राहुल के खुलासे से बिलबिलाए शाह! गलतियों की गिनती में उलझे, ज्ञानेश को बचाने के लिए इतना बड़ा झूठ

राहुल गांधी के खुलासे ने अमित शाह की मुश्किलें बढ़ा दी हैं... शाह न सिर्फ़ गलतियों की गिनती में फंसते नजर आए...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों जब पार्टी के बड़े- बड़ो को सामने आना पड़े.. तो.. समझ जाइए सवाल बहुत बड़े खड़े हो गए हैं.. कांग्रेस के फायर ब्रॉड नेता राहुल गांधी इस समय पुष्पा इस्टाइल में बिल्कुल फायर मोड में है.. और आए दिन एक के बाद एक खुलासे करके बीजेपी के साथ- साथ गुजरात लॉबी की धुकधुकी बढ़ा देते हैं.. सवाल चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार से पूछा जाता है.. लेकिन गुजरात लॉबी खुद चुनाव आयुक्त बन जाती है.. और राहुल गांधी के सवालों का जवाब देने लगती है.. और चुनाव आयोग को बचाने के लिए एक के बाद एक झूठ बोलती है.. लेकिन फिर भी खुद की गलतियों की गिनती में फंस जाती है.. मोदी- शाह समेत बीजेपी के तमाम नेताओं ने तो झूठ बोल बोलकर.. झूठ को ही शर्मिंदा कर दिया है..

आपको बता दें कि राहुल गांधी ने दिल्ली में विस्फोटक प्रेस कांफ्रेस की.. जिसके बाद पूरी बीजेपी हिल गई.. वहीं हालत ये हो गई की राहुल की पीसी खत्म होने के तुरंत बाद ही चुनाव आयोग का लिखित जवाब आ गया.. उसके तुरंत बाद बीजेपी ने तुरंत प्रेस कांफ्रेंस कर दी.. और उसके बाद बीजेपी के कथित चाणक्य अमित शाह भी सामने आ गए.. और अमित शाह ने राहुल गांधी को जबरदस्त तरीके से जवाब देने की कोशिश तो की.. लेकिन वो भी जवाब दे नहीं पाए.. और शाह ने जो जवाब दिया.. तो उससे वे खुद ही फंस गए.. और उनका जवाब उल्टा पड़ गया.. और अमित शाह खुद सवालों के घेरे में आ गए..

बता दें कि राहुल गांधी की वोट चोरी के खिलाफ यह दूसरी प्रेस कांफ्रेंस थी.. पहली प्रेस क्रांफ्रेंस के बाद राहुल गांधी ने बिहार में वोटर अधिकार यात्रा निकाली थी.. वहीं अमित शाह ने बिहार में राहुल गांधी के वोटर अधिकार यात्रा को निशाने पर लेते हुए खुद ही निशाने पर आ गए.. और राहुल की यात्रा को लेकर जनता से पूछने लगे कि राहुल की यात्रा किस मुद्दे पर थी.. जिसके बाद भीड़ से आवाज आई की वोटर अधिकार यात्रा वोट चोरी पर थी.. जिसको सुनकर अमित शाह की बोलती बंद हो गई.. लेकिन खुद को संभाला और कहा कि मैं इसको बाद में बताउंगा.. शाह को शायद जानकारी नहीं थी की बिहार के लोग राजनीतिक रूप से मजबूत हैं.. वहां के सभी लोगों को यहां तक बच्चों को भी बिहार के राजनीति की जानकारी है..

बिहार के सभी लोगों को पता है कि तेजस्वी और राहुल गांधी ने मिलकर बिहार में वोटर अधिकार यात्रा निकाली थी.. और वोटर अधिकार यात्रा में तमाम इंडिया गठबंधन के लोग शामिल हुए थे.. और इस का मुख्य मकसद वोट चोरी को जनता के सामने लाना था.. लेकिन बीजेपी के कथित चाणक्य को कहां पता कि ऐसा पूछते ही मुंह पर बेइज्जती हो जाएगी.. और जनता को बताने के लिए जवाब नहीं रह जाएगा.. वहीं राहुल गांधी की यात्रा में उमड़ी भीड़ अमित शाह को इस कदर परेशान कर रही है.. कि वो बौखलाए हुए है.. और आप भी सुनिए राहुल को निशाने पर लेते हुए अमित शाह खुद कैसे सवालों के जाल में फंस गए.. और निशाने पर आ गए..

दोस्तों ये सवाल पूछ कर तो अमित शाह ने खुद पर सवाल खड़े कर लिए है.. बताइए पिछले छह साल से लगातार अमित शाह खुद गृह मंत्री की गद्दी पर बैठे हुए हैं.. और बीस साल से नीतीश कुमार बिहार में राज कर रहे हैं.. और बीजेपी के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार चला रहे हैं.. और ग्यारह साल से बिहार में डबल इंजन की सरकार दौड़ रही है.. उसके बाद अमित शाह खुद कह रहे हैं कि बिहार में घुसपैठिये घुस गए.. यह अमित शाह का फेलियर नहीं तो और क्या है… वहीं बिहार में घुसपैठिये को बचाने के राहुल गांधी यात्रा निकाल रहे हैं.. तो इसका मतलब साफ है कि खुद अमित शाह मान रहे हैं कि वो पूरी तरह से फेल हैं.. और उनके मुख्यमंत्री फेल हैं.. और खुद नरेंद्र मोदी फेल हैं.. वहीं आगे अमित शाह जनता से पूछ लिया कि यहां जितने लोग बैठे हो किसी का वोट कट गया क्या..

