथ सत्ता में आती है तो संविधान में बड़े बदलाव करेगी. इसपर तेजस्वी ने कहा कि जो भी संवैधानिक संरचना है उसे बर्बाद किया जा रहा है। जो भी संवैधानिक संस्थाएं हैं, उसको बीजेपी द्वारा हाईजैक किया जा रहा है। जबकि चिराग पासवान के महागठबंधन में शामिल होने के सावल पर तेजस्वी ने कहा कि मैं इस पर अभी कुछ नहीं बोलूंगा, यह समय बताएगा। बिहार विधान परिषद के विधानसभा कोटे की 11 सीटों के लिए चुनाव को लेकर नामांकन दाखिल करने का आज आखिरी दिन है।

राबड़ी देवी ने एमएलसी चुनाव के लिए किया नामांकन

बिहार विधान परिषद के लिए महागठबंधन के सभी पांच उम्मीदवारों ने आज सोमवार (11 मार्च) को नामांकन दाखिल किया। महागठबंधन की ओर से राबड़ी देवी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, उर्मिला ठाकुर, सैयद फैसल अली और माले की शशि यादव ने पर्चा भरा। इस दौरान आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और तेजस्वी यादव भी रहें। राबड़ी देवी के नामांकन भरने के बाद लालू ने विक्ट्री साइन दिखाया।

विधान परिषद में जीत को आश्वस्त उम्मीदवार

  • एनडीए के 10 प्रत्याशियों ने किया नामांकन
  • 13 सीटों पर हैं चुनाव, सपा ने भी तीन दावेदार उतारे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव के लिए आज एनडीए के दस प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इनमें बीजेपी के 7, सुभासपा से एक, आरएलडी से एक और अपना दल से भी एक एमएलसी उम्मीदवार ने पर्चा दाखिल किय। प्रत्याशियों के नामांकन के मौके पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और कई बड़े मंत्री व पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
तय समय के मुताबिक सभी प्रत्याशी सुबह दस बजे पार्टी मुख्यालय पहुंचे, जहां पहले उनका स्वागत किया गया, जिसके बाद ये सभी एकसाथ विधानभवन पहुंचे जहां सभी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। बीजेपी ने एमएलसी चुनाव के लिए पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह को भी टिकट दिया है। इनके अलावा जय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, मोहित बेनीवाल, धर्मेंद्र सिंह, रामतीरथ सिंघल और संतोष सिंह को प्रत्याशी बनाया है. रालोद की तरफ से योगेश चौधरी एमएलसी प्रत्याशी हैं। इनके साथ ही अपना दल सोनेलाल की ओर से पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल और ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा की ओर से बिच्छेलाल राजभर ने नामांकन भर दिया।

21 को होगा मतदान

सोमवार यानी आज ही नामांकन की आखिरी तारीख है। 12 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी जबकि नाम वापसी की आखिरी तारीख 14 मार्च हैं। यूपी में 21 मार्च को विधान परिषद का चुनाव होगा और वोटिंग के बाद उसी दिन इसके नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे। इस बार एमएलसी चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी भी पहले से ही अलर्ट है। सपा ने इस बार एमएलसी के लिए तीन प्रत्याशी ही उतारे हैं। सपा अतिरिक्त प्रत्याशी उतारकर दोबारा राज्यसभा चुनाव वाली गलती नहीं करना चाहती है। जिसकी वजह से उनकी पार्टी के सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी थी. सपा के पास तीन प्रत्याशियों के लिए पूरे नंबर हैं. इसलिए अखिलेश यादव कोई और रिस्क नहीं लेना चाहते।

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