चुनाव से पहले गरमाई राजस्थान की सियासत
जयपुर। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक दल पूरी दम खम के साथ चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। वोटरों को साधने के लिए तरह तरह की योजनाओं की घोषणा भी कर रहे हैं। ऐसे में राजस्थान में भी कांग्रेस और भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। और उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। इस बार के लोकसभा चुनाव कांग्रेस भी काफी एक्टिव मोड में नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद से ही कांग्रेस काफी सक्रिय है और लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के लिए समीकरण बना रही है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी यहां ज्यादा सीटें जीतना चाह रही है। अब ऐसे में नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप भी शुरू हो गए हैं। बता दें कि राजस्थान के भरतपुर की लोकसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने अपने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
जहां भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली पर भरोसा जताया है तो वहीं कांग्रेस पार्टी ने संजना जाटव को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है। इस बीच टिकट मिलने के बाद भरतपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव ने भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। संजना ने केंद्र में बैठी मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज देश में बीजेपी सरकार तानाशाही कर रही है। देश में बेरोजगारी और महंगाई चरम सीमा पर है, जिसका दंश जनता को झेलना पड़ रहा है। इसके बावजूद बीजेपी पिछले 10 सालों से सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम और मंदिर-मस्जिद कर रही है। आज आलम ये है कि ग्रामीण इलाकों में लोग पानी के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे है। लोगों को हजार रुपये में टैंकर मंगवाकर पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। सड़कों की हालत खराब पड़ी हुई है। लेकिन भाजपा सरकार बस बड़े बड़े वादे किये जा रही है।
साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी विकास हुआ है वह प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने किया था। आज देश की जनता को विकास और आधारभूत सुविधाओं की जरुरत है। महंगाई और बेरोजगारी पर सरकार को काम करना चाहिए था। मैं एक माध्यम परिवार की महिला हूं और महंगाई का दर्द अच्छी तरह समझती हूं। वहीं भरतपुर को लेकर उन्होंने कहा कि “भरतपुर लोकसभा से 10 सालों से बीजेपी के सांसद हैं, मगर उन्होंने जीतने के बाद कभी भी जनता की तरफ ध्यान नहीं दिया। इसलिए आगामी समय में हम लोगों को जनता के लिए काम करना है। मैं एक छोटे से माध्यम परिवार की महिला हूं फिर भी मुझे कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है। इस बार भरतपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी की जीत होगी।”
ये सिर्फ एक लोकसभा क्षेत्र की बात नहीं है बल्कि जहां जहां भाजपा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं हर जगह ऐसा ही आलम बना हुआ है। वहीं आपको बात दें कि बता दें कि कांग्रेस ने चूरू से राहुल कस्वां को चुनावी मैदान में उतार दिया है। कस्वां यहां से बीते दो टर्म से सांसद हैं। हालांकि दोनों बार उन्होंने भाजपा से चुनाव जीता था। इस बार भाजपा ने उनका टिकट काट दिया था। जिसके बाद वो कांग्रेस में शामिल हो गए। अब चूरू में भाजपा प्रत्याशी पैरा एथलीट देवेंद्र झाझरिया की कांग्रेस प्रत्याशी राहुल कस्वां से टक्कर होगी। राहुल कस्वां के परिवार का चूरू की राजनीति में लंबे समय से दखल रहा है। वो साल 2014 में वह सबसे कम उम्र के सांसद बने थे। राहुल कस्वां के पिता राम सिंह कस्वां भी चार बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं।
यही नहीं, उनके दादा दीपचंद कस्वां भी लोकसभा सांसद रहे हैं। राहुल कस्वां की मां कमला कस्वां भी सादुलपुर से विधायक रह चुकी हैं। आपको बता दें कि चूरू से राहुल कस्वां का चुनावी मैदान में उतरना भाजपा को कहीं न कहीं नुक्सान पहुंचा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि चूरू राहुल कस्वां का गढ़ है और उन्होंने भाजपा छोड़ने के बाद से ही भाजपा के खिलाफ बगावती बोल बोलने शुरू कर दिए हैं। चूरू की जनता में भी इसे लेकर काफी आक्रोश है, कस्वां का भाजपा छोड़ना कहीं न कहीं राजस्थान में भाजपा एक सीट और खोने की कगार पर है। अब ऐसे में ये देखना होगा कि इस बार राजस्थान से किसे कितने सीटें मिलती हैं और इस बार का चुनावी माहौल क्या रंग लाता है। फिलहाल के लिए इस खबर में इतना ही।