इंजीनियर की करतूत से लोक निर्माण विभाग त्रस्त!
नियमों को ठेंगे पर रखकर 18 साल से मुख्यालय में जमा है भ्रष्टï अभियंता रामनाथ सिंह

मंत्री, सांसद व विधायक तक ने की शिकायत, ठेके दारों को डरा-धमका कर वसूली का आरोप
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश के दो-दो मंत्री, राज्य सभा सांसद, विधायक ने एक अधिकारी के खिलाफ उसकी कारगुजारियों के लिए सीएम तक पत्र लिखे पर उस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि लोक निर्माण विभाग के इस अभियंता के खिलाफ भ्रष्टïाचार, कदाचार से लेकर अपने मातहत कर्मचारियों व विभाग के ठेकेदारों पर धमकाने तक के आरोप लगें हैं।
बता दें भ्रष्टïाचार पर जीरो टॉलरेंस का राग अलापने वाली भाजपा की योगी सरकार के दावे को पानी में बहाने में लगे हुए है दबंग मुख्य अभियंता(इंजीनियर) स्तर-1 लोक निर्माण विभाग। अपनी उंगलियों पर नचाने वाले अभियंता रामनाथ सिंह पिछले 18 वर्षों विभाग में अपनी उल-जूलूल कारनामों के लिए कुख्यात हैं। लोक निर्माण विभाग कई अधिकारी इधर से उधर हो गए पर रामनाथ सिंह तीन सरकारें बदल गईं वह विभाग में जस के तस बने हुए हैं। वह विभाग में अधिशासी अभियंता, अधीक्षण अभियंता, मुख्य अभियंता बने वर्तमान में मुख्य अभियंता स्तर-1हैं।
आगंतुकों से मोबाइल फोन जमा करवाया जाता है
इस अभियंता से कोई मिलने आता है तो आगंतुकों से मोबाइल फोन जमा करवा लिया जाता हे ताकि कोई लेनदेन की बात को रिकार्डिंग न कर ले। इसके अलावा इन पर यह भी आरोप है कि ये लखनऊ व गोरखपुर में चल रहे भवन निर्माण समय वृद्धि बढ़ाकर ठेकेदारों से बैकडेटिंग के नाम पर अवैध वसूली करते हैं।
क्षेत्रीय कार्यालयों से करता है वसूली
दबंग अभियंता पर कई गंभीर आरोप लग चुकें हैं। रामनाथ सिंह पर मुख्यालय-2 में अधीक्षण अभियंता व मुख्य अभियंता रहतें हुए श्रेणी ए के ठेकेदारों के रजिस्ट्रेेशन एवं रिनिवल में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र, आईएसओ प्रमाण पत्रों का फर्जी सत्यापन कराकर उससे धनउगाही का आरोप लगा है। इसकी शिकायत प्रमुख अभियंता से मंत्री से लेकर सचिवालय के अधिकारियों तक ने की है। यही नहीं रामनाथ के कारनामें मुख्यालय में नहीं क्षेत्रीय कार्यालयों में मशहूर है। ये दबंग अधिकारी अपने मनचाहे ठेकेदारों को काम दिलाने के लिए उनको धमकाता है और फिर ठेकेदारों से धन वसूलता है। यहीं नहीं इन्होंने अपने चहते कर्मियों को मलाईदार कुर्सियों पर बिठाकर उनक माध्यम से भी धन की बंदरबांट की। यहीं ठेकेदारों के काम के जांच के नाम पर भी वसूली का अरोप लगा है।
शासन की ओर से मांगी गई रिपोर्ट
प्रदेश के राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने इस भ्रष्टïाचार के आरोपी अभियंता की शिकायत मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की और उसे हटाने की भी मांग की। इसके अलावा राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख व भाजपा के कटरा शाहजहांपुर के विधायक वीर विक्रम ङ्क्षसह प्रिंस प्रमुख अभियंता को पत्र लिखकर रामनाथ सिंह को हटाने का अनुरोध किया था। इन सब पत्रों का संज्ञान लेकर यूपी शासन के अनुसचिव की ओर से भी 7 मई 2025 को प्रमुख अभियंता को जांच कराकर रिर्पोर्ट शासन में भेजने के निर्र्देश दिए गए हैं।
नियमों की ऐसी की तैसी
यह अभियंता नियमों को धता बताकर विभाग में कई वर्षो से जमा है। लोक निर्माण विभाग कई अभियंता जिनकी तैनाती इस अधिकारी के साथ हुई थी वह अब अन्य जनपदों में काम कर रहे हैं। जबकि ये अभी तक यहीं भ्रष्टïाचार करके सरकार को बदनाम करने में लगा है। नियमानुसार किसी भी इंजिनियर को मुख्यालय में तीन साल ही तैनाती मिलती है पर रामनाथ सिंह मामले में इसकी अनदेखी की गई।
जदयू और भाजपा को बिहार और बिहारियों से कोई लेना देना नहीं: तेजस्वी यादव
