हंसाते-हंसाते रुला गए राजू श्रीवास्तव
एम्स में ली आखिरी सांस, चालीस दिनों से थे भर्ती, शोक की लहर
- पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी व अखिलेश यादव ने जताया दुख
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारतीय मनोरंजन जगत के जाने-माने कॉमेडियन और एक्टर राजू श्रीवास्तव का आज सुबह निधन हो गया। 58 साल के राजू करीब 40 दिनों से दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन से देश में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत तमाम हस्तियों ने उनके निधन पर दुख जताया है।
10 अगस्त को दिल्ली के एक होटल में जिम में एक्सरसाइज करते हुए राजू श्रीवास्तव गिर पड़े थे। उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ था, जिसके बाद एम्स में भर्ती करवाया गया था। राजू डॉक्टरों की निगरानी में लगातार वेंटिलेटर पर थे। उनकी तबीयत में उतार-चढ़ाव होता रहा था मगर होश नहीं आया। राजू अपने पीछे एक बेटी और एक बेटा छोड़ गये हैं। राजू भारतीय मनोरंजन इंडस्ट्री में स्टैंडअप कॉमेडी के पुरोधा माने जाते थे। उन्होंने फिल्मों के साथ टीवी और कॉमेडी शोज में खूब काम किया था। राजू श्रीवास्तव के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक जताया है। उन्होंने लिखा, राजू श्रीवास्तव ने हंसी, हास्य और सकारात्मकता के साथ हमारे जीवन को रोशन किया था। वे हमें एक गहरा सदमा देकर गए हैं लेकिन सालों तक अपने काम की बदौलत लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। फिल्म जगत की तमाम हस्तियों ने उनके निधन पर दुख जताया है।
विधान सभा में दी गई श्रद्धांजलि
विधान सभा में राजू श्रीवास्तव को श्रद्धांजलि दी गई। विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने राजू श्रीवास्तव के निधन की सूचना देते हुए उन्हें कॉमेडी किंग बताया। सदन में दो मिनट का मौन भी रखा गया।
विधान सभा में गूंजा आजम का मुद्दा, अखिलेश बोले, जौहर यूनिवर्सिटी की ऐसे हो रही जांच जैसे रखे हों बम
- प्रश्नकाल से पहले नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरा
- सपा विधायक पहुंचे वेल में, जमकर की नारेबाजी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन आज सदन में आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी की जांच का मुद्दा गूंजा। वहीं रालोद विधायकों ने गन्ना किसानों को लेकर हंगामा किया और सदन से वॉक आउट कर गए।
सदन में प्रश्नकाल से पहले नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जौहर यूनिवर्सिटी की ऐसे जांच हो रही है, जैसे वहां बम रखे हों। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां कुछ भी रखा जा सकता है। उन्होंने विधान सभा अध्यक्ष से कहा कि सदन के बहुत ही वरिष्ठ नेता आजम खां की यूनिवर्सिटी को घेर लिया गया और ये पहली बार नहीं घेरा गया है। अध्यक्ष महोदय, लगातार घेरा जा रहा है और इस बार तो तैयारी ये है कि कहीं कुछ ऐसा न हो जाए जैसे एक बम रख दिया या फिर एके-47 रख दी। हो सकता है कि आजम खां के यहां ये सब झूठी चीजें रख दी जाएं और मुकदमा दर्ज कर लिया जाए। इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। इसी दौरान आजम खां के खिलाफ दर्ज मुकदमों के मामले में सपा विधायक वेल में आ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सपा नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार आजम का उत्पीडऩ कर रही है। नेताओं ने सभी मुकदमों को वापस लेने की मांग की। वहीं गन्ना किसानों के मुद्दे को लेकर रालोद के विधायकों ने सदन में हंगामा करने के बाद वॉक आउट किया।
क्या है मामला
मंगलवार को पुलिस ने जौहर यूनिवर्सिटी के अन्दर जमीन की खुदाई की थी। खुदाई में जमीन के अंदर करोड़ों रूपए की नगर निगम की सफाई मशीन टुकड़ों में मिली थी। बताया जा रहा है कि इस मशीन को टुकड़ों में करके जमीन के अंदर गाड़ दिया गया था। पुलिस ने जौहर यूनिवर्सिटी के कैम्पस के अंदर एक बिल्डिंग की दीवार तोडक़र पुरानी किताबों का जखीरा भी बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक इसमें कई बहुमूल्य पांडुलिपियां शामिल हैं। पुलिस ने मामले में अब तक आधा दर्जन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लडऩे को तैयार गहलोत
- राहुल गांधी को मनाने कोच्चि जाएंगे राजस्थान के मुख्यमंत्री
- पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से करेंगे मुलाकात
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राहुल गांधी के समर्थन में उठती आवाजों के बीच शशि थरूर के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कांग्रेस अध्यक्ष पद पर अपनी दावेदारी पेश कर दी है। गहलोत ने कह दिया है कि वह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनाव लडऩे को तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने एक बार फिर राहुल गांधी से यह पद स्वीकार करने की अपील की है लेकिन यह भी कहा कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी उसके लिए तैयार हैं। गहलोत दावेदारी पर अंतिम मुहर से पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं।
गहलोत ने कहा कि वह कोच्चि जाकर राहुल गांधी को इस बात के लिए मनाने का आखिरी प्रयास करेंगे कि वह पार्टी अध्यक्ष का पद संभालें। उनका कहना था कि राहुल गांधी से बातचीत करने के बाद ही वह तय करेंगे कि आगे क्या करना है। गहलोत ने कहा कि मुझे कांग्रेस की सेवा करनी है। जहां भी मेरा उपयोग है, मैं वहां तैयार रहूंगा अगर पार्टी को लगता है कि मेरी मुख्यमंत्री के रूप में जरूरत है या अध्यक्ष के रूप में ज्यादा जरूरत है तो मैं मना नहीं कर पाऊंगा। गहलोत ने कहा, अगर मेरा बस चले तो मैं किसी पद पर नहीं रहूं। मैं राहुल गांधी के साथ सडक़ पर उतरूं और फासीवादी लोगों के खिलाफ मोर्चा खोलूं। मुझे पार्टी ने सब कुछ दिया है, आज अगर पार्टी संकट में है तो इनके (भाजपा के) कारनामों के कारण है, कोई हमारी गलतियों से नहीं है। आज जो स्थिति है उसमें कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है। कांग्रेस की मजबूती के लिए जहां जरूरत होगी, वहां मैं खड़ा रहूंगा। मैं कोच्चि जाऊंगा और आखिरी बार राहुल गांधी को मनाने का प्रयास करूंगा।