महाकुंभ : व्यवस्थाओं पर सवाल!

आग लगने से लेकर वीआईपी कल्चर पर विपक्ष हमलावर

  • सपा प्रमुख ने महाकुंभ में वीआईपी कल्चर पर जाहिर की चिंता
  • सांसद राजीव शुक्ला का अरोप बीजेपी ने महाकुंभ को बना दिया राजनीतिक समागम
  • अजय राय का आरोप सरकार ने महाकुंभ को बना दिया इवेंट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। महाकुंभ की व्यवस्थाओं और अवयवस्थाओं पर राजनीति चरम पर पहुंच गयी है। सपा के बाद अब कांग्रेस ने महाकुंभ को लेकर सवाल उठाये हैं। अजय राय के बाद कांग्रेसी सांसद राजीव शुक्ला ने कहा है कि महाकुंभ राजनीतिक समागम नहीं है बल्कि यह साधु-संतों का समागम है।
उन्होंने कहा कि इंदिरा—नेहरू भी कुंभ में स्नान करने जाते थे और वह भी जाएंगे। इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी बीजेपी पर महाकुंभ में वीआईपी कल्चर और वहां की अव्यवस्थाओं पर सवाल उठा चुके हैं। अजय राय ने तो बीजेपी पर महाकुंभ को इवेंट बना देने तक के आरोप लगाये हैं।

अखिलेश यादव ने वीआईपी कल्चर पर उठाये सवाल

सपा प्रमुख ने अति विशिष्ट अतिथियों को तीर्थयात्रियों से अधिक महत्व देने पर गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ परिसर में श्रद्धालुओं को मीलों घूम कर जाना पड़ रहा है। इससे बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को अत्यधिक असुविधा, कष्ट और थकान का सामना करना पड़ रहा है, जिससे हर तरफ जाम जैसी स्थिति हो गई है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि अति विशिष्ट अतिथियों को तीर्थयात्रियों से अधिक महत्व देते हुए संगम की तरफ जाने वाले सभी मार्ग बंद होने से महाकुंभ परिसर में श्रद्धालुओं को मीलों घूमकर जाना पड़ रहा है। इससे बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को अत्यधिक असुविधा, कष्ट और थकान का सामना करना पड़ रहा है। हर तरफ जाम जैसी स्थिति हो गई है। उन्होंने मांग की है कि तत्काल जाम को खुलवाया जाए। उन्होंने आगे लिखा, “सच्चे श्रद्धावान से महत्वपूर्ण अन्य कोई नहीं होना चाहिए। ट्रैफिक व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि सब सुचारू रूप से समानांतर चलता रहे, किसी के लिए भी रास्ते बंद नहीं होने चाहिए। अति विशिष्ट अतिथियों के आने पर तो आवागमन और भी सुगम और सुविधाजनक होना चाहिए, जिससे प्रतीत हो कि विशिष्ट लोगों के आने से व्यवस्था और अच्छी होती है।

‘संतो को जाना चाहिए श्रेय’

राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने आज बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर कुंभ में डुबकी लगाने का एलान किया। उनहोंने कहा कि कि नेहरू जी और इंदिरा जी हर कुंभ में जाते थे। हम भी जाएंगे। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के सभी नेता जा रहे हैं। यह कोई राजनीतिक समागम नहीं है, यह साधु-संतों का समागम है। ये उसका भी श्रेय ले रहे हैं। संतों को श्रेय देने के बजाय वे स्वयं श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं। हर जगह विज्ञापन, पोस्टर और होर्डिंग्स लगाए गए हैं।

बीजेपी ने इवेंट बना दिया : अजय राय

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन को अब केवल “एक इवेंट बना दिया गया है। अजय राय ने कहा कि महाकुंभ में बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे, लेकिन सेक्टर-19 में लगी आग ने यह साबित कर दिया कि सारी व्यवस्थाएं केवल दिखावे के लिए थीं। यह पूरा महाकुंभ अब एक इवेंट बन चुका है, जिस पर केवल मार्केटिंग की जा रही है। आंकड़े जारी किए जा रहे हैं, लेकिन इससे पहले कभी भी सरकारों ने आंकड़े जारी नहीं किए थे। हमारी परंपरा और आस्था हजारों साल पुरानी है, लेकिन अब इसे केवल एक इवेंट बना दिया गया है।

25 मिनट तक नहीं पहुंची फायर की टीम

उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान सैकड़ों साल पुरानी परंपरा, आस्था और संस्कृति का पालन किया जाता है, जहां लोग आस्था से स्नान और दान करते हैं। लेकिन यह सब अब प्रचार का हिस्सा बन चुका है। आग की घटना के बाद 25 मिनट तक फायर ब्रिगेड की टीम नहीं पहुंची, जो साबित करता है कि प्रशासनिक व्यवस्था में कितनी खामियां हैं। यदि सही व्यवस्था होती तो इस हादसे पर तुरंत काबू पाया जा सकता था।” कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी के बावजूद इस हादसे से निपटने में देरी हुई। मुख्यमंत्री वहां मौजूद थे, लेकिन अगर व्यवस्था सही होती तो इस तरह के हादसे से बचा जा सकता था। सिर्फ मुख्यमंत्री की मौजूदगी और प्रचार से काम नहीं चलता, जरूरी है कि मौके पर त्वरित कार्रवाई की जाए।

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