अमित शाह खुद मान रहे हैं कि वो घुसपैठ रोकने में पूरी तरह से नाकाम है.. जिससे राहुल गांधी को घुसपैठिये बचाओ यात्रा करनी पड़ रही है.. अगर अमित शाह घुसपैठिये के मुद्दे पर फेल नहीं है तो.. फिर राहुल गांधी की यात्रा वोट चोरी को लेकर है.. वहीं बिहार के दौरे पर जाकर अमित शाह खुद अपने ही बयानों के जाल में बुरी तरह से फंस गए हैं.. और चुनाव आयोग पर बीजेपी के कब्जे का खुलासा होते ही बौखला गए है.. और खुद की चोरी छुपाने के लिए लाखों झूठ बोल रहे हैं.. अगर बिहार में घुसपैठिये हैं तो फिर यह आपका फेलियर है और आपकी डबल इंजन सरकार की फेलियर और खुद देश के मुखिया विश्वगुरू नरेंद्र मोदी का फेलियर है..

आपको बता दें कि अमित शाह, राहुल गांधी के खुलासे से बौखला गए हैं.. और ज्ञानेश कुमार को बचाने के लिए बड़ा झूठ बोला है.. बता दें कि यह कहानी कर्नाटक से शुरू होती है… 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने अलंद सीट पर जीत हासिल की थी.. लेकिन राहुल गांधी का दावा है कि यहां बड़े पैमाने पर वोटरों के नाम हटाए गए थे.. उन्होंने कहा कि साठ हजार अट्ठारह वोटरों के नाम मतदाता सूची से गायब कर दिए गए.. जो ज्यादातर कांग्रेस समर्थक थे..  और उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वह ‘वोट चोरों’ की रक्षा कर रहा है और जांच में बाधा डाल रहा है..

राहुल ने दिल्ली में वोट चोरी के लेकर दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस की.. जहां उन्होंने सीईसी ज्ञानेश कुमार की तस्वीर दिखाकर कहा कि सीईसी ज्ञानेश कुमार बहाने बनाना बंद करो.. कर्नाटक सीआईडी को सबूत दो, अभी.. उन्होंने दावा किया कि फरवरी 2023 में जांच शुरू हुई.. लेकिन चुनाव आयोग ने सीआईडी को जरूरी दस्तावेज नहीं दिए.. अगस्त में कुछ अधूरे कागज दिए गए, लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ सकी.. राहुल का कहना है कि यह ‘सबूत’ है कि ज्ञानेश कुमार ‘वोट चोरों’ को बचा रहे हैं.. उन्होंने चुनाव आयोग को ‘चुनाव का चौकीदार’ कहा जो ‘जागा रहा, चोरी देखी और चोरों की रक्षा की’..

वहीं यह आरोप सिर्फ कर्नाटक तक सीमित नहीं है.. राहुल ने महाराष्ट्र और हरियाणा चुनावों का भी जिक्र किया.. जहां मतदाता सूची में हेरफेर के दावे हैं.. उन्होंने कहा कि भाजपा 400+ सीटों का दावा कर रही थी.. लेकिन ‘चाणक्यनीति’ के नाम पर वोट चोरी कर रही है.. कांग्रेस ने इसे ‘लोकतंत्र की हत्या’ बताया और ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू की, जो मतदाताओं को जागरूक करने का अभियान है.. आपको बता दें कि ज्ञानेश कुमार 2024 में सीईसी बने, पर राहुल का आरोप है कि वे 2022-23 की घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं.. लेकिन भाजपा ने इसे झूठ बताया.. क्योंकि उस समय ज्ञानेश चुनाव आयोग में नहीं थे.. आयोग ने सीआईडी को दिए दस्तावेजों पर भी सफाई दी कि सभी जरूरी जानकारी दी गई है.. और कोई बाधा नहीं डाली गई..

राहुल के खुलासे के बाद बौखलाए अमित शाह ने राहुल को ‘झूठ की मशीन’ कहा, जो किसी भी भाषा में झूठ बोल सकता है.. उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाने पर राहुल के रुख पर सवाल उठाया और कहा कि कांग्रेस हार से बौखलाई हुई है.. भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने भी राहुल पर हमला बोला, कहा कि वे होमवर्क नहीं करते और झूठ बोलते हैं.. प्रसाद ने बताया कि अलंद में कांग्रेस ही जीती थी.. और राहुल के दावे से उनकी ही पार्टी के नेता खतरे में हैं..

वहीं यह पहली बार नहीं है जब राहुल और शाह आमने-सामने हैं.. 2018 में राफेल सौदे पर शाह ने राहुल को ‘झूठ की राजनीति’ करने वाला कहा था.. 2024 में भी शाह ने राहुल को ‘झूठ बोलने की मशीन’ कहा.. हाल के चुनावों में हरियाणा और महाराष्ट्र में मतदाता सूची पर सवाल उठे, जहां भाजपा जीती.. कांग्रेस का दावा है कि जहां वोटर बढ़े, वहां भाजपा जीती, लेकिन डेटा दिखाता है कि कांग्रेस ने भी ऐसी सीटों पर जीत हासिल की..

 

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