नोटिस व समन पर गरमाई सियासत
- कांग्रेस और आप ने खोला बीजेपी के खिलाफ मोर्चा
- आयकर, सीबीआई और ईडी पर चौतरफा हमले
- विपक्ष बोला मोदी विरोधियों को बनाना चाहते हैं अपंग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में इस समय राजनैतिक उठापटक जारी है। चुनावी माहौल में विपक्ष के निशाने पर मोदी व बीजेपी की सरकार है। एक तरफ जहां आप ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र को चैन से न बैठने की योजना बनाई है। वहीं कांग्रेस ने आईटी विभाग की नोटिस को मुद्दा बनाक र मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
उधर मोदी सरकारी भी पीछे हटने को तैयार नहीं उसने आप नेता कैलाश गहलोत को शराब नीति मामले में फिर तलब किया है तो वहीं आयकर विभाग ने कांग्रेस को दो और नोटिस भेज दी है। जिसके बाद कांग्रेस बीजेपी पर बिफर गई है। वहीं आप नेता सत्येन्द्र पर सीबीआई द्वारा केस चलाने की अनुमति देने पर भी केंद्रीय गृह मंत्रालय विपक्ष के निशाने पर आ गया है। गौरतलब हो कि दिल्ली की शराब नीति मामले में आम आदमी पार्टी की सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के कई बड़े नेता और पूर्व मंत्री पहले से ही इसकी चपेट में आ चुके हैं। अरविंद केजरीवाल ईडी की रिमांड में हैं। वहीं उनके खास मनीष सिसोदिया और संजय सिंह पहले से ही जेल में हैं। अब केजरीवाल सरकार के एक और मंत्री ईडी की रडार पर आ गए हैं।
भाजपा के राजनीतिक हथियार के रुप में काम कर रही ईडी : आतिशी
वहीं आतिशी ने आरोप लगाया कि ईडी की केजरीवाल के मोबाइल फोन की जांच करने की जिद यह साबित करती है कि एजेंसी भाजपा के राजनीतिक हथियार के रूप में काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि यह मोबाइल फोन कुछ महीने पुराना है तथा यह तब नहीं था जब नीति बनायी व लागू की गयी थी। केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा ”दरअसल, यह भाजपा है न कि ईडी जो यह जानना चाहती है कि केजरीवाल के फोन में क्या है।
आयकर विभाग ने कल रात दो और नोटिस भेज दिये : जयराम
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को इनकम टैक्स विभाग ने 1800 करोड़ रुपये का नोटिस भेजने के बाद विभाग ने कल रात दो और नोटिस भेजे हैं। ये बात कांग्रेस ने शनिवार (30 मार्च) को कही। वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, कल रात हमें दो और नोटिस भेजे गए। बीते दिन शुक्रवार को आयकर विभाग ने लगभग 1,823 करोड़ रुपये की नोटिस दी थी। जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस टैक्स आतंकवाद का निशाना है।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को ईडी ने किया तलब
दिल्ली शराब घोटाले की जांच में ईडी ने दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत को तलब किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी ने गहलोत पर लगातार अपने फोन नंबर बदलने और कथित तौर पर आरोपी विजय नायर की मदद करने का आरोप लगाया है। ईडी के मुताबिक, एक्साइज पॉलिसी का ड्राफ्ट साउथ ग्रुप को लीक हो गया था। जांच एजेंसी का दावा है कि शराब नीति का मसौदा तैयार होने के दौरान गहलोत ने आप के तत्कालीन संचार प्रभारी विजय नायर को अपने आधिकारिक आवास का उपयोग करने की अनुमति दी थी। इससे पहले, ईडी ने आरोप लगाया था कि गहलोत ने 2021-22 में बार-बार अपने मोबाइल नंबर बदले।
लोकतंत्र को खतरे में डाल रही केंद्र सरकार : विजयन
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने शनिवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उस पर भारत के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक तानेबाने को खतरे में डालने का आरोप लगाया। विजयन ने आरोप लगाया कि देश की धर्मनिरपेक्षता को खतरे में डालने के भाजपा नीत केंद्र सरकार के बार-बार उठाए गए कदमों के परिणामस्वरूप लोगों का एक बड़ा वर्ग इस बात को लेकर चिंतित है कि क्या वह आगे इस देश में रह सकते हैं।
हताश हो गई है कांग्रेस : जफर
बीजेपी के प्रवक्ता जफर इस्लाम ने कहा कि कांग्रेस नेता आयकर विभाग और न्यायपालिका के खिलाफ आरोप लगाकर अपनी हताशा को दर्शा रहे हैं। मीडिया में बयान देने के बजाय कांग्रेस को कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए और अपने कर दायित्वों को पूरा करना चाहिए. इस्लाम ने कहा कि आयकर विभाग कानून के अनुसार कार्रवाई करने के लिए मजबूर है क्योंकि कांग्रेस ने न केवल आयकर रिटर्न दाखिल करने में देरी की बल्कि अपनी आय को भी कम करके दिखाया।
मुख्तार अंसारी सुपुर्द-ए-खाक, नम आंखों से लोगों ने किया अलविदा
- मुख्तार को पुस्तैनी कब्रिस्तान कालीबाग में किया गया दफन
- माता-पिता की कब्र के बगल में मिली जगह
- नमाज-ए-जनाजा में उमड़ा जन सैलाब
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गाजीपुर। पूर्वांचल के ताकतवर नेता रहे माफिया मुख्तार अंसारी को आज गाजीपुर के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। मुख्तार की शव यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान कब्रिस्तान के बाहर पुलिस का सख्त पहरा था। इस दौरान समर्थकों की भारी भीड़ वहां मौजूद थी। तब पुलिस के साथ मुख्तार के परिजन खुद भीड़ को नियंत्रित करने में सहयोग रहे थे। मुख्तार को दफनाए जाने के बाद सांसद अफजाल अंसारी और गाजीपुर डीएम के बीच जोरदार बहस हुई है।
दरअसल, सूत्रों की मानें तो जिला प्रशासन चाहता था कि मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए। जबकि परिवार इसपर सहमत नहीं था। ऐसे में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस मुद््दे का मतभेद खुलाकर सामने आ गया। वहां गाजीपुर डीएम और अफजाल अंसारी के बीच जोरदार बहस हुई। मुख्तार अंसारी का जनाजा पहुंचने के वक्त हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। हालांकि इसे पहले समाजवादी पार्टी के विधायक और मुख्तार अंसारी के भतीजे मोहम्मद सुहैब अंसारी ने कहा कि मैं यहां मौजूद सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे शांति बनाए रखें। गौरतलब है कि मुख्तार को उसके पुस्तैनी कब्रिस्तान कालीभाग में दफन किया गया।
देर रात गाजीपुर पहुंचा था शव
इससे पहले मुख्तार अंसारी का शव भारी पुलिस बल के साथ रात 1:15 बजे पैतृक कस्बा मुहम्मदाबाद के आवास पर पहुंचा था। शव आने की सूचना पर हजारों की संख्या में समर्थक जुट गए। वहीं दूसरी ओर शहर के कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी पहले से ही चल रही थी। मुख्तार की कब्र पिता व मां की कब्र के समीप खोदी गई थी। सुरक्षा के लिहाज से कस्बे में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के साथ ही अर्द्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती रही। मुख्तार का शव एंबुलेंस से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुंचा था। बता दें कि बांदा जेल में उसका हार्ट अटैक होने के बाद मेडिकल कॉलेज लाया गया था। जहां उसकी मौत हो गई थी।