राजद नेता बोले- वे केवल टीवी पर दिन-रात लालू प्रसाद यादव को गाली देना जानते हैं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की पार्टी का प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में विलय ने बिहार में राजनीतिक हलचल मचा दी है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस कदम के पीछे छिपे एजेंडे का दावा किया है। यह घटनाक्रम 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों से पहले हुआ है, जिसमें राजनीतिक पुनर्गठन की गति तेज हो गई है।
सीएम नीतीश कुमार के पूर्व करीबी सहयोगी और जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने जेडी(यू) से अलग होने के बाद अपनी पार्टी बनाई थी। तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी और जेडीयू को बिहार और बिहारियों से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई, शिक्षा, स्वास्थ्य से कोई मतलब नहीं है। वे केवल टीवी पर दिन-रात लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को गाली देना जानते हैं। बिहार सरकार में हमारे खिलाफ बयान देने की होड़ चल रही है। हालांकि, रविवार को उन्होंने अपनी पार्टी का विलय राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर द्वारा स्थापित जन सुराज में कर दिया।इस नए गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी ने नाम तो नहीं लिया, लेकिन इस बात के पुख्ता संकेत दिए कि भाजपा पर्दे के पीछे से इस घटनाक्रम की योजना बना रही हो सकती है। किशोर और सिंह ने आरोप लगाया कि ठेकेदारों ने जेडी(यू) को अपहृत कर लिया है। किशोर ने जेडी(यू) कार्यकर्ताओं से डूबते जहाज को छोडऩे का आह्वान किया और दावा किया कि इसे अनुभवी राजनेताओं के बजाय पांच ठेकेदारों द्वारा चलाया जा रहा है। जन सुराज पार्टी के संस्थापक ने आरोप लगाया कि जेडी(यू) और राज्य सरकार में महत्वपूर्ण निर्णय ऐसे ठेकेदारों द्वारा लिए जाते हैं जिनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है।
बिहार की जनता सब जानती है
तेजस्वी ने कहा, दोनों ही जेडी(यू) में थे, एक राष्टï्रीय उपाध्यक्ष, दूसरा राष्टï्रीय अध्यक्ष। यह सब कौन करवा रहा है और कैसे हो रहा है, बिहार की जनता सब जानती है। तेजस्वी ने कहा, अगर जेडी(यू) के दो बागी एक साथ आ गए हैं, तो सबको समझ में आ गया है कि यह किसका खेल है। हमें ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है। जनता सब देख रही है।
मंत्री संतोष पर बिफरे तेजस्वी
गुरुआ विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनय कुमार के पिता स्वर्गीय उमेश कुमार वर्मा की प्रतिमा का अनावरण बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और राजद समर्थक उपस्थित रहे। प्रतिमा अनावरण के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि स्व. उमेश वर्मा समाजवादी विचारधारा के मजबूत स्तंभ थे और जनता के बीच उनकी गहरी पकड़ थी। कार्यक्रम के बाद जब पत्रकारों ने तेजस्वी यादव से बिहार सरकार में मंत्री संतोष सिंह के हालिया बयान पर सवाल किया, तो उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि अब तो वो भाजपा के साथी हैं। जाति जनगणना उन्हें क्या समझ में आएगी? हमने आरक्षण 65 प्रतिशत तक बढ़ाया, लेकिन उन्हें इसकी अहमियत नहीं समझ आती। आईटी, टूरिज्म और स्पोर्ट्स पॉलिसी बनाई, लेकिन वो भी शायद उनकी समझ से बाहर हैं।
नशे के चलते भाई ने भाई की ली जान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। थाना गोमती नगर क्षेत्र अंतर्गत विराज खंड 2 में प्लॉट पर 20 सालों से जुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले परिवार में एक ही मां के दो बेटों ने आपस में कहा सुनी को लेकर छोटे भाई सनी ने अपने बड़े भाई को धारदार हथियार से गला रेत कर मौत के घाट उतार दिया।
