गुजरात पुलिस का बड़ा कारनामा, सिपाही के कान में कहते ही रेप-हत्या आरोपी ने शुरू किया नाटक
रेप-हत्या के आरोपी का नया नाटक कैमरे में कैद... पहले सही से चलता दिखा, लेकिन जैसे ही सिपाही ने कान में कुछ कहा आरोपी अचानक लंगड़ाने लगा...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों देश में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है….. महिला सुरक्षा का दावा करने वाली भाजपा सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह से नाकाम दिखाई दे रही है…… देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है….. आए दिन दुष्कर्म और हत्या के तमाम मामले सामने आ रहे है….. लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुए है…… और देश में महिला सुरक्षा को लेकर दावे कर रही है….. कि बीजेपी राज में महिलाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं उन्हें किसी भी तरह से कोई परेशानी नहीं है….. लेकिन जमीनी हकीकत और आंकड़े कुछ अलग ही बयां कर रहे है….. जिससे बीजेपी सरकार की जमकर फजीहत हो रही है….. आरोपियों का पुलिस को संरक्षण मिला हुआ है….. पहले पुलिस वाले आरोपियों को गरिफ्तार करते हैं….. फिर उसके बाद जनता को मूर्ख बनाने के लिए आरोपिओं से नाटक करने के लिए कहते है….. जिसके देखकर कहा जा सकता है कि पुलिस ने नाटक करने में मोदी को पीछे छोड़ दिया है……
आपको बता दें कि गुजरात के आनंद जिले में स्थित आंकलाव तालुका के नवाखल गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है…… यहां रहने वाली एक 5 साल की मासूम बच्ची शाम को घर से निकली और लापता हो गई……. परिवार की तलाश के बाद पुलिस ने जांच शुरू की…… जिसमें सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि गांव का ही एक 22 साल का युवक अजय उर्फ राहुल जीकाभाई पढियार बच्ची को अपनी बाइक पर ले जाता दिखाई दिया….. पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया…… जहां उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया…… उसने बताया कि उसने बच्ची को भुट्टा खिलाने के बहाने ले जाकर बलात्कार किया….. गला घोंटकर हत्या की और शव को मिनी नदी में फेंक दिया….. तीन दिन बाद पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से शव बरामद किया….. और पोस्टमार्टम में बलात्कार और गला घोंटने की पुष्टि हुई…..
वहीं यह मामला पहले से ही लोगों के दिलों में गुस्सा भर रहा था…… लेकिन अब एक वीडियो वायरल हो रहा है जो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है…… वीडियो में आरोपी लॉकअप से बाहर निकलते समय सामान्य तरीके से चलता दिखाई देता है…… लेकिन पुलिस सब-इंस्पेक्टर द्वारा उसके कान में कुछ फुसफुसाने के बाद वह अचानक लंगड़ाकर चलने लगता है…… यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है और लोग पूछ रहे हैं….. कि क्या पुलिस आरोपी को चोट पहुंचाने का नाटक करवा रही है…… ताकि जनता को लगे कि उन्होंने आरोपी को सजा दी है…..
बता दें कि घटना की शुरूआत पिछले शनिवार को आंकलाव तालुका के नवाखल गांव में एक सामान्य शाम अचानक दुखद हो गई…… जहां 5 साल की एक छोटी बच्ची घर से खेलने के लिए निकली…… लेकिन शाम ढलने के बाद भी वह घर नहीं लौटी……. परिवार को चिंता हुई और उन्होंने गांव में बच्ची की तलाश शुरू की……. घंटों बीत गए लेकिन बच्ची का कहीं पता नहीं चला……. आखिरकार, परिवार ने आंकलाव पुलिस थाने में जाकर मदद मांगी…… पुलिस ने तुरंत अपहरण का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की…..
पुलिस की टीम ने गांव के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की…… इन फुटेज में एक चौंकाने वाली चीज सामने आई……. गांव का ही 22 साल का युवक अजय उर्फ राहुल जीकाभाई पढियार बच्ची को अपनी बाइक पर बिठाकर ले जाता दिखाई दिया…… यह फुटेज पुलिस के लिए बड़ा सबूत साबित हुआ…… पुलिस ने तुरंत आरोपी को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की…… पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया…… उसने बताया कि वह बच्ची को भुट्टा खिलाने के बहाने अपनी बाइक पर बिठाकर उमेटा चौकड़ी और सिंघरोट चौकड़ी के पास मिनी नदी के पुल के पीछे ले गया…… वहां उसने बच्ची के मुंह पर रुमाल बांधा…… उसके साथ बलात्कार किया और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी…… हत्या के बाद उसने शव को मिनी नदी में फेंक दिया……
वहीं यह कबूलनामा सुनकर पुलिस और परिवार दोनों सन्न रह गए…… बच्ची इतनी छोटी थी कि वह किसी को नुकसान पहुंचाने की सोच भी नहीं सकती थी…… लेकिन आरोपी की क्रूरता ने सबको हिला दिया…… पुलिस ने आरोपी की बताई जगह पर तलाश शुरू की…… एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया और नदी में सर्च ऑपरेशन चलाया गया…… तीन दिन की कड़ी मेहनत के बाद बच्ची का शव बरामद कर लिया गया…… शव को करमसद स्थित श्रीकृष्ण अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया….. जहां प्रारंभिक रिपोर्ट में बलात्कार और गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई…… इस रिपोर्ट ने मामले को और गंभीर बना दिया…..
आपको बता दें कि आरोपी अजय उर्फ राहुल जीकाभाई पढियार 22 साल का है….. और वह नवाखल गांव का ही निवासी है……. पुलिस की जांच में पता चला कि वह पहले से कोई बड़ा अपराधी नहीं था…… लेकिन उसकी इस क्रूर हरकत ने सबको हैरान कर दिया…….. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने बच्ची को देखा और उसे बहला-फुसलाकर ले गया…… लेकिन जुर्म की असली वजह क्या थी, यह अभी साफ नहीं है…… मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे मामलों में अक्सर आरोपी की मानसिक स्थिति या पिछली घटनाएं भूमिका निभाती हैं…… लेकिन यहां पुलिस ने अभी तक कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं दी……
गांव के लोग बताते हैं कि आरोपी सामान्य परिवार से है और वह मजदूरी करता था……. लेकिन इस घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया…… परिवार की तरफ से कहा गया कि बच्ची बहुत मासूम थी और वह कभी किसी से लड़ाई नहीं करती थी…… यह घटना न केवल परिवार के लिए दुखद है……. बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि छोटे बच्चों की सुरक्षा पर कितना ध्यान देना जरूरी है…..
वहीं पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई की….. अपहरण का केस दर्ज करने के बाद सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई…… जो आरोपी को पकड़ने में मददगार साबित हुई…… हिरासत में लेने के बाद पूछताछ से जुर्म कबूल हुआ…… नदी में शव की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम ने दिन-रात काम किया…… नदी का पानी तेज बहाव वाला था….. जिससे तलाश मुश्किल हो रही थी…… लेकिन तीन दिन बाद शव मिल गया….. पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने साफ कर दिया कि बच्ची के साथ बलात्कार हुआ….. और गला घोंटकर हत्या की गई……. यह रिपोर्ट पुलिस के लिए मजबूत सबूत है और आरोपी के खिलाफ मुकदमा मजबूत करेगी…… पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया…… और उसे कोर्ट में पेश किया गया……. लेकिन यहां से कहानी में एक नया मोड़ आया…..
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया….. जो आंकलाव थाने का है……. वीडियो में आरोपी लॉकअप से बाहर निकलते समय बिल्कुल सामान्य तरीके से चलता दिखाई देता है……. वह सीधा खड़ा है और कोई चोट या दर्द नहीं लगता…… लेकिन जैसे ही पीएसआई उसके पास आता है और कान में कुछ फुसफुसाता है…… आरोपी अचानक लंगड़ाकर चलने लगता है……. यह बदलाव इतना अचानक है कि देखने वाले हैरान रह जाते हैं…..
वीडियो में साफ दिखता है कि पीएसआई आरोपी के कान में कुछ कहता है…… लेकिन क्या कहा गया, यह सुनाई नहीं देता…… इसके बाद आरोपी मीडिया के सामने पेशी के दौरान लंगड़ाता हुआ चलता है…… यह तमाम न्यूज चैनलों पर चर्चा का विषय बना…… सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं…… क्या पुलिस आरोपी को लंगड़ाने का निर्देश दे रही थी? क्या यह नाटक जनता को दिखाने के लिए था कि पुलिस ने आरोपी को पीटा है और सजा दी है…..
इस वीडियो ने पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए…… लोग कह रहे हैं कि अगर पुलिस ने आरोपी को वाकई पीटा होता……. तो वह लॉकअप से ही लंगड़ाता निकलता…… लेकिन यहां तो फुसफुसाहट के बाद ही बदलाव आया….. यह वीडियो अनकलाव थाने के बाहर का है और इसमें मीडिया वाले भी मौजूद हैं….. वीडियो वायरल होने के बाद जनता में गुस्सा बढ़ गया…… गांव के लोग थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की…… लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएसआई ने लोगों को धमकी दी कि अगर वे थाने में घुसेंगे तो दंगा का केस लगा देंगे…… गांव के सरपंच दिलीपभाई ने बताया कि पीएसआई का व्यवहार बहुत रूखा था और उन्होंने लोगों को अपमानित किया…..
आपको बता दें कि यह मामला केवल एक घटना नहीं है…… बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर सवाल है……. क्या पुलिस जनता की नजर में अच्छी दिखने के लिए फर्जी तरीके अपनाती है….. क्या आरोपी के साथ कोई सांठ-गांठ है? ये सवाल जांच की मांग कर रहे हैं….. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे कोर्ट में पेश किया गया…… पुलिस ने IPC की धारा 376, 302 और POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज किया है…… पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज मजबूत सबूत हैं…… लेकिन वायरल वीडियो ने मामले में नया मोड़ ला दिया…….. अगर साबित हुआ कि पुलिस ने नाटक किया, तो पीएसआई पर कार्रवाई हो सकती है……
पुलिस विभाग से अभी कोई बयान नहीं आया…… लेकिन सूत्रों का कहना है कि आंतरिक जांच शुरू हो गई है…… बच्ची के परिवार को न्याय मिलना चाहिए…… और आरोपी को सख्त सजा भी मिलनी चाहिए…… लेकिन पुलिस की भूमिका पर भी नजर रखनी होगी….. यह घटना हमें याद दिलाती है कि छोटे बच्चों की सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है…… गांवों में अक्सर बच्चे अकेले खेलते हैं……. लेकिन अपराधी इसी का फायदा उठाते हैं….. अभिभावकों को बच्चों पर नजर रखनी चाहिए…… और समाज को ऐसे मामलों में एकजुट होना चाहिए…… सरकार POCSO एक्ट को सख्ती से लागू कर रही है….. लेकिन जागरूकता की जरूरत है…..



