बंगाल में गरमाई सियासत, ममता का भाजपा पर हमला
कांग्रेस ने सीबीआई जांच पर उठाया सवाल
- रेल हादसे पर मोदी सरकार को घेरा
- ममता ओडिशा में घायलों से मिलीं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे की सीबीआई जांच और अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा को यूएई जाने से रोकने का मामला तूल पक ड़ रहा है। जहां बंगाल बीजेपी ने रेल हादसें पर सीबीआई जांच से ममता बनर्जी पर घबराने का आरोप लगाया है वहीं ममता बनर्जी ने भतीजे की पत्नी को रोके जाने के मु्द्दे पर कहा कि भाजपा केवल परेशान कर रही है । उधर कांग्रेस भी सीबीआई जांच पर सवाल उठाए हैं।
रेल मंत्रालय ने बालासोर हादसे की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। इस हादसे को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। जिसके बाद अब जांच रिपोर्ट का इंतजार है। सीबीआई की टीम ने घटनास्थल का मुआयना भी किया है। जिसे लेकर अब विपक्ष ने केंद्र सरकार पर तंज कसा है। वहीं पूर्वी-मध्य रेलवे के डिविजनल रेलवे मैनेजर रिंकेश रॉय ने बताया कि बालासोर हादसे में करीब 1100 लोग घायल हुए थे। इनमें से 900 लोगों को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। लेकिन अब भी करीब 200 लोग ओडिशा के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज जारी है। रॉय का कहना है कि 275 मृतकों में अब भी 101 लाशें ऐसी हैं, जिनकी अबतक पहचान नहीं हो सकी है।
राज्य सचिवालय से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि ममता बनर्जी राज्य के मंत्रियों चंद्रिमा भट्टाचार्य तथा शशि पांजा के साथ भुवनेश्वर से लौटते समय पश्चिम मेदिनीपुर जिले में मिदनापुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में घायलों से मिली हैं। मरीजों से मिलने के अलावा बनर्जी मरीजों को मिल रही सुविधाओं को भी देखा। अधिकारी ने बताया कि कम से कम 206 घायलों का इलाज ओडि़शा के विभिन्न अस्पतालों में जारी है,अधिकतर लोग कटक और भुवनेश्वर के अस्पतालों में भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा में कई मुर्दाघरों में अज्ञात शव भी रखे गए हैं। मिदनापुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अभी 60 घायलों का इलाज जारी है। बनर्जी ने सोमवार को कहा था दो जून को हुए ट्रेन हादसे में अब तक पश्चिम बंगाल के 90 लोगों की मौत हो चुकी है और 73 लोगों को राज्य वापस लाया जा रहा है। पश्चिम बंगाल सरकार ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा और विशेष होमगार्ड की नौकरी देने की घोषणा की है।
सिर्फ परेशान कर रही ईडी : ममता बनर्जी
- भतीजे की पत्नी को उड़ान से रोकने पर भडक़ीं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी को एयरपोर्ट पर रोके जाने पर भाजपा को खूब खरी-खोटी सुनाई है। ज्ञात हो प्रवर्तन निदेशालय के लुकआउट नोटिस का हवाला देते हुए कथित तौर पर संयक्त अरब अमीरात (यूएई) जाने वाले एक विमान में सवार होने से रोक दिया गया। प्रवर्तन निदेशालय ने रुजिरा बनर्जी को आठ जून को पेश होने को कहा है,ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी ने अपनी यात्रा योजनाओं के बारे में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सूचित करने के बावजूद, रुजिरा बनर्जी को देश से बाहर जाने से रोकने के बाद भाजपा पर निशाना साधा है।
जांच से ममता क्यों घबरा रहीं : शुभेंदु अधिकारी
पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने घटना को लेकर ममता बनर्जी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि घटना टीएमसी की साजिश है। सीबीआई जांच से ममता बनर्जी डर क्यों रही हैं? हादसा दूसरे राज्य में हुआ है तो ममता बनर्जी जांच से घबरा क्यों रहीं हैं? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि टीएमसी ने पुलिस की मदद से दो रेलवे अधिकारियों के फोन टैप कर लिए। उन्हें दोनों अधिकारियों की बातचीत के बारे में जानकारी कैसे लगी? बातचीत कैसे लीक हुई, यह भी जांच का विषय है। सीबीआई जांच के दौरान इसकी भी जांच होनी चाहिए, नहीं तो मैं कोर्ट जाऊंगा।
सीबीआई जांच हेडलाइन मैनेजमेंट : जयराम रमेश
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सीबीआई जांच के आदेश जारी करने को लेकर सवाल उठाए हैं और कहा है कि ये और कुछ नहीं बल्कि मोदी सरकार का हेडलाइन मैनेजमेंट है. इसे लेकर उन्होंने पूरी क्रोनोलॉजी भी समझाई, इसके साथ कांग्रेस नेता ने 2016 में कानपुर के नजदीक हुए एक रेल हादसे का भी जिक्र किया और बताया कि उसकी एनआईए जांच के आदेश दिए गए थे लेकिन अब तक कुछ भी नहीं पता लग पाया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्विटर पर सरकार को घेरते हुए लिखा, रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने अभी बालासोर ट्रेन दुर्घटना पर अपनी रिपोर्ट भी नहीं दी है।
यात्रा की जानकारी ईडी को दी थी : अभिषेक
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि उनकी पत्नी की यात्रा की योजना विनम्रता से ईडी के साथ साझा की गई थी। उन्होंने कहा,कि अगर मेरे इरादे गलत होते, तो मैं उन्हें सूचित नहीं करता। रुजिरा के एक वकील ने बताया, उन्हें एक मामले में ईडी की ओर से जारी लुकआउट नोटिस का हवाला देते हुए आव्रजन पर रोका गया। उच्चतम न्यायालय के एक आदेश में कहा गया है कि उनकी विदेश यात्रा पर कोई रोक नहीं है। वकील ने कहा कि रुजिरा ने ईडी को शनिवार को अपनी यात्रा योजना के संबंध में जानकारी दी थी और टिकट की प्रति भी दी थी।
दबाव में न आएं केंद्र्रीय जांच एजेंसियां : गहलोत
राजस्थान में रीट और सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा से जुड़े मामले में राजस्थान के आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में ईडी की टीमों ने सोमवार को 27 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की है। ये छापेमारी जयपुर, अजमेर, जोधपुर, बाड़मेर, उदयपुर, जालोर, सिरोही सहित कई जिलों में की गई है। इस कार्रवाई से गहलोत सरकार में हलचल मची हुई है। ईडी की इस कार्रवाई से नाराज सीएम ने कहा कि जब एसीबी अपना काम ठीक से कर रही है तो फिर केंद्रीय एजेंसियां इसमें क्यों दखल दे रही हैं। असल में ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग राजस्थान में घुसने को बेताब हैं।