Operation Sindoor और सीजफायर पर उठे सवाल, कांग्रेस ने फिर की संसद के विशेष सत्र की मांग
विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि सीजफायर किसके कहने पर हुआ, संसद का विशेष सत्र बुलाकर केंद्र सरकार इस पर विस्तार से जवाब दे. वहीं अब कांग्रेस नेता उदित राज ने फिर ये मांग दोहराई है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सीजफायर के बाद विपक्ष दलों की तरफ से संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की जा रही है. वहीं अब इस पर कांग्रेस नेता उदित राज का भी बयान सामने आया है.
पाकिस्तान पर भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सीजफायर को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग कर रहा है. विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि सीजफायर किसके कहने पर हुआ, संसद का विशेष सत्र बुलाकर केंद्र सरकार इस पर विस्तार से जवाब दे. वहीं अब कांग्रेस नेता उदित राज ने फिर ये मांग दोहराई है.
भारत-पाकिस्तान के हालात पर विशेष संसद सत्र बुलाने की कांग्रेस की मांग पर उदित राज ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “कारगिल युद्ध के बाद भी एक समिति बनाई गई थी, जिसकी रिपोर्ट संसद में पेश की गई थी. पूरा देश भारत सरकार के साथ खड़ा था और सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ उचित और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.”
Delhi: On Congress's demand to conduct the special parliament session over the India-Pakistan situation, Congress leader Udit Raj says, "Even after the Kargil War, a committee was formed, and its report was presented in Parliament. The entire country stood with the Indian… pic.twitter.com/xQHA2SI8Vy
— IANS (@ians_india) May 14, 2025
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखा था पत्र
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार (11 मई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर की घोषणा पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाने की मांग की थी.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने पत्र में लिखा, “मैं विपक्ष के सर्वसम्मति से किए गए अनुरोध को दोहराता हूं कि संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए. लोगों और उनके प्रतिनिधियों के लिए पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और आज के युद्धविराम पर चर्चा करना बहुत जरूरी है, जिसकी घोषणा सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने की थी. यह सत्र आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए हमारे सामूहिक संकल्प को प्रदर्शित करने का अवसर होगा. मुझे विश्वास है कि आप इस मांग पर गंभीरता से और तेजी से विचार करेंगे.”