पी. चिदंबरम के लेख पर मचा सियासी घमासान

चुनाव आयोग और विपक्ष पर निशाना

  • भाजपा और कांग्रेस में तीखी नोंकझोंक
  • बीजेपी बोली- कांग्रेस जनता का अपमान कर रही है

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। बिहार चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के एक हालिया लेख पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने चिदंबरम की आलोचना करते हुए उनकी पार्टी पर खराब प्रदर्शन के बाद जनता की बेइज्जती करने का आरोप लगाया। भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक कड़ा पोस्ट किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने एक बार फिर अपनी हार की समीक्षा करने के बजाय जनता पर इल्जाम लगाकर अपने राजकुमार (राहुल गांधी) का बचाव करना चुना है। बिहार चुनाव के नतीजों पर गरमाई राजनीति में, भाजपा ने पी. चिदंबरम के लेख पर तीखी आलोचना की है।
जिसमें उन्होंने मतदाताओं पर हार का ठीकरा फोडऩे का आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर राहुल गांधी का बचाव करने के लिए जनता को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ईवीएम और अब बिहार की जनता को दोष दे रही है। चिदंबरम ने अपने लेख में भारी बेरोजगारी के बावजूद बदलाव के लिए वोट न देने पर बिहार के लोगों की मतदान जिम्मेदारियों पर सवाल उठाया था, जिसे भाजपा ने जनता का अपमान बताया है। पूनावाला ने चिदंबरम के कॉलम का उल्लेख करते हुए लिखा, पी. चिदंबरम लिखते हैं उन्हें सत्ता में लाना वोटरों की जिम्मेदारी है। ये लोग कितने हकदार और गुमराह हैं? ईवीएम को दोष दो, एसआईआर को दोष दो, अब बिहार की जनता को दोष दो। 95 हार के लिए राहुल को दोष मत दो। राहुल कुछ गलत नहीं कर सकते, जनता गलत है।

बिहार के लोगों ने बदलाव के लिए वोट नहीं दिया : चिदंबरम

पी. चिदंबरम ने एक प्रतिष्ठित अखबार में प्रकाशित अपने कॉलम वोटिंग जिम्मेदारियों का अंत नहीं है में एनडीए को मिली 202 सीटों की जीत और महागठबंधन की 35 सीटों पर मिली हार का विश्लेषण किया था। उन्होंने लिखा कि भारी बेरोजगारी, करोड़ों लोगों के पलायन, गरीबी, शिक्षा और हेल्थकेयर की खराब हालत के बावजूद बिहार के लोगों ने बदलाव के लिए वोट नहीं दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि इन गंभीर समस्याओं के बावजूद लोगों ने ऐसा क्यों वोट दिया, इस बात का कोई जवाब नहीं है। चिदंबरम ने बिहार के वोटरों से चंपारण युग की भावना को फिर से खोजने और नौकरियों की कमी, खराब स्कूलों और पेपर लीक को चुपचाप स्वीकार न करने की अपील की। वहीं चिदंबरम ने विपक्षी पार्टियों की जमीन पर मजबूत संगठन बनाने में नाकामी की आलोचना की और कहा कि दोष पूरी तरह से विपक्षी राजनीतिक पार्टियों का है। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी संदिग्ध और पक्षपातपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप लगाया। उन्होंने चुनाव की घोषणा के बाद भी मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10,000 रुपये के कैश ट्रांसफर जारी रहने का हवाला दिया, जिसे उन्होंने वोटरों को खुली रिश्वत बताया।

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