वायनाड में प्रियंका गांधी का स्मृति ईरानी से होगा मुकाबला! चर्चाएं तेज  

यूपी में 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन किया है और इस बेहतरीन जीत के बाद भाजपा को बड़ा झटका लगा है।

4PM न्यूज़ नेटवर्क: यूपी में 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन किया है और इस बेहतरीन जीत के बाद भाजपा को बड़ा झटका लगा है। उत्तर-प्रदेश की सियासत में राजनीति गरमाई हुई है। इस दौरान राहुल गांधी ने केरल की वायनाड और यूपी की रायबरेली सीट से जीत हासिल की थी। राहुल ने अब वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया है। राहुल अब रायबरेली से सांसद बने रहेंगे।राहुल गांधी का यह कदम न केवल उनकी व्यक्तिगत सियासी यात्रा का महत्वपूर्ण पड़ाव है, बल्कि यह भारतीय राजनीति के लिए भी एक बड़ा संदेश है। यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां की सियासत का राष्ट्रीय राजनीति पर गहरा प्रभाव है। राहुल गांधी का यूपी में रहकर राजनीति करना बीजेपी के लिए भी एक बड़ी चुनौती है।

क्योंकि यूपी में बीजेपी की स्थिति काफी मजबूत है और इस मजबूती को 2027 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के जरिए तोड़ने की कोशिश करेगी। वहीं, परिवार और पार्टी के वरिष्ठ नेता भी चाह रहे थे कि राहुल रायबरेली का प्रतिनिधित्व करें। इसके अलावा रायबरेली की जीत इस लिहाज से भी बड़ी है कि परिवार ने अमेठी की खोई सीट भी हासिल कर ली। ऐसे में माना जा रहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर यहा फैसला लिया गया है।

वायनाड से प्रियंका गांधी को उतारने का फैसला

वहीं कांग्रेस ने वायनाड से उपचुनाव में प्रियंका गांधी को उतारने का फैसला कर लिया है। इसी के साथ गांधी परिवार का एक और सदस्य चुनावी राजनीति में साउथ से एंट्री करने जा रहा है। दरअसल, गांधी परिवार का साउथ से काफी पुराना रिश्ता रहा है। इंदिरा गांधी 1978 का उपचुनाव कर्नाटक के चिकमगलूर से जीतीं थीं। इसके बाद 1980 में इंदिरा ने आंध्र के मेडक सीट से जीत हासिल की। 1999 में सोनिया गांधी ने भी अपना राजनीतिक करियर दक्षिण से किया था। वहीं 1999 में अमेठी और कर्नाटक की बेल्लारी सीट से चुनाव लड़ी थीं और दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, बाद में बेल्लारी सीट उन्होंने छोड़ दी थी।

इसके साथ ही वायनाड सीट से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने के फैसले के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म समेत राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गईं हैं। इस सीट से बीजेपी किसे उम्मीदवार बनाएगी। सूत्रों का दावा है कि भारतीय जनता पार्टी स्मृति ईरानी को वायनाड सीट से उतार सकती है।

बताया जा रहा है कि स्मृति ईरानी भले ही इस बार अमेठी से के एल शर्मा के सामने लोकसभा चुनाव हार गई हों, लेकिन 2019 में वो कांग्रेस के गढ़ अमेठी से राहुल गांधी को हरा चुकी हैं। हालांकि BJP टिकटों को लेकर पहले भी कई बार चौंकाने वाले फैसले करते आई है। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी इस सीट से किसको उम्मीदवार बनाएगी।

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