राम नहीं आ रहे चुनाव आ रहे हैं!

बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने भाजपा व पीएम पर साधा निशाना, कहा-

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार सरकार में मंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपने बयानों से सुर्खियों में रहते हैं। 22 जनवरी को राम मंदिर की हुई प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उन्होंने बयान दिया था कि सपने में भगवान राम आए थे और कहा था कि वह अयोध्या नहीं आ रहे हैं। अब उन्होंने मंगलवार (23 जनवरी) को सोशल मीडिया एक्स पर बड़ा बयान दिया है।
तेज प्रताप यादव ने लिखा, राम नहीं आ रहे हैं! चुनाव आ रहे हैं! श्री राम तो हमारे मन में, हृदय में और कण-कण में विराजमान हैं पूर्व से ही. सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री राम, विष्णु जी के अवतार हैं और भगवान विष्णु के अंतिम अवतार कल्कि अवतार को कलियुग का अंत होने के बाद धर्म की पुनर्स्थापना के लिए आना बाकी है। सियावर रामचंद्र की जय। दरअसल तेज प्रताप यादव ने इस ट्वीट के जरिए 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तरफ इशारा किया है. बिना नाम लिए उन्होंने बीजेपी पर एक तरह से हमला किया है। बता दें कि राम मंदिर को लेकर विपक्ष के नेता इसे सीधे तौर पर बीजेपी का चुनावी मुद्दा बता रहे हैं। इसको लेकर राजनीति हो रही है।

राम को लाने से पहले अपने अंदर के रावण को बाहर निकालें

इसके पहले बीते प्राण प्रतिष्ठा के दिन भी तंज कसते हुए ट्वीट किया था और कहा था कि राम तो सबके मन में हैं। अंधभक्त राम को लाने से पहले अपने अंदर के रावण को बाहर निकालें क्योंकि राम के लोग कभी भेदभाव नहीं करते। सबसे पहले महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बंद होना चाहिए और गरीबी और भूख जैसे रावण को कैसे खत्म करे इस पर विचार होना चाहिए। राम को लाना है तो अपने बुरे विचारों को बाहर निकालिए और देश को प्रेम सद्भाव और खुशहाली के रास्ते पर लेके चलिए।

परेड की तैयारी

राजधानी लखनऊ अब गणतंत्र दिवस के लिए तैयार होने लगी है। आज सेना, सुरक्षा व अन्य कई संगठनों ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस से पहले रिहर्सल किया। इसके लिए पूरी परेड चारबाग से विधानसभा होते हुए केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक गई।

उत्तर भारत में कोहरे से ठहर गई जिंदगी

ठंड का येलो अलर्ट, 26 तक ठिठुराएगी सर्दी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली व यूपी समेत आस-पास के इलाकों में कड़ाके की ठंड का जारी है। दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में मंगलवार सुबह कोहरा छाया रहा। सोमवा को हल्की धूप निकली पर गलन से राहत नहीं मिली। मौसम की वजह से आने-जाने वाली उड़ानों और ट्रेन यातायात्र पर खासा असर देखने को मिला। मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
हालांकि, आज सुबह दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। 26 जनवरी की सुबह तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बहुत घना कोहरा छाया रह सकता है। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को दिल्ली में उत्तर-पश्चिम दिशा से ठंडी हवाएं चल सकती हैं। पर्वतीय क्षेत्रों से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण दिन के समय मौसम सर्द होगा। वहीं, मौसम साफ रहने से रात भी सर्द होगी। हालांकि, तापमान में मामूली बढ़त का अनुमान है। मौसम विभाग ने 28 जनवरी तक सुबह के समय धुंध छाए रहने का अनुमान जताया है।

उड़ानें और ट्रेनों पर असर

कोहरे की वजह से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कई उड़ानों में देरी हुई। वहीं दूसरी तरफ 28 ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय से पांच घंटे या उससे अधिक की देरी से हैं। हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, आज़मगढ़-दिल्ली जेएन कैफियत एक्सप्रेस, बेंगलुरु-निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस, राजेंद्रनगर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, बनारस-नई दिल्ली एक्सप्रेस, डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस समेत 28 ट्रेनें शामिल हैं। इसके अलावा कटिहार-अमृतसर आम्रपाली एक्सप्रेस पांच घंटे की देरी से है।

बच्चों से गुलजार हुए स्कूल

लखनऊ। सोमवार को मौसम बाकी दिनों की तुलना में बेहतर रहा। इसी के साथ प्राथमिक कक्षाओं में चल रही छुट्टियां खत्म हो गईं। हालांकि स्कूल का टाइमिंग बदला हुआ रहेगा। डीएम सूर्यपाल गंगवार ने सोमवार से स्कूल खोलने का आदेश जारी कर दिया।
प्राथमिक से लेकर 12वीं तक के सभी सरकारी, गैर सरकारी व निजी स्कूल समय में बदलाव के साथ खोलने की अनुमति दी है। स्कूलों का समय सुबह 10 से दोपहर तीन बजे कर दिया गया है। यह भी कहा गया कि जिन स्कूलों में संभव हो, ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जा सकती हैं। कक्षाओं में पढ़ाई के दौरान ठंड से बचाव के इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।

