25 साल बाद छिन गई सत्ता, बुरी तरह चुनाव हारे प्रज्वल रेवन्ना
डिश्क्रिप्शन- जेडीएस के संरक्षक और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के तैंतीस वर्षीय पोते प्रज्वल रेवन्ना ने एनडीए के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था.... हासन सीट पर छब्बीस अप्रैल को मतदान हुआ था... इसके बाद प्रज्वल के खिलाफ महिलाओं के यौन शोषण का मामला सामने आया.... इस पर जेडीएस ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया था.... प्रज्वल फिलहाल इस केस की जांच कर रही एसआईटी की हिरासत में हैं....
4 पीएम न्यूज नेटवर्कः कर्नाटक सेक्स स्कैंडल में आरोपी जनता दल-सेक्युलर के नेता और हासन सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना लोकसभा चुनाव में बयालीस हजार छ सौ उन्चास वोटों से चुनाव हार गए है…. वहीं इस सीट पर कांग्रेस के श्रेयस एम पटेल विजयी हुए है… बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं…. उनको छः लाख तीस हजार तीन सौ उन्तालीस वोट मिले…. जबकि श्रेयस पटेल को छः लाख बहत्तर हजार नौ सौ अट्ठासी वोट मिले…. बता दें कि महिलाओं के साथ शोषण करने का आरोपी रेवन्ना को जनता ने अच्छा सबक दिया है… सबसे बड़ी बात यह है कि हासन सीट पर दूसरे फेज में चुनाव हो जाने के बाद सेक्स स्कैंडल का मामला सामने आया… वहीं अगर वोटिग से पहले यहल मामला उजागर हो जाता और जनता को प्रज्वल रेवन्ना की असलियत पता चल जाती… तो रेवन्ना की जमानत भी जब्त हो जाती… लेकिन ऐसा नहीं हुआ और चुनाव होने के बाद जैसे यह घटना सामने आई… उसके पहले ही प्रज्वल देश छोड़कर भाग गया… जिसके बाद राज्य में जमकर फजीहत शुरू हो गई… चारों तरफ पीएम मोदी की आलोचना होने लगी थी… बावजूद इसके नरेंद्र मोदी ने एक शब्द भी नहीं बोला था… और अपने चुनाव प्रचार करने में व्यस्थ थे… और जनता के बीच में जाकर मोदी की गारंटी दे रहे थे… और महंगाई, बेरोजगारी समेत अन्य महत्पूर्ण मुद्दों को दर किनार कर मंदिर, मस्जिद, मंगलसूत्र, हिंदू-मुसलमान, भैंस समेत तमाम मुद्दों में फंसे थे…
आपको बता दें कि जेडीएस के संरक्षक और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के तैंतीस वर्षीय पोते प्रज्वल रेवन्ना ने एनडीए के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था…. हासन सीट पर छब्बीस अप्रैल को मतदान हुआ था… इसके बाद प्रज्वल के खिलाफ महिलाओं के यौन शोषण का मामला सामने आया…. इस पर जेडीएस ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया था…. प्रज्वल फिलहाल इस केस की जांच कर रही एसआईटी की हिरासत में हैं…. प्रज्वल रेवन्ना को हराने वाले श्रेयस पटेल चौंतीस साल के हैं…. करीब पच्चीस साल पहले सन उन्नीस सौ निन्नानबे में श्रेयस पटेल के दादा जी पुट्टास्वामी गौड़ा ने प्रज्वल रेवन्ना के दादा… और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को हराया था…. यानी इतिहास दोहराया गया है…. सन उन्नीस सौ निन्नानबे में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान एचडी देवेगौड़ा की लोकप्रियता चरम पर थी…. कर्नाटक के वे पहले नेता हैं जो प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचे थे…. इसी साल, यानी सन उन्नीस सौ निन्नानबे में उन्होंने अपनी एक अलग पार्टी जेडीएस बनाई थी…. इसके बावजूद एचडी देवेगौड़ा को श्रेयस पटेल के दादा जी पुट्टेगौड़ा ने एक लाख इकतालीस हजार सात सौ सत्तावन वोटों से हरा दिया था…
बता दें कि हासन में छब्बीस अप्रैल को मतदान हुआ था…. प्रज्वल के कथित यौन उत्पीड़न से जुड़ी पेन ड्राइव इक्सीस से बाइस अप्रैल को बाहर आ गई थीं…. समूचे लोकसभा क्षेत्र में इसकी चर्चा थी… लेकिन इसके बावजूद विजयी कांग्रेस उम्मीदवार श्रेयस पटेल… और प्रज्वल रेवन्ना के बीच हार-जीत का फासला महज बयालीस हजार छः सौ उनसठ वोटों का है…. यानी सेक्स स्कैंडल के सामने आने के बावजूद श्रेयस पटेल… और प्रज्वल रेवन्ना के बीच कांटे की टक्कर हुई…. जिसमें श्रेयस पटेल को छः लाख बहत्तर हजार नौ सौ अट्ठासी वोट मिले…. जबकि प्रज्वल रेवन्ना को छः लाख तीस हजार तीन सौ उनतालीस मत मिले…. बता दें कि दोनों ही उम्मीदवारों को महिला और पुरुष दोनों के वोट मिले…. इससे यह साफ है कि सेक्स स्कैंडल का इस चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ा…. इसकी एक वजह यह हो सकती है कि प्रज्वल रेवन्ना के दादा एचडी देवेगौड़ा को वोक्कालिग्गा अपना हीरो मानते हैं…. कई लोगों ने बताया कि देवेगौड़ा की इक्यानवे साल की उम्र की वजह से वोक्कलिग्गाओं की सहानुभूति उनके साथ थी और हासन वोकलिग्गा बाहुल्य इलाका है….