मृतक बाबूलाल 27 सब्जी का ठेला लगाता था। उसी से परिवार चलता था परिवार में कुल 6 सदस्य थे 3 भाई 1 बहन माता पिता हैं। ये सभी लोग एक साथ रहते थे बाबूलाल हर दिन नशे का आदि हो चुका था जिसको लेकर अपनी माता पिता से मारपीट करता था। छोटा भाई गांव से लौटे हुए 4 दिन ही हुए थे जिससे हर दिन कहा सुनी होती थी। कल की रात ज्यादा बात बढ़ जाने के बाद छोटे भाई सनी ने अपने बड़े भाई बाबूलाल की धारदार हथियार से हत्या कर दी। मौके पर पहुंची थाना गोमती नगर पुलिस ने सनी आरोपी को गिरफ्तार किया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया।
सभी दलों के प्रतिनिधियों को दुनिया भर में भेजने की नौबत क्यों आई: आदित्य ठाकरे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारी भूमिका पहले दिन से ही स्पष्ट है…। पहले दिन से विपक्ष के सारे दलों ने एक सुर में कहा था कि हम प्रधानमंत्री के साथ हैं क्योंकि हमें पाकिस्तान को दिखाना है कि हमारी ताकत क्या है और आतंक के खिलाफ हम लड़ते रहेंगे और एक साथ रहेंगे लेकिन कहीं न कहीं उन्होंने(भाजपा) राजनीति शुरू की है।
राजनीति ना करते हुए सभी दलों को साथ रखना चाहिए। विदेश मंत्री को बताना चाहिए कि क्यों ऐसी नौबत आई कि आज सभी दलों के प्रतिनिधियों को दुनिया भर में भेजना पड़ रहा है? कोई भी इस बारे में बात नहीं कर रहा है कि पहलगाम में आतंकवादी आए कैसे?
जश्न मनाना ठीक नहीं : अमित ठाकरे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में ठाकरे ने पाकिस्तान के खिलाफ हाल ही में हुई सैन्य कार्रवाई के बाद जीत के माहौल पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि राष्टï्रीय सुरक्षा पर कठोर लेकिन जरूरी फैसले देश के लिए महत्वपूर्ण हैं और मैं इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं। महाराष्टï्र नवनिर्माण सेना के नेता अमित ठाकरे ने सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर का जश्न मनाने के लिए भाजपा की तिरंगा यात्राओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जब युद्ध खत्म नहीं हुआ है और अस्थायी युद्धविराम लागू है, तो विजय रैलियां आयोजित करना अनुचित है।
अभी कितने की जान लेगा ये बेरहम सीवर!
कई सफाईकर्मियों की मौत के बाद भी नहीं जागा जल निगम, सुरक्षा उपकरणों के बिना हो रही है सफाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बीते 1साल पहले इसी तरह से 2 मजदूरों की जान चली गई थी जो एक पिता और पुत्र थे। उसके बाद भी उसी लापरवाही से काम कराया जा रहा है। और जिन अधिकारियों पर जूनियर इंजीनियर अवर अभियंता पर कार्रवाई के आदेश जारी हुए थे वो भी बहाल हो गए चंद कुछ महीनों में। और फिर इसी तरह कामों को अंजाम देने लगे और मजदूरों की जान से खेलने लगे हुए हैं।
बिना सुरक्षा उपकरण के ही 15फिट गहरे सीवर ट्रैंक लाइन में उतार दिया सफाई के लिए। न ही ऑक्सीजन सिलेंडर था न सेफ्टी कीट। आखिर क्यों जिम्मेदार अधिकारी फील्ड पर नहीं निकलते। इस तरह से कामों में लापरवाही हर दिन देखने को मिलती है। एक और हादसे का इंतजार कर रहा है जल निगम जिसको कंपनी को काम दिया गया उसी कंपनी के चलते बीते 1 साल पहले हादसे का शिकार 2 मजदूर हो चुके है।
टेंडर खत्म होने के बाद भी काम कर रही है कंपनी
जल निगम के अधिकारी नहीं जागे एक बार फिर जल निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई है सीवर ट्रैंक लाइन को जिस तरह से साफ कराया जा रहा है कर्मचारियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। जबकि सीवर कनेक्शन टेंडर की जो तारीख थी वो खत्म हो चुकी है कम्पनी पर पैनल्टी कई बार लगाई जा चुकी है उसके बावजूद भी अधिकारियों की मिलीभगत से के के स्पन कंपनी को फायदा पहुंचाने का काम किया जा रहा है।