राष्ट्रपति चुनाव में अंतरात्मा पर वोट पड़े तो यशवंत जीतेंगे : रामगोपाल
- इटावा में सपा का सदस्यता अभियान जारी
लखनऊ। इटावा में समाजवादी पार्टी का सदस्यता अभियान कल से शुरू हो चुका है। पहले दिन सपा के राष्टï्रीय प्रमुख महासचिव ने पार्टी कार्यालय पर सदस्यता रसीद काटकर इसका शुभारंभ किया है। वहीं दूसरे दिन रामगोपाल यादव ने अभियान के दौरान कहा कि राष्टï्रपति चुनाव में विपक्ष का प्रत्याशी जीतेगा। साथ ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को लेकर भी निशाना साधा। बता दें कि अखिलेश यादव ने हाल ही में पार्टी के जिलाध्यक्ष छोड़कर सभी संगठन को भंग करने की घोषणा की थी। साथ ही पूरे प्रदेश में सदस्यता अभियान चलाने के लिए कहा था। इसी क्रम में यहां के सपा जिलाध्यक्ष ने सबसे पहले रसीद कटवाकर पार्टी के सदस्य बने और पार्टी कार्यालय पर मौजूद सभी कार्यकर्ताओं ने सदस्यता लेते हुए पार्टी को मजबूत व जिले भर में वृहद स्तर पर लोगों को पार्टी से जोड़ने का आश्वासन दिया। प्रोफेसर रामगोपाल ने बताया कि पार्टी के नियम के अनुसार हर पांच वर्ष में यह अभियान चलाया जाता है। सदस्यों की सदस्यता 30 जून को समाप्त हो गयी थी। इसलिए अब फिर से पूरे प्रदेश में इस अभियान की शुरुआत की जा रही है। राष्टï्रपति चुनाव को लेकर कहा कि विपक्ष ने देश के पूर्व वित्त मंत्री, विदेश मंत्री जैसे कई बड़े पदों पर रहे काबिल प्रत्याशी यशवन्त सिन्हा का समर्थन किया है। वहीं बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को अपना प्रत्याशी बनाया। रामगोपाल ने कहा कि चुनाव 18 को है, अंतरात्मा की आवाज पर लोगों ने वोट दिया तो यशवंत सिन्हा जीतेंगे। या फिर कोई भी जीतेगा एक चुनाव हारता है एक चुनाव जीतता है।
मुख्यमंत्री की मंजूरी पर ही होंगे तबादले : संदीप सिंह
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के तबादले को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री के पास इस वर्ष की पॉलिसी भेजी गई है। उनकी स्वीकृति मिलने के बाद ही तबादले की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का अनुपात देखने व समायोजन के बाद ही नए शिक्षकों की भर्ती के बारे में विचार करने की बात कही है। लोकभवन में सरकार के सौ दिन पूरे होने पर विभागीय उपलब्धियों की चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 21695 शिक्षकों के तबादले किए गए थे। इस बार मुख्यमंत्री की अनुमति से आगे की प्रक्रिया की जाएगी। मृतक आश्रितों के समायोजन पर उन्होंने कहा कि समूह ग में पद खाली न होने के कारण आश्रितों को समूह घ में नौकरी दी जा रही है। बाकी यदि आश्रित उच्च शिक्षा प्राप्त है और शिक्षक बनने की योग्यता रखता है तो उसकी ट्रेनिंग करवाकर उन्हें शिक्षक बनाने पर विचार करेंगे। शहरी व ग्रामीण शिक्षकों को उपलब्ध जगह पर अनुपात देखकर स्थानांतरित किया जाएगा।