बिहार में गिरते पुल पर राजनीति शुरू, एनडीएम नेताओं का आरोप, 18 महीने तेजस्वी के पास था विभाग, राजद नेता का पलटवार
पटना। बिहार के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बिहार में पुल ढहने की हालिया 12 घटनाओं के लिए पूर्व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि केवल राजद कार्यकाल के दौरान बनाए गए पुल ही टूट रहे हैं। कुमार ने कहा कि राजद कार्यकाल के दौरान बने पुल टूट रहे हैं। उन्होंने पुलों का निर्माण तो किया लेकिन रखरखाव की कोई नीति नहीं बनाई। हम जल्द ही एक रखरखाव नीति लाएंगे। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा,।
मंत्री की यह टिप्पणी गुरुवार को बिहार के सारण जिले में एक और पुल ढहने के बाद आई, जो 17 दिनों के भीतर इस तरह की बारहवीं घटना है। पिछले एक पखवाड़े में जो पुल गिरे हैं वे सीवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में स्थित थे। राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गुरुवार को कहा कि जांच जारी है और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं एक-एक चीज की जांच करा रहा हूं।’ मैंने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। मैं लिस्ट निकलवाऊंगा- कब बना, किसने बनवाया। हमें जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक इनका निर्माण कई विधायकों की अनुशंसा से हुआ है। हर चीज की जांच की जा रही है। कार्रवाई होगी, इसमें कोई संदेह नहीं है. लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर उनकी चुप्पी की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस दिन से नीतीश कुमार सीएम बने हैं, सिर्फ 18 महीने को छोड़ दें तो पूरे समय ग्रामीण कार्य विभाग जेडीयू के पास ही रहा है। इस मंत्रालय और बिहार में लगातार भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं। ये डबल इंजन का अद्भुत खेल है, एक इंजन भ्रष्टाचार में लगा हुआ है और एक इंजन अपराध में लगा हुआ है। जिन लोगों ने बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई बढ़ाई, जिन लोगों के कार्यकाल में पुल टूटा, उन्हें हम सत्ता में वापस नहीं आने देंगे।
तेजस्वी यादव की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि डेढ़ साल तक ग्रामीण विकास मंत्री कौन थे। उन्हें जवाब देना चाहिए कि क्या वह आनंद ले रहे थे या उन्हें कुछ काम मिला था। उन्होंने कहा, सवाल उठाने के बजाय उन्हें पहले जवाब देना चाहिए। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, यह मानसून का समय है। यहां असामान्य मात्रा में बारिश हुई है, जो पुलों के ढहने का कारण है। लेकिन, राज्य के सीएम जांच को लेकर काफी संवेदनशील हैं। उन्होंने कल एक बैठक की और सख्त निर्देश दिये हैं कि किसी भी तरह की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाये।