देश में पहला स्थान आने पर NDTV पर छाये संजय शर्मा

बताया चैनल की उपलब्धि का राज

  • क्वॉलिटी ऑफ कंटेंट है यूट्यूब का किंग
  • लगातार जारी हैं 4पीएम के सत्ता से सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सत्ता से सवाल करने की आदत और सच को दिखाने की अपनी जिद के बलबूते 4पीएम का यूट्यूब चैनल आए दिन सफलता की नई सीढिय़ों को चढ़ रहा है। नए कीर्तिमान लिख रहा है। लोगों के प्यार और सत्ता से सवाल करने की ताकत का ही नतीजा है कि 4पीएम देशभर में नंबर वन यूट्यूब चैनल बना हुआ है। वर्तमान समय में 4पीएम 33 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइबर्स और 19 लाख से भी ज्यादा व्यूज के साथ नंबर वन बना हुआ है।
तभी तो अब देश के लीडिंग टीवी न्यूज चैनल भी 4पीएम और उसके संपादक संजय शर्मा का लोहा मान रहे हैं। इसी क्रम में देश में पहले स्थान पर आने पर 4पीएम के संपादक संजय शर्मा को एनडीटीवी के शो ‘हम लोगÓ में बतौर मेहमान बुलाया गया। जहां उन्होंने 4पीएम के सफर व यूट्यूब की दुनिया के बारे में लोगों से जानकारी साझा की। इस दौरान संजय शर्मा ने यूट्यूब की कई बारीकियों से लोगों को अवगत कराया। साथ ही 4पीएम की ताकत और सत्ता से सवाल करने की जिद के बारे में भी बताया। इस दौरान 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने बताया कि किस तरह से उनके अखबार पर सरकार के द्वारा हमले कराए गए, उन्हें डराने व धमकाने का प्रयास किया गया। लेकिन वो सत्ता के दबाव में नहीं आए और अपनी आवाज को अधिक मुखर करने के लिए प्रिंट के साथ-साथ यूट्यूब की दुनिया में भी आ गए। यूट्यूब पर भी संजय शर्मा ने इसी निडरता के साथ सत्ता से सवाल किए और सच को दिखाना जारी रखा। संजय शर्मा ने उन पर दबाव बनाने वाले व उन्हें धमकाने वाले अधिकारियों का शुक्रिया अदा किया कि अगर वो ऐसा न करते तो शायद उनके अंदर इतनी हिम्मत न आती और 4पीएम देश में नंबर एक पर न पहुंच पाता।

ऐसे शुरू हुए 4पीएम के क्षेत्रीय चैनल

इस दौरान संजय शर्मा ने बताया कि कैसे यूपी चुनाव के वक्त उनके 4पीएम चैनल को अचानक बंद करवा दिया गया था। जिसके बाद तुरंत ही उन्होंने 4पीएम यूपी के नाम से एक नया चैनल खड़ा कर दिया और देखते-देखते 4पीएम यूपी भी लोकप्रिय होता चला गया। यहीं से राज्यों के चैनल लाने की प्रेरणा मिली। आज 4पीएम नेशनल के अलावा 9 राज्यों के क्षेत्रीय चैनल भी हैं। जिनमें 4पीएम यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, 4पीएम गुजरात और इसके अलावा 4पीएम बॉलीवुड का भी चैनल शामिल है।

लोगों के बीच जाकर दिखाया लोगों का दर्द

संजय शर्मा ने बताया कि यूट्यूब के लिए कमिटमेंट कितना जरूरी है। वो पिछले चार साल से एक भी दिन ब्रेक लिए बगैर सुबह 6 बजे अपना शो लेकर आते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि यूट्यूब के लिए कंटेंट जुटाना काफी कठिन काम है, क्वालिटी ऑफ कंटेंट ही यूट्यूब का किंग है। इसके लिए उनकी टीम काफी मेहनत करती है। उन्होंने बताया कि कैसे 4पीएम लोगों के बीच जाता है, लोगों की बात करता है और लोगों के दर्द को बांटता है, तभी वो देश में नंबर वन बना हुआ है।

