बिहार में सनसनीखेज हत्या के बाद गरमाई सियासत
गोपाल खेमका मर्डर केस को लेकर विपक्ष का नीतीश सरकार पर हमला, तेजस्वी ने पूछा- इसे जंगलराज नहीं कह सकते?

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने लोगों से पूछ भी लिया कि इसे जंगलराज क्यों नहीं कहा जा सकता है।
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पूछा कि थाना से चंद कदम दूर पटना में बिहार के बड़े व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हर महीने बिहार में सैकड़ों व्यापारियों की हत्या हो रही है लेकिन जंगलराज नहीं कह सकते? क्योंकि इसे ही शास्त्रों में मीडिया प्रबंधन, परसेप्शन मैनेजमेंट और छवि प्रबंधन कहते है।
बिहार में नरसंहार हो रहा है
इतना ही नहीं तेजस्वी यादव ने सीवान में तीन लोगों की हत्या पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार में नरसंहार हो रहा है। सीवान में छह लोगों को गोली मारी गई। इसमें तीन लोगों की मौक़ा ए वारदात पर मौत हो गई। तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा कि अचेत मुख्यमंत्री की अगुवाई में विधि व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।
इस क्रूर एनडीए राज में कोई सुरक्षित नहीं है : पप्पू यादव
वहीं पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने गोपाल खेमका के बेटे के साथ अपनी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि कहा कि इस बच्चे को क्या दिलासा दूं? सात साल पहले गोपाल खेमका जी के पुत्र गुंजन खेमका की हत्या हुई थी, उन्हें न्याय का भरोसा दिलाने गया था। अगर उस वक्त सरकार अपराधियों की साझीदार न बनकर, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करती तो आज गोपाल खेमका जी की हत्या न होती। उन्होंने कहा कि जैसे ही मुझे इस वारदात की सूचना मिली मैं वहां पहुंचा। पर इस क्रूर एनडीए राज में कोई सुरक्षित नहीं है, अपराधियों का अभ्यारण्य बन गया बिहार! नीतीश जी बख़्श दीजिए बिहार को। बिहार की जनता दहशत में जीना नहीं चाहती है।
मुंबई की रैली में गरजे उद्धव- हम साथ आए हैं, साथ ही रहेंगे
कहा- हिंदी थोपना बर्दाश्त नहीं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्टï्र की राजनीति में एक बड़े बदलाव के तहत दो चचेरे भाइयों उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने शनिवार को मुंबई में एक विशाल रैली के दौरान दो दशक बाद राजनीतिक एकता के संकेत दिए। अपने चचेरे भाई राज से 18 साल बाद फिर से मिलने के बारे में उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम साथ रहने के लिए साथ आए हैं… हम मराठी की रक्षा के लिए एकजुट हुए हैं।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हम एक साथ हैं, ये महत्वपूर्ण है। उद्धव ने कहा कि जब से हमने इस कार्यक्रम के बारे में घोषणा की थी, तब से सभी को आज हमारे भाषण का बेसब्री से इंतज़ार था, लेकिन मेरे हिसाब से हम दोनों का एक साथ आना, और यह मंच हमारे भाषणों से ज़्यादा महत्वपूर्ण था। राज ठाकरे ने पहले ही बहुत बढय़िा भाषण दिया है, और मुझे लगता है कि अब मुझे बोलने की ज़रूरत नहीं है। उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर गरजते हुए कहा कि हिंदू और हिंदुस्थान स्वीकार्य हैं, लेकिन हिंदी थोपना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आपकी सात पीढिय़ां बर्बाद हो जाएं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। राज ठाकरे ने कहा कि मुझे हिंदी से कोई शिकायत नहीं है, कोई भी भाषा बुरी नहीं होती। भाषा को बनाने में बहुत मेहनत लगती है। मराठा साम्राज्य के दौरान हम मराठी लोगों ने कई राज्यों पर राज किया, लेकिन हमने उन हिस्सों पर मराठी कभी नहीं थोपी। उन्होंने हम पर हिंदी थोपने का प्रयोग शुरू किया और यह परखने की कोशिश की कि अगर हम इसका विरोध नहीं करेंगे तो वे मुंबई को महाराष्ट्र से अलग कर देंगे।
भाजपा का हिंदुत्व पर एकाधिकार नहीं
