यूपी में बढ़ते कांग्रेस के ग्राफ को देख घबराई भाजपा, राहुल-अखिलेश ने स्मृति को भरे मंच से घेरा!
4PM न्यूज़ नेटवर्क: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल लगातार प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। चुनाव में ज्यादा सीटें आ सकें इसके लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है। ऐसे में कुल 4 चरणों के चुनाव हो चुके हैं और पांचवे चरण के लिए तैयारी जोरों पर है पांचवे चरण के लिए नेता लगातार प्रचार में डटे हुए हैं। बता दें कि इस बार के चुनाव में इंडिया गठबंधन की सीधी टक्कर NDA गठबंधन से है। लगातार बढ़ते वोटिंग प्रतिशत को देखते हुए भाजपा खेमे में जहां खलबली मची हुई है तो वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन के नेताओं के लिए ये राहत भरी सांस लेने वाली बात है। जिस तरह से कांग्रेस पर पार्टी ने इस बार के चुनाव में कमबैक किया है इससे भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। वहीं कांग्रेस को सपा का साथ मिल जाना ये भाजपा के लिए और भी खतरे की बात है। आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी का ग्राफ उत्तर प्रदेश में भी बढ़ता जा रहा है। जिस तरह से कांग्रेस ने प्रदेश की दो सबसे हॉट सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान करके न सिर्फ सभी को चौंकाया था बल्कि भाजपा की धड़कने भी बढ़ा दी थी। अब देश की सियासत के दो बड़े चेहरे एक साथ राजनीतिक मंच पर दिखाई दे रहे हैं जिससे एक तरफ जहां इंडिया गठबंधन को बढ़त मिल रही है वहीं भाजपा को चुनाव में हार दिखाई दे रही है।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों अमेठी और रायबरेली की सीटों पर जमकर चुनावी प्रचार कर रहे हैं। पार्टी को ज्यादा सीटें दिलाने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं। जैसा की हम जानते हैं लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश सीटों के लिहाज से सबसे बड़ा राज्य है. यहां की 80 लोकसभा सीटों से यह तय होता है कि केंद्र की सत्ता पर कौन काबिज होगा. कहते हैं कि रानीतिक गलियारों में सबसे ज्यादा अगर किसी सीट को लेकर चर्चा रहती है तो वो है उत्तर प्रदेश। प्रदेश की कुल अस्सी सीटें ही पीएम चेहरा निर्धारित करती हैं। वहीं चार चरणों के मतदान संपन्न होने के बाद अब सभी नेता पांचवे चरण के लिए जुटे हुए हैं। यहां तक कि खुद देश की प्रधानमंत्री जमकर चुनावी प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इस बार के चुनाव में भाजपा की बौखलाहट साफ-साफ दिखाई दे रही है। भाजपा को इस बार के चुनाव में कांग्रेस के सामने कड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं आपको बता दें कि पांचवें चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान अमेठी बेहद महत्वपूर्ण सीट है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि अमेठी लोकसभा सीट पर पांचवे चरण में 20 मई को मतदान है. इस सीट पर बीजेपी ने फिर से मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी को चुनावी मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने इस सीट से किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया है. पहले ऐसी अटकलें थी कि यहां से चुनाव खुद कांग्रेस नेता राहुल गांधी लड़ेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अमेठी से कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतार दिया। इसे लेकर एक तरफ जहां भाजपा उनपर तंज कस रही है तो वहीं दूसरी तरफ लोग इसे कांग्रेस का मास्टर प्लान भी बता रहे हैं। लोगों का ऐसा मानना है कि अगर कांग्रेस पार्टी से उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा स्मृति ईरानी के सामने चुनाव जीत जाते हैं तो ये भाजपा के लिए बड़ी हार होगी। हालांकि कांग्रेस अमेठी में बड़ी जीत दर्ज करने की फिराक में है ऐसा इस लिए भी है क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी इससे पहले के साल 2019 के चुनाव में हार गए थे। जिसके बाद अब कांग्रेस पार्टी यहां अपने डैमेज कंट्रोल करने में जुटी हुई है। वहीं अब कांग्रेस नेता समेत सपा नेता भी अमेठी पहुँच कर भाजपा को हराने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं।
ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी काफी एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं। और इस बार के चुनाव को लेकर न सिर्फ जनता के बीच पहुंच कर वोटरों को साध रहे हैं बल्कि भाजपा पर भी जमकर बरस रहे हैं। चुनावी प्रचार के लिए अमेठी पहुंचे। वहीं अमेठी सीट से 2019 का चुनाव हारने के बाद बाद पहली बार राहुल गांधी ने अमेठी के लोगों से अपने रिश्तों पर बात की। अमेठी में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं 12 साल का था तब से यहां आ रहा हूं। मैंने अमेठी का वह समय देखा जब यहां बंजर खेत होते थे। टूटी हुई सड़कें होती थीं। मैंने अपनी आंखों से अमेठी को बदलते हुए देखा है। मैं अपने पिता के साथ यहां आता था। मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि राजनीति में मैंने जो कुछ भी सीखा वह अमेठी से ही सीखा है। साथ ही भावुक लहजे में राहुल गांधी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि मैंने अमेठी को छोड़ दिया है। मैं अमेठी का था, अमेठी का हूं और अमेठी का रहूंगा। यह रिश्ता एक दो सालों का नहीं है। हमेशा का है। कल को मैं रायबरेली का सांसद हो जाउंगा। लेकिन एक बात याद रखिएगा कि मैं जितना रायबरेली का हूंगा उतना ही अमेठी का हूंगा। रायबरेली में जो भी विकास योजनाएं आएंगी वह सारी की सारी अमेठी में आएंगी। अमेठी में आपके सांसद केएल शर्मा जरूर होंगे लेकिन मैं भी आपका सांसद हूंगा। रायबरेली में यदि दस रुपए आते हैं तो यकीन मानिए कि अमेठी में भी दस रुपए आएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि केएल शर्मा आपके प्रत्याशी हैं। इनको आप संसद में भेजिए। ये आपके मुद्दे उठाएंगे। केएल शर्मा में जरा भी अहंकार नहीं है। उन्होंने कि राजीव गांधी जब यहां सक्रिय हुई तो उन्होंने नेताओं की एक टीम बनाई।
आज-कल कांग्रेस पार्टी को सपा का साथ मिला है और कांग्रेस के साथ सपा भी लगातार प्रचार-प्रसार कर रही है। ऐसे में राहुल गांधी के साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी प्रचार कर रहे हैं। राहुल के साथ अमेठी पहुंचे अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अमेठी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के लोगों ने सेना में अग्निवीर लागू किया है। अगर फिर से सत्ता में आ गए तो पुलिस की नौकरी में भी अग्निवीर योजना लागू हो जाएगी। उन्होंने जनता से अपील की है कि जब वोट करने जाना तो बेरोजगारी व महंगाई को ध्यान रखना। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को संयुक्त रूप से अमेठी के नंदमहर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान बदलने की साजिश कर रही है। इंडिया गठबंधन इसे कभी सफल नहीं होने देगा। अमेठी में सिलेंडर वाले लोग अब सरेंडर कर रहे हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव को सभी राजनीतिक दल काफी एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं। ऐसे में इंडिया गठबंधन लगातार भाजपा पर हमला कर रहे हैं। अब देखना ये होगा कि इस चुनाव में किसे कितनी सीटें मिलेंगी और सत्ता पर कौन काबिज होगा। गौरतलब है कि इस बार का चुनाव 2019 के चुनाव से अलग है भाजपा को कड़ी टक्कर देने के लिए इंडिया गठबंधन हर तरह की तैयारी कर चुका है। अब देखना ये होगा कि इंडिया गठबंधन भाजपा को कैसे और कितनी सीटों पर मात दे पाएगा। ये तो खैर आने वाला समय ही तय करेगा।