दिल्ली में छिड़ी आम आदमी पार्टी व भाजपा में रार, संजय सिंह के बयान से गरमाई सियासत, सीएम आवास के बाहर बढ़ाई गई सुरक्षा
नई दिल्ली। अंतिम मतदाता सूची जारी होने के एक दिन बाद मंगलवार को चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। अब सत्ता संग्राम की सियासी जंग शुरू हो गई है। दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने कल चुनाव की तारीख की घोषणा की थी। दिल्ली में 5 फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। इस बीच दिल्ली में ‘शीशमहल’ मामले को लेकर सियासत गर्म है। जहां भाजपा इस मामले को लेकर भाजपा आम आदमी पार्टी को घेरने में लगी है वहीं आप नेता संजय सिंह ने भाजपा के नेताओं को खुली चुनौती दी है।
आप सांसद संजय सिंह ने 2700 करोड़ रुपये में बने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलीशान राजमहल को भाजपा को दिखाने की चुनौती दी है। संजय सिंह के मुताबिक बुधवार सुबह वह मीडिया के साथ पहले मुख्यमंत्री आवास शीशमहल जाएंगे। उसके बाद प्रधानमंत्री का आवास देखने जाएंगे। संजय सिंह ने भाजपा से मांग की है कि वह पीएम का राजमहल दिखाएं। जिसके बाद दिल्ली मुख्यमंत्री आवास के बाहर पुलिस बल के साथ अर्धसैनिक बल तैनात हैं। सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जगह-जगह बैरिकैडिंग की गई है।
संजय सिंह का आरोप है कि पीएम मोदी के 2,700 करोड़ रुपये में बने राजमहल में 300 करोड़ की कालीन बिछी हुई है, 200 करोड़ का झूमर लगा है और वह 10-10 लाख के पेन, 6,700 जोड़ी जूते व 5,000 सूट का इस्तेमाल करते हैं। हम यह चाहते हैं कि दिल्ली और देश के लोगों को सच्चाई पता पता चले।
वहीं, दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री आवास सरकारी पैसे से बने हैं तो आज मीडिया के जरिए लोगों को दोनों भवनों के दर्शन करवा दिए जाएं। भाजपा का दावा था कि (दिल्ली के)मुख्यमंत्री आवास पर एक स्वीमिंग पूल है, शराब का बार बना हुआ है, सोने का शौचालय बना हुआ है तो चलिए ढ़ूंढ़ा जाए। केंद्र सरकार और भाजपा को तो खुश होना चाहिए कि हम अपनी पोल खुद खोलने जा रहे हैं। अब भाजपा क्यों घबरा रही है? शायद इसलिए घबरा रही है क्योंकि फिर उन्हें प्रधानमंत्री आवास दिखाना पड़ जाएगा।
उन्होंने कहा, पीएम और सीएम दोनों के आवास कोविड के समय में बनाए गए थे, दोनों आवास सरकारी आवास हैं न कि निजी। दोनों आवास करदाताओं के पैसे से बनाए गए हैं और इसलिए हमें लगता है कि भाजपा को पीएम आवास में मीडिया की मौजूदगी से कोई समस्या नहीं होगी।
आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल का आरोप है कि तीन महीने में दूसरी बार भाजपा ने आतिशी को फिर से मुख्यमंत्री आवास से निकाल दिया। भाजपा दिल्ली का चुनाव बुरी तरह से हार रही है। इस कारण बौखलाहट में भाजपा नेता इस तरह की गंदी राजनीति पर उतर आए हैं। वहीं, आतिशी ने कहा कि उनको पहली बार घर से निकाला तो उन्होंने दिल्ली की सडक़ें ठीक करवाईं, फ्लाईओवर बनवाए, अनेक नए स्कूल बनवाए, मोहल्ला क्लीनिक में रुके हुए टेस्ट-दवाएं शुरू करवाईं। इस बार महिलाओं को 2100 रुपये, बुजुर्गों को मुफ्त इलाज और पुजारियों-ग्रंथियों को 18 हजार रुपये की सम्मान राशि दिलवाई जाएगी।
पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए मंगलवार को सीएम ने आरोप लगाया कि दिल्ली चुनाव की घोषणा से पहले पिछली रात को केंद्र सरकार ने उनको उनके सरकारी आवास से बाहर निकाल दिया। एक मुख्यमंत्री होने के नाते जो सीएम आवास उनको आबंटित है, भाजपा की केंद्र सरकार ने तीन महीने में दूसरी बार उससे निकालकर बाहर फेंक दिया। इसके लिए बाकायदा उन्हें चि_ी भेजी गई है। सीएम आवास एक चुनी हुई सरकार की चुनी हुई मुख्यमंत्री से छीन लिया।
आतिशी ने कहा कि प्रण लेती हैं कि दिल्ली की हर महिला को 2100 रुपये दिलवाएंगी। संजीवनी योजना के तहत दिल्ली के हर बुजुर्ग का सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में फ्री इलाज करवाएंगी। हर पुजारी और ग्रंथी को हर महीने 18,000 रुपये की सम्मान राशि दिलवाकर रहूंगी। भाजपा वाले यह समझ लें कि आम आदमी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता, नेता, मंत्री और मुख्यमंत्री अपने सिर पर कफन बांधकर निकला है।