वहीं बीजेपी और जेडीएस का कर्नाटक में गठबंधन है…. बीजेपी ने जेडीएस को 3 सीटें दी थीं हासन, कोलार और मांड्या…. मांड्या से एचडी कुमारस्वामी और कोलार से मलेश बाबू जीत गए हैं…. जबकि हासन से प्रज्वल रेवन्ना हार गए…. कुमारस्वामी ने दो लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल करके यह साबित कर दिया है कि…. प्रज्वल रेवन्ना यौन उत्पीड़न मामला सामने आने के बावजूद वोक्कलिग्गा समुदाय का नेतृत्व अब भी देवेगौड़ा परिवार के पास है…. वहीं दूसरी तरफ राज्य के उप मुख्यमंत्री और वोकालिग्गा नेता डीके शिवकुमार के छोटे भाई डीके सुरेश बेंगलुरु रूरल से चुनाव हार गए हैं…. उनके खिलाफ एचडी देवेगौड़ा के दामाद डॉक्टर सीएन मंजूनाथ दो लाख उनहत्तर हजार छ सौ सैंतालीस वोटों से जीत गए हैं…. आपको बता दें कि सीएन मंजूनाथ बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे…..
आपको बता दें कि कर्नाटक में महिलाओं के साथ शोषण करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना इस समय एसआईटी की कस्टडी में है… और आरोपी प्रज्वल रेवन्ना से पूछताछ कर रही है… और उनकी मां फरार है… बता दे कि आरोपी रेवन्ना हासन सीट से चुनाव लड़ रहे थे… और बुरी तरह से चुनाव हार गए है… बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना के लिए खुद नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार किया था… प्रज्वल रेवन्ना के लिए वोट मांगे थे… महिला सुरक्षा की बात करने वाले पीएम मोदी की पूरी पोल खुल गई है… और मोदी को इल लोकसभा चुनाव में जनता ने करारा जबाब दिया है… और बीजेपी बहुमत के आंकड़े को भी नहीं छू सकी है… मात्र दो सौ चालीस सीटों पर सिमट गई है… और मोदी की गारंटी इस लोकसभा चुनाव में जनता को रास नहीं आई है… और जनता ने मोदी को तगड़ा झटका दिया है… आपको बता दें कि जो अपने परिवार से महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सका… वह देश की महिलाओं को सुरक्षा कैसे देगा… वहीं मोदी की सभी चाल को जनता पूरी तरह से समझ चुकी थी… जिसका पूरा असर इस लोकसभा चुनाव में देखने को मिला है…
आपको बता दें कि हासन लोकसभा सीट कभी कांग्रेस पार्टी का गढ़ हुआ करती थी…. बाद में यह देवगौड़ा परिवार का गढ़ बन गया…. वहीं उन्नीस सौ निन्नावे के लोकसभा चुनाव को छोड़कर उन्नीस सौ इक्यानवे से लेकर दो हजार उन्नीस तक इस सीट पर देवगौड़ा… और उनके परिवार के लोग जीत दर्ज करते रहे…. बता दें कि अकेले देवगौड़ा को इस लोकसभा सीट पर पांच बार जीत मिल चुकी है…. वो दो बार जनता दल, जबकि तीन बार जेडीएस के टिकट से चुनाव जीतने में कामयाब हुए हैं…. प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ उनके घर में काम करने वाली महिला ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी…. छब्बीस अप्रैल को हासन सीट पर वोटिंग हुई…. इसी दिन बेंगलुरु में कई जगहों…. पार्कों में कई पेन ड्राइव पड़ी मिलीं. दावा किया गया… कि पेन ड्राइव में तीन हजार से पांच हजार वीडियो हैं…. जिनमें प्रज्वल को कई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करते देखा गया…. वीडियो में महिलाओं को प्रज्वल रेवन्ना से इज्जत बख्श देने की भीख मांगते देखा जा सकता है…. सत्ताइस अप्रैल की सुबह प्रज्वल ने खुद को निर्दोष बताते हुए वीडियो… और आरोपों को खारिज किया… सत्ताइस मई को ही वो जर्मनी रवाना हो गए….
वहीं मामला बढ़ने पर सिद्धारमैया की सरकार ने SIT जांच का आदेश दिया…. और टीम बनाई…. प्रज्वल के खिलाफ रेप, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोपों समेत तीन FIR दर्ज की गईं…. SIT ने जांच में खुलासा किया कि प्रज्वल ने पचास से ज्यादा महिलाओं का सेक्शुअल हैरेसमेंट किया था…. इनमें बाइस साल से इसकठ साल तक की महिलाएं हैं…. SIT ने प्रज्वल को भारत लौटने के लिए कई नोटिस भेजे…. लेकिन एक का भी जवाब नहीं मिला…. इसके बाद SIT की अपील पर CBI ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया… यहां तक की पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने भी अपने पोते से भारत लौटने की अपील की….
आपको बता दें कि कर्नाटक में सेक्स स्कैंडल के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना ने सत्ताइस मई को वीडियो जारी करके कहा कि मैं इकतीस मई को SIT के सामने पेश हो जाऊंगा…. मेरे खिलाफ लगे सभी आरोप झूठे हैं…. मुझे अदालत पर भरोसा है और विश्वास है कि मैं अदालत के जरिए झूठे मामलों से बाहर आऊंगा…. इकतीस मई की देर रात बेंगलुरु के कैम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर फ्लाइट लैंड होने के बाद SIT ने उन्हें कस्टडी में लिया था…. तबसे आज तक प्रज्वल रेवन्ना एसआईटी की कस्टडी में हैं… और पूछताछ चल रही है… वहीं अब देखना होगा कि आरोपी को महिलाओं के साथ किए शोषण में कितनी सजा मिलती है…यह आने वाला वक्त तय करेगा…