‘भारत की धर्मनिरपेक्षता भगवा राजनीति के पहाड़ तले दब गई’

विदेशी मीडिया में छाया रामलला प्राण प्रतिष्ठï समारोह का कवरेज
पाकिस्तान कतर से लेकर नेपाल के अखबारों ने छापी खबरें

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ । 22 जनवरी 2024 का इंतजार पूरी दुनिया कर रही थी , जहाँ जहाँ राम भक्त हैं वो सब इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे…और जब ये दिन आया तो लोगों का जो एक लंबा इंतजार था वो खत्म हुआ और अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्धाटन हुआ भगवान राम लला अपने गर्भ गृह में विराजमान हो गए….प्राण प्रतिष्ठा के इस कार्यक्रम में पीएम मोदी समेत कई नामचीन हस्तियां शामिल हुई….इस कार्यक्रम की एक एक तस्वीर भारतीय मीडिया ने दिखाई, खासकर पीएम मोदी पर भारतीय मीडिया का फोकस कुछ ज्यादा था , क्यों कि अगर साहब पर कैमरा ना होता , टीवी पर साहब की हर एंगल की तस्वीर ना दिखती तो साहब नाराज हो जाते ।
भव्य कार्यक्रम की कवरेज करने के लिए लंबे समय से मिडिया अयोध्या में थी, आपको हर एक जानकारी मिल रही थी….लेकिन विदेशी मीडिया क्या कुछ छाप रहा था,हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान की मीडिया में क्या कुछ लिखा जा रहा था ये भी जानना जरूरी है…जाहिर सी बात है कि पूरी दुनिया की नजर राम मंदिर उद्धाटन पर थी तो पाकिस्तान भी नजर गड़ाए हुए था….तो पहले बात करते हैं कि पाकिस्तानी की, वहां की मीडिया में राम मंदिर उद्धाटन को लेकर अलग ही खबर छापी जा रही थी…पाकिस्तानी मीडिया में प्रतिष्ठा से पहले और उसके बाद जो कुछ छापा गया वो आपको हम बता रहे हैं, पाकिस्तान के कई अखबारों ने इसे लेकर लिखा है कि बाबरी मस्जिद को गिराकर बनाए गए राम मंदिर में आज पीएम रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने जा रहे हैं…ये प्राण प्रतिष्ठा से पहले छापा गया था……पाकिस्तान के प्रमुख अखबार, द डॉन में एक लेख छापा गया जिसमें लेखक परवेज हुदभोय ने लिखा है कि जहां पहले पांच शताब्दी पुरानी बाबरी मस्जिद हुआ करती थी, अब वहां राम मंदिर बन रहा है….राम मंदिर के चारों तरफ वेटिकन सिटी जैसा शहर बनने को तैयार है…इसी लेख में आगे लिखा है कि हिंदुत्व का संदेश दो वर्गों को टारगेट करता है… पहला है- भारत के मुसलमान, जिस तरह पाकिस्तान अपनी हिंदू आबादी को कम अधिकारों वाले दोयम दर्जे के नागरिकों के रूप में देखता है, उसी तरह भारत में मुसलमानों को भी यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि उनके एक प्राचीन भूमि को बर्बाद कर दिया और उसकी महिमा को लूट लिया। मशहूर अखबार अलजजीरा में क्या कुछ लिखा है, ऑपिनियन ने लिखा कि , भारत की धर्मनिरपेक्षता भगवा राजनीति के पहाड़ तले दब गई है। भारत की राजनीतिक टिप्पणीकार इंसिया वाहन्वति के लिखे लेख में कहा गया है कि धर्मनिरपेक्ष भारत के किसी प्रधानमंत्री का मंदिर का उद्घाटन करना अनुचित है…..लेख में कहा गया, बाबरी मंदिर का विध्वंस आज भी मुसलमानों के लिए दुखदायी है।
विध्वंस के बाद हुए दंगों में जो लोग मारे गए, हममें से कई लोगों को आज भी वो याद हैं, राजनीतिक वादे किए गए कि मस्जिद फिर से बनाया जाएगा लेकिन ऐसा अभी नहीं हुआ। वहीं हमारा पड़ोसी देश नेपाल ने क्या कुछ कहा है वो भी आपको बतातें हैं, नेपाल के प्रमुख अखबार द काठमांडू पोस्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा कि मंदिर के उद्घाटन में भगवान राम से भी अधिक जो व्यक्ति लाइमलाइट बटोर रहे है, वो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जो भारत के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य के प्रधानमंत्री हैं…..अखबार ने आरोप लगाया है कि भारत धर्मनिरपेक्षता के अपने सिद्धांत से बहुत दूर हो चुका है और अयोध्या में भारत की धर्मनिरपेक्षता मिट्टी में मिल गई है…..।

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