देश के साथ-साथ विदेशों में भी लोकप्रिय बना हुआ है 4पीएम

सरकार जो बताती है वो विज्ञापन है, लेकिन सरकार जो छुपाती है वो खबर है। हमें वो ही खबर दिखानी है। क्योंकि सरकार की अच्छाइयां बताने के लिए तो उसके विभाग हैं। लेकिन उसकी कमियां दिखाना और उससे सवाल करना ही पत्रकारिता है। हम 2014 से पहले भी ये ही काम कर रहे थे और आज भी सरकार से ही सवाल जारी हैं। यही वजह है कि 4पीएम को भारत के साथ-साथ विदेशों में भी काफी देखा जा रहा है। फिर वो चाहें लंदन हो, अमेरिका हो, ऑस्ट्रेलिया हो या फिर खाड़ी देश हों, 4पीएम अपनी पहुंच बनाए हुए है।

चुनावी मौसम में केजरीवाल की गिरफ्तारी ने लाया भूचाल

  • एकजुट हुए विपक्ष ने बताया लोकतंत्र पर हमला
  • दिल्ली शराब घोटाले में केजरीवाल की गिरफ्तारी से गरमायी सियासत
  • देशभर में जारी आप का प्रदर्शन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कथित दिल्ली शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अब देश की सियासत में उबाल आ गया है। चुनावी मौसम में केजरीवाल की गिरफ्तारी ने एक नई हलचल पैदा कर दी है। भाजपा जहां इस गिरफ्तारी को भ्रष्टाचार पर जीत बता रही है, तो वहीं विपक्ष केजरीवाल की गिरफ्तारी को लोकतंत्र पर हमला और डरे हुए तानाशाह के हार का डर बता रहा है।
चुनावी वक्त में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी कई सवाल खड़े करती है। वहीं देखना ये है कि विपक्ष केजरीवाल की गिरफ्तारी का कितना लाभ उठा पाता है। केजरीवाल के गिरफ्तार होते ही आम आप मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। संभव है कि ईडी 10 दिन की कस्टडी की मांग कर सकती है।

एक नई क्रांति को जन्म देगी ये गिरफ्तारी : अखिलेश

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर सोशल मीडिया पर लिखा, जो खुद हैं शिकस्त के खौफ में कैद, ‘वोÓ क्या करेंगे किसी और को कैद। भाजपा जानती है कि वो फिर दुबारा सत्ता में नहीं आने वाली, इसी डर से वो चुनाव के समय, विपक्ष के नेताओं को किसी भी तरह से जनता से दूर करना चाहती है, गिरफ्तारी तो बस बहाना है। ये गिरफ्तारी एक नयी जन-क्रांति को जन्म देगी।

डरा हुआ तानाशाह, मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है : राहुल

केजरीवाल की गिरफ्तारी पर पूरा विपक्ष एकजुट हो गया है और भाजपा की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए इसे लोकतंत्र पर हमला बता रहा है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का कहना है कि डरा हुआ तानाशाह, एक मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है। मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर कब्जा, पार्टियों को तोडऩा, कंपनियों से हफ्ता वसूली, मुख्य विपक्षी दल का अकाउंट फ्रीज करना भी ‘असुरी शक्तिÓ के लिए कम था, तो अब चुने हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी आम बात हो गई है। INDIA इसका मुंहतोड़ जवाब देगा।

पीएम मोदी केजरीवाल से डरते हैं : आतिशी

केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप लगातार प्रदर्शन कर रही है और मोदी सरकार पर तानाशाही व लोकतंत्र पर हमले करने के आरोप लगा रही है। इस दौरान दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी मार्लेना ने कहा कि लोकसभा चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद केजरीवाल की गिरफ्तारी से पता चलता है कि पीएम मोदी उनसे डरते हैं। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या बताया। आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी बीजेपी के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी, हम इसके खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे।

हिरासत में लिए गए प्रदर्शन कर रहे आप कार्यकर्ता

केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतर आई है। प्रोटेस्ट कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता आतिशी और सौरभ भारद्वाज को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही इमरान हुसैन और पंजाब के मंत्री हरजोत बैंस को भी डिटेन किया गया है। प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने उन्हें बस में बैठा कर हिरासत में लिया।

केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से वापस ली याचिका

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली है। उन्होंने इस याचिका में ईडी की ओर से की गई गिरफ्तारी का विरोध किया था। केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट को बताया कि दरअसल केजरीवाल की रिमांड और सुप्रीम कोर्ट के समक्ष उनकी याचिका एक दूसरे से क्लैश कर रही थी। इसलिए हमने याचिका वापस लेने का फैसला किया।

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