उद्धव ठाकरे ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि हिंदुत्व एकाधिकार नहीं है। हम सबसे गहरी जड़ों वाले हिंदू हैं। आपको हमें हिंदू धर्म सिखाने की जरूरत नहीं है। 1992 में मुंबई में हुए दंगों में मराठी लोगों ने ही हिंदुओं को बचाया था। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने हाथ मिलाते हुए संयुक्त विजय सभा आवाज मराठीचा का आयोजन किया, जिसमें राज्य के स्कूलों में कक्षा 1 से हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में लागू करने संबंधी सरकार द्वारा पहले जारी किए गए दो सरकारी आदेशों को वापस लेने का जश्न मनाया गया।
राज ठाकरे का मुख्यमंत्री फडणवीस पर तीखा हमला
इससे पहले राज ने सभा को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस पर तीखा हमला किया और कहा कि बाद में उन्होंने वह हासिल किया जो बालासाहेब नहीं कर सके, उन्होंने उद्धव के साथ अपने पुनर्मिलन की ओर इशारा किया। राज ठाकरे ने कहा कि आज, बीस साल बाद, उद्धव और मैं एक मंच पर एक साथ आ रहे हैं, कुछ ऐसा जो बालासाहेब हासिल नहीं कर सके, लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने संभव बनाया है।
एनआईए ने दिल्ली और हिमाचल में की छापेमारी
डंकी रूट से विदेश भेजने के आरोप में दो गिरफ्तार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में दो अलग-अलग ठिकानों पर की छापेमारी की। इस दौरान डंकी रूट के जरिये विदेश भेजने और मानव तस्करी के गंभीर आरोपों में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सन्नी उर्फ सन्नी डोंकर और शुभम संधाल उर्फ दीप के रूप मे हुई है। राष्टï्रीय जांच एजेंसी ने बताता कि दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर छापमारी की गई। इस दौरान दो लोगों को पकड़ा है, जो ‘यूएस डंकी रूट’ मानव तस्करी से जुड़े एक बड़े रैकेट में शामिल हैं। आरोपियों की पहचान धर्मशाला, जिला कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) निवासी सन्नी उर्फ सन्नी डोंकर और रोपड़ (पंजाब) निवासी शुभम संधाल उर्फ दीप हुंडी के रूप में हुई है, जो वर्तमान में पीरागढ़ी (दिल्ली) में रह रहे हैं। ये दोनों मार्च में गिरफ्तार किए गए गगनदीप सिंह उर्फ गोल्डी के सहयोगी थे। जांच में सामने आया है कि सन्नी ने मास्को निवासी एक युवती से विवाह किया। उनकी एक छह वर्षीय बेटी है। करीब सात साल से सन्नी कई बार अपनी पत्नी के साथ विदेश आता-जाता रहा है।
आरोप है कि सन्नी ने पत्नी के साथ मिलकर डंकी रूट से कुछ लोगों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये एकत्रित किए हैं।
अमरनाथ यात्रा पर हादसा पांच बस आपस में टकराईं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू। शनिवार को रामबन जिले में पांच बसों के आपस में टकरा जाने से करीब 36 अमरनाथ तीर्थयात्री घायल हो गए। ये बसें जम्मू भगवती नगर से दक्षिण कश्मीर के पहलगाम आधार शिविर की ओर जा रहे काफिले का हिस्सा थीं।
अधिकारियों ने बताया कि यह दुर्घटना जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंद्रकूट के पास सुबह करीब आठ बजे हुई। उन्होंने बताया कि टक्कर काफिले की एक बस के ब्रेक फेल हो जाने के कारण हुई। पहलगाम काफिले का अंतिम वाहन नियंत्रण खो बैठा और चंद्रकोट लंगर स्थल पर फंसे वाहनों से टकरा गया, जिससे चार वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और 36 यात्री मामूली रूप से घायल हो गए।
उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर पहले से मौजूद सरकारी अधिकारियों ने घायलों को रामबन जिला अस्पताल पहुंचाया। कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घायलों के उपचार की निगरानी के लिए अस्पताल का दौरा किया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को बेहतर देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा, यात्रियों को बाद में आगे की यात्रा के लिए अन्य वाहनों में स्थानांतरित कर दिया गया। रामबन के चिकित्सा अधीक्षक सुदर्शन सिंह कटोच ने बताया कि तीर्थयात्रियों को प्राथमिक उपचार के तुरंत बाद छुट्टी दे दी गई। अधिकारियों ने बताया कि क्षतिग्रस्त बसों को बदलने के बाद काफिला अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गया। रामबन, जम्मू-कश्मीर जिला अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मोहम्मद रफी ने कहा, ‘अमरनाथ यात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों की एक बस दूसरी बस से टकरा गई। हमारे पास कुल 36 घायल मरीज आए थे। सभी मरीजों का यहीं इलाज किया गया है, हमने किसी को किसी अन्य अस्पताल में रेफर नहीं किया। 10 मरीजों को छुट्टïी दे दी गई है और अगले 1 घंटे में लगभग सभी मरीजों को छुट्टïी दे दी जाएगी। जितेन्द्र सिंह ने ट्वीट कर कहा की रामबन के चंद्रकोट में अमरनाथ यात्रियों को ले जा रहा एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 36 यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं। सभी घायलों का इलाज जिला अस्पताल रामबन में किया जा रहा है और उनकी स्थिति ठीक है। इस घटना को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। प्रशासन की ओर से यात्रियों के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं और उन पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। रामबन के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद एलियास खान से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली गई है।
आंध्र प्रदेश में राष्टï्रपति शासन लगाया जाए: जगन मोहन
राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाया
१११ 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों, ‘‘अवैध’’ गिरफ्तारियों और ‘‘राजनीतिक उत्पीडऩ के संगठित अभियान’’ के माध्यम से निशाना बनाया जा रहा है। रेड्डी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सवाल किया, जब राजनीतिक नेताओं और नागरिकों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है, कानून- व्यवस्था बिगड़ रही है और संविधान का उल्लंघन हो रहा है, तो राष्ट्रपति शासन क्यों नहीं लगाया जाना चाहिए?उन्होंने कहा कि गुंटूर जिले के मन्नवा गांव के दलित ग्राम पंचायत अध्यक्ष नागमल्लेश्वर राव पर हाल ही में दिनदहाड़े हुआ हमला राज्य में ‘‘अराजकता’’ को दर्शाता है और उस घटना के वीडियो से स्थिति की गंभीरता पता चलती है।
जगन ने यह भी आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तेदेपा की बात न मानने पर वाईएसआरसीपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि क्या चंद्रबाबू नायडू सरकार के नेतृत्व में लोग वास्तव में सुरक्षित हैं? इस बीच, वाईएसआरसीपी एससी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष टीजेआर सुधाकर बाबू ने नायडू पर दलितों का अपमान करने का आरोप लगाया।
नगर निगम की लापरवाही बन रही खतरा!
फूल मंडी चौक पर करंट से दो लोग आए चपेट में, पुलिस ने बचाई जान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। नगर निगम की लापरवाहियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कभी खुले तारों से बेजुबान जानवर करंट का शिकार हो जाते हैं तो कभी इंसान, और जिम्मेदार विभाग अपनी जवाबदेही से पल्ला झाड़ते नजर आते हैं।
8 मुहर्रम के जुलूस के दौरान नगर निगम जोन-6 के अंतर्गत फूल मंडी चौक पर बड़ा हादसा होते-होते टल गया। स्ट्रीट लाइट के खंभे में अचानक करंट दौड़ गया, जिससे दो लोग करंट की चपेट में आ गए। मौके पर मौजूद पुलिस ने तुरंत मुस्तैदी दिखाते हुए घायलों को पास के ट्रामा सेंटर अस्पताल में भर्ती कराया। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे अधिकारी
मौके की जांच के लिए पहुंचे अधिशासी अभियंता चौक क्षेत्र रमन ने बताया कि यह हाई मास्ट लाइट नगर निगम के अंतर्गत आती है। जैसे ही हादसे की सूचना मिली, मौके पर अधिशाषी अभियंता उनकी टीम तुरंत पहुंची और सभी खंभों की जांच की गई। जिन जगहों पर तार खुले पाए गए, उन्हें तत्काल ठीक कराया गया।
पहले भी घट चुकीं हैं घटनाएं
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब नगर निगम की लापरवाही इस तरह जानलेवा साबित हुई हो। आए दिन खुले तार, झूलती लाइटें और क्षतिग्रस्त पोल हादसों को न्योता देते हैं। सवाल यह उठता है कि आखिर कब तक इस लापरवाही का खामियाजा आम जनता और बेजुबान जानवरों को भुगतना पड़ेगा? नगर निगम को चाहिए कि वह इस घटना को चेतावनी के रूप में ले और पूरे शहर में बिजली व्यवस्था, खासकर स्ट्रीट लाइट पोल्स की समुचित जांच कराए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।