राहुल गांधी को मिल रहा विपक्षी नेताओं का साथ, 28 अगस्त को अखिलेश यादव होंगे शामिल
अखिलेश ने कहा कि हमारा गठबंधन जनता का गठबंधन है. हम उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएंगे.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस समय बिहार की सियासत में नई ऊर्जा भरने के उद्देश्य से वोट अधिकार निकाल रहे हैं। इस यात्रा का मकसद नागरिकों को उनके मतदान अधिकारों के प्रति जागरूक करना और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करना है।
इस अभियान में राहुल गांधी को राष्ट्रीय जनता दल को नेता तेजस्वी यादव का भरपूर साथ मिल रहा है। तेजस्वी खुद कई जगह राहुल गांधी के साथ मंच साझा कर रहे हैं और यात्रा को जन आंदोलन का रूप देने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी के लिए एक और अहम सहयोग जल्द मिलने वाला है।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी अब इस यात्रा में साथ देने जा रहे हैं। वे 28 अगस्त को सीतामढ़ी में राहुल गांधी के साथ इस यात्रा में शामिल होंगे। बिहार में चुनाव और सपा प्रमुख का उतरना दर्शाता है कि राहुल के साथ उनकी केसिस्टी मजबूत हो रही है.
2017 में देश ने देखी दोस्ती की शुरुआत
राहुल और अखिलेश की दोस्ती की शुरुआत देश ने 2017 में देखी. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले दोनों नेताओं ने कांग्रेस-समाजवादी पार्टी गठबंधन को शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए खड़ा बताया. ये तीन सिद्धांत हैं जिनके बारे में दोनों ने कहा कि ये राज्य में बीजेपी को हराएंगे. तब अखिलेश ने कहा कि हमारा गठबंधन जनता का गठबंधन है. हम उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएंगे. यह गठबंधन यह सुनिश्चित करने के लिए है कि किसी भी तरह की चूक की गुंजाइश न रहे. हालांकि अखिलेश का दावा गलत साबित हुए और राज्य में लंबे समय के बाद बीजेपी की सरकार बनी.
इस चुनाव में फेल होने के बाद दोनों के बीच दूरियां बढ़ गई थीं. फिर चाहे वो 2019 का लोकसभा चुनाव हो या 2022 का विधानसभा चुनाव. लेकिन अब अखिलेश और राहुल खुले तौर पर हर बड़े मुद्दे पर साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं. फिर चाहे वोट चोरी का हो, SIR का हो या ऑपरेशन सिंदूर का.
सड़क से संसद तक साथ
संसद में भी अखिलेश वोट चोरी–SIR के मुद्दे पर कांग्रेस के साथ हैं. राहुल गांधी ने अपने आवास पर जब डिनर के बाद विपक्षी नेताओं को वोट चोरी पर प्रिजेंटेशन दी थी, तब भी अखिलेश सामने बैठकर सुन रहे थे. चुनाव आयोग तक विपक्ष के मार्च में भी अखिलेश राहुल के साथ थे.
इससे पहले 2024 के चुनाव में भी दोनों की जोड़ी कई बार साथ दिखी. आगरा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में अखिलेश पहुंचे थे. चुनाव प्रचार के दौरान राहुल के साथ अखिलेश ने रायबरेली में मंच साझा किया था. इस दौरान दोनों को पीडीए के करन-अर्जुन बताकर पोस्टर भी नजर आए थे. गाजियाबाद में भी दोनों ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.
2024 के लोकसभा चुनाव में भी सपा और कांग्रेस के बीच सिर्फ गठबंधन नहीं हुआ था बल्कि दोनों ही पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं के बीच एक बेहतर तालमेल दिखा था. अखिलेश यादव के समर्थन में राहुल गांधी ने कन्नौज में वोट मांगने उतरे तो अखिलेश ने भी रायबरेली में राहुल के लिए जनसभा की. इसी केमिस्ट्री के दम पर सपा-कांग्रेस ने यूपी में अपनी स्थित मजबूत की औरलोकसभा चुनाव में बीजेपी को 40 से कम सीटों पर रोका.



