कोलंबिया दौरे पर बोले राहुल गांधी, भारतीय कंपनियां कड़ी मेहनत से जीतती है, न कि पक्षपात से
कोलंबिया दौरे पर राहुल गांधी ने बजाज, हीरो, टीवीएस की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय कंपनियां से जीतती हैं, न कि पक्षपात से. राहुल ने अडानी पर इशारों में निशाना साधा.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः कोलंबिया दौरे पर राहुल गांधी ने बजाज, हीरो, टीवीएस की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय कंपनियां से जीतती हैं, न कि पक्षपात से. राहुल ने अडानी पर इशारों में निशाना साधा. इससे पहले राहुल ने केंद्र सरकार पर भारतीय लोकतंत्र पर हमला करने का आरोप लगाया.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी चार दिवसीय कोलंबिया यात्रा पर हैं. इस दौरान उन्होंने कोलंबिया स्थित ईआईए विश्वविद्यालय में एक संवाद के दौरान बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर भारतीय लोकतंत्र पर हमला करने का आरोप लगाया. इसके बाद उन्होंने शुक्रवार को एक्स (ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर कर बजाज, हीरो और टीवीएस कंपनी की तारीफ की है. साथ ही इशारों ही इशारों में बिजनेसमैन गौतम अडानी पर हमला बोला.
राहुल गांधी ने अपनी तस्वीर को बजाज पल्सर के साथ शेयर किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘बजाज, हीरो और टीवीएस को कोलंबिया में इतना अच्छा प्रदर्शन करते देखकर गर्व हो रहा है. यह दर्शाता है कि भारतीय कंपनियां क्रोनीज्म से नहीं, बल्कि इनोवेशन से जीत सकती हैं.’ राहुल गांधी की ओर से क्रोनीज्म शब्द का इस्तेमाल केंद्र सरकार पर हमले के रूप में देखा जा रहा है, जिसका मतलब मित्रों और सहयोगियों के प्रति दिखाया गया पक्षपात होता है. उनका इशारा अडानी और अंबानी की तरफ हो सकता है.
Proud to see Bajaj, Hero & TVS do so well in Colombia.
Shows Indian companies can win with innovation, not cronyism.
Great job 👍 pic.twitter.com/174HNbF58X
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 3, 2025
वहीं, राहुल ने कोलंबिया में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान कहा, ‘सबसे बड़ा खतरा भारत में हो रहा लोकतंत्र पर हमला है क्योंकि भारत में कई धर्म, कई परंपराएं और कई भाषाएं हैं. भारत वास्तव में अपने सभी लोगों के बीच संवाद का एक केंद्र है और तमाम परंपराओं, तमाम धर्मों और तमाम विचारों के लिए जगह की जरूरत होती है. उस जगह को बनाने का सबसे अच्छा तरीका लोकतांत्रिक व्यवस्था है. वर्तमान में भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था पर बड़े पैमाने पर हमला हो रहा है.’
भारत के राजनीतिक सिस्टम की चीन की व्यवस्था से तुलना करते हुए उन्होंने कहा, ‘दूसरा बड़ा जोखिम अलग अलग अवधारणाओं, देश के अलग-अलग हिस्सों के बीच का जोखिम है. लगभग 16, 17 अलग-अलग भाषाएं, अलग-अलग धर्म हैं इसलिए इन तमाम परंपराओं को बढ़ने देना, उन्हें अपनी अभिव्यक्ति की जगह देना भारत जैसे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हम वह नहीं कर सकते जो चीन करता है, यानी लोगों को दबाना और सत्तावादी व्यवस्था चलाना.’
राहुल के बयानके बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई. पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राहुल के बयान की आलोचना की. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘एक बार फिर राहुल गांधी विपक्ष के नेता प्रोपेगैंडा के नेता की तरह व्यवहार कर रहे हैं. विदेश जाकर भारतीय लोकतंत्र पर हमला करते हैं. इसके अलावा बीजेपी के प्रदीप भंडारी ने “गांधी-वाड्रा परिवार” पर भारत को “गरीब” बनाए रखने का आरोप लगाया. भंडारी ने कहा, “राहुल गांधी भारत विरोधी हैं, जो भारत और उसकी प्रगति से नफरत करते हैं, वह विदेशी धरती पर ऐसी बातें बोल सकते हैं कि भारत लीडर नहीं बन सकता. गांधी-वाड्रा परिवार ने इसी मानसिकता के चलते भारत को गरीब रखा. जब वे देखते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत एक ग्लोबल लीडर और चार ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है, तो राहुल गांधी ईर्ष्या और घृणा से भारत की प्रगति और उसके लोकतंत्र पर हमला कर रहे